लोकपाल और महत्वपूर्ण आयोग= भाग= 2

Total Questions: 50

21. संविधान पुनरीक्षण के लिए नियुक्त राष्ट्रीय आयोग से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [U.P.P.C.S. (Pre) 2003 U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2002]

1. इसकी रिपोर्ट अनुशंसात्मक प्रकृति की होगी।

2. इराकी नियुक्ति संसद के अनुमोदन से हुई है।

3. इसकी अध्यक्षता जस्टिस एम. एन. वेंकटचेलैया कर रहे हैं।

4. यह देश की सामाजिक-आर्थिक आवश्यकताओं पर अपना ध्यान केंद्रित करेगा।

इन कथनों में से कौन-कौन से सही हैं?

 

Correct Answer: (b) 1 तथा 3
Note:

संविधान के पुनरीक्षण के लिए आयोग की नियुक्ति 22 फरवरी, 2000 के प्रस्ताव के तहत जस्टिस एम. एन. वेंकटचेलैया की अध्यक्षता में केंद्रीय सरकार द्वारा की गई थी न कि संसद द्वारा। इसका कार्य संविधान के विगत 50 वर्षों के कार्यान्वयन की समीक्षा करना और आज के समय में इसकी प्रभावशीलता का आकलन करना था। आयोग ने अपनी अंतिम रिपोर्ट 31 मार्च, 2002 को पेश की।

 

22. संविधान समीक्षा आयोग, जिसे फरवरी, 2000 में गठित किया गया, के अध्यक्ष हैं- [45th B.P.S.C. (Pre) 2001 U.P. P.C.S. (Mains) 2002]

Correct Answer: (a) एम एन. वेंकटचेलैया
Note:

संविधान के पुनरीक्षण के लिए आयोग की नियुक्ति 22 फरवरी, 2000 के प्रस्ताव के तहत जस्टिस एम. एन. वेंकटचेलैया की अध्यक्षता में केंद्रीय सरकार द्वारा की गई थी न कि संसद द्वारा। इसका कार्य संविधान के विगत 50 वर्षों के कार्यान्वयन की समीक्षा करना और आज के समय में इसकी प्रभावशीलता का आकलन करना था। आयोग ने अपनी अंतिम रिपोर्ट 31 मार्च, 2002 को पेश की।

 

23. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का अध्यक्ष कौन है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2015]

Correct Answer: (d) पर्यावरण मंत्री
Note:

जल (प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण) अधिनियम, 1974 के प्रावधानों के तहत केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) का गठन सितंबर, 1974 में किया गया। इस अधिनियम के अनुसार, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का एक पूर्णकालिक अध्यक्ष होगा तथा केंद्र सरकार द्वारा पर्यावरण से संबंधित मामलों में विशेष ज्ञान या व्यावहारिक अनुभव वाले व्यक्ति को अथवा पर्यावरण से संबंधित संस्थानों के प्रशासन के ज्ञान और अनुभव वाले व्यक्ति को इसका अध्यक्ष नामित किया जाएगा।

 

24. स्वर्ण सिंह समिति ने जिस प्रश्न पर विचार किया वह था- [I.A.S. (Pre) 1993]

Correct Answer: (c) मूल अधिकारों की तुलना में निदेशक तत्वों को अग्रता
Note:

1976 में कांग्रेस ने सरदार स्वर्ण सिंह की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया। इसे तत्समय संविधान संशोधन समिति के नाम से जाना गया। 42वां संविधान संशोधन, 1976, इसी समिति की सिफारिशों का परिणाम है। इसने भारत के लिए राष्ट्रपतीय प्रणाली पर विचार करते हुए इसे अनुपयुक्त बताया था, तथापि इसने मुख्य रूप से जिस प्रश्न पर विचार किया, वह था-मूल अधिकारों की तुलना में निदेशक तत्वों की अग्रता।

 

25. 1976 में कांग्रेस ने सरदार स्वर्ण सिंह की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया। इसे तत्समय संविधान संशोधन समिति के नाम से जाना गया। 42वां संविधान संशोधन, 1976, इसी समिति की सिफारिशों का परिणाम है। इसने भारत के लिए राष्ट्रपतीय प्रणाली पर विचार करते हुए इसे अनुपयुक्त बताया था, तथापि इसने मुख्य रूप से जिस प्रश्न पर विचार किया, वह था-मूल अधिकारों की तुलना में निदेशक तत्वों की अग्रता। [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2018]

Correct Answer: (c) संथानम समिति
Note:

केंद्रीय सतर्कता आयोग की स्थापना संथानम समिति की सिफारिशों पर केंद्र सरकार ने फरवरी, 1964 में की। राष्ट्रपति द्वारा एक अध्यादेश जारी किए जाने के फलस्वरूप केंद्रीय सतर्कता आयोग को 25 अगस्त, 1998 से पहली बार सांविधिक दर्जा देकर एक बहुसदस्यीय आयोग बना दिया गया। केंद्रीय सतर्कता आयोग अधिनियम वर्ष 2003 में संसद द्वारा अधिनियमित किया गया, जिसके तहत इसमें अध्यक्ष के रूप में केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (CVC) के साथ दो से अनधिक सतर्कता आयुक्त सदस्य होते हैं।

 

26. सतर्कता के क्षेत्र में केंद्रीय एजेंसीज को सलाह एवं मार्गदर्शन देने हेतु केंद्रीय सतर्कता आयोग की स्थापना किसकी अध्यक्षता वाली समिति की सिफारिश पर आधारित है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2022]

Correct Answer: (b) के. संथानम
Note:

केंद्रीय सतर्कता आयोग की स्थापना संथानम समिति की सिफारिशों पर केंद्र सरकार ने फरवरी, 1964 में की। राष्ट्रपति द्वारा एक अध्यादेश जारी किए जाने के फलस्वरूप केंद्रीय सतर्कता आयोग को 25 अगस्त, 1998 से पहली बार सांविधिक दर्जा देकर एक बहुसदस्यीय आयोग बना दिया गया। केंद्रीय सतर्कता आयोग अधिनियम वर्ष 2003 में संसद द्वारा अधिनियमित किया गया, जिसके तहत इसमें अध्यक्ष के रूप में केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (CVC) के साथ दो से अनधिक सतर्कता आयुक्त सदस्य होते हैं।

 

27. भारतीय संविधान का कौन-सा अनुच्छेद केंद्रीय सतर्कता आयोग का वर्णन करता है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2020]

Correct Answer: (d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
Note:

केंद्रीय सतर्कता आयोग का गठन वर्ष 1964 में केंद्र सरकार द्वारा पारित एक प्रस्ताव के तहत हुआ था। संथानम समिति की सिफारिश पर इसका गठन हुआ था। वर्ष 2003 में संसद द्वारा अधिनियमित विधि के तहत वर्तमान में इसे सांविधिक (Statutory) दर्जा प्राप्त है। इसका उल्लेख संविधान में नहीं है।

 

28. निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म सही सुमेलित नहीं है? [U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2017]

संस्था स्थापना का वर्ष
(A) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो 1963
(B) केंद्रीय सतर्कता आयोग 1964
(c) भ्रष्टाचार निरोधक कानून 1985
(d) प्रवर्तन निदेशालय 2000
Correct Answer: (e) (c)&(d)
Note:

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो की स्थापना वर्ष 1963 में तथा केंद्रीय सतर्कता आयोग की स्थापना वर्ष 1964 में हुई थी। जबकि भ्रष्टाचार निरोधक कानून, 1988 में निर्मित हुआ था और प्रवर्तन निदेशालय की स्थापना वर्ष 1956 में हुई थी। अतः स्पष्ट है कि विकल्प (c) और (d) सही सुमेलित नहीं हैं।

 

29. मंडल आयोग, जिसके प्रस्तावों ने अक्षुण्ण विवाद का सूत्रपात किया है, को गठित करने वाले थे- [U.P.P.C.S. (Pre) 2008]

Correct Answer: (b) मोरारजी देसाई
Note:

मंडल आयोग (पिछड़ा वर्ग आयोग) वर्ष 1979 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नेतृत्व वाली जनता पार्टी सरकार द्वारा सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े लोगों की पहचान करने के लिए संविधान के अनु. 340 के प्रावधान के तहत गठित किया गया था। इसके अध्यक्ष बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल थे। इस आयोग में 4 अन्य सदस्य थे दीवान मोहन लाल, आर.आर. भोले, दीन बंधु साहू और के. सुब्रमण्यम। इनमें से दीनबंधु साहू के नवंबर, 1979 में स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा देने के कारण उनके स्थान पर एल.आर. नाइक को सदस्य नियुक्त किया गया था। इस आयोग ने 31 दिसंबर, 1980 को अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंपी।

 

30. मंडल आयोग रिपोर्ट किस वर्ष प्रस्तुत की गई? [U.P. P.C.S. (Pre) 1991]

Correct Answer: (c) 1980
Note:

मंडल आयोग (पिछड़ा वर्ग आयोग) वर्ष 1979 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नेतृत्व वाली जनता पार्टी सरकार द्वारा सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े लोगों की पहचान करने के लिए संविधान के अनु. 340 के प्रावधान के तहत गठित किया गया था। इसके अध्यक्ष बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल थे। इस आयोग में 4 अन्य सदस्य थे दीवान मोहन लाल, आर.आर. भोले, दीन बंधु साहू और के. सुब्रमण्यम। इनमें से दीनबंधु साहू के नवंबर, 1979 में स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा देने के कारण उनके स्थान पर एल.आर. नाइक को सदस्य नियुक्त किया गया था। इस आयोग ने 31 दिसंबर, 1980 को अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंपी।