वन एवं उसके प्रकार (वन एवं वन्यजीव)

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11. पेड़-पौधों एवं जंतुओं की सर्वाधिक विविधता विशेषता है- [U.P. P.C.S. (Main) 2013]

Correct Answer: (b) उष्णकटिबंधीय आर्द्र वन की
Solution:पेड़-पौधों एवं जंतुओं की सर्वाधिक विविधता उष्णकटिबंधीय आर्द्र वन में पाई जाती है।

12. 2004 की सुनामी ने लोगों को यह महसूस करा दिया कि गरान (मैंग्रोव) तटीय आपदाओं के विरुद्ध विश्वसनीय सुरक्षा बाड़े का कार्य कर सकते हैं। गरान सुरक्षा बाड़े के रूप में किस प्रकार कार्य करते हैं? [I.A.S. (Pre) 2011]

Correct Answer: (d) गरान के वृक्ष अपनी सघन जड़ों के कारण तूफान और ज्वार- भाटे से नहीं उखड़ते।
Solution:मैंग्रोव (गरान) वन सुनामी और चक्रवात जैसी तटीय आपदाओं के विरुद्ध विश्वसनीय सुरक्षा बाड़े का कार्य करते हैं। यह वृक्ष अपनी सघन जड़ों के कारण तूफान और ज्वार-भाटे से नहीं उखड़ते हैं।

13. कथन:

कथन (A) : उड़ीसा तट भारत में सर्वाधिक चक्रवात-प्रवण क्षेत्र है।

कारण (R) : महानदी डेल्टा क्षेत्र में भारी मात्रा में मैंग्रोव का निर्वनीकरण हुआ है।

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-

Correct Answer: (a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
Solution:ओडिशा तट बंगाल की खाड़ी में उठने वाले चक्रवातों से सर्वाधिक प्रभावित राज्य है। यहां चक्रवातों के आने की बारंबारता अन्य राज्यों की अपेक्षा अधिक है। अतः कथन (A) सही है। मैंग्रोव वन चक्रवात अवरोधक के रूप में कार्य करते हैं। हाल के दिनों में महानदी डेल्टाई क्षेत्र में मैंग्रोव वनों का निर्वनीकरण हुआ है, जिससे चक्रवातों से होने वाले नुकसान में वृद्धि हुई है।

14. भितरकनिका गरान के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [U.P. R.O./A.R.O (Pre) 2016]

(1) यह वंशधारा और सुवर्ण रेखा नदियों के डेल्टा में स्थित है।

(2) यह पश्चिमी बंगाल में अवस्थित है।

इनमें से-

Correct Answer: (d) न तो (1) न (2) सही है।
Solution:भितरकनिका गरान ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में ब्राह्मणी, वैतरणी और महानदी डेल्टा क्षेत्र में स्थित है। यह मैंग्रोव वनों के लिए प्रसिद्ध है। यह एक रामसर स्थल (वर्ष 2002 में घोषित) भी है।

15. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2010]

1. टैक्सस वृक्ष हिमालय में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है।

2. टैक्सस वृक्ष रेड डाटा बुक में सूचीबद्ध है।

3. टैक्सस वृक्ष से 'टैक्सॉल' नामक ओषधि प्राप्त की जाती है, जो पार्किन्सन रोग के विरुद्ध प्रभावी है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

Correct Answer: (d) 1, 2 और 3
Solution:टैक्सस वृक्ष हिमालय में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। टैक्सस वृक्ष रेड डाटा बुक में सूचीबद्ध है। टैक्सस वृक्ष से टैक्सॉल नामक ओषधि प्राप्त की जाती है, जो विशेषतया कैंसर के प्रति प्रभावी है। परंतु इसका प्रयोग पार्किन्सन रोग या PD (केंद्रीय तंत्रिका तंत्र का रोग) के विरुद्ध भी किया जाता है।

16. कथन : [I.A.S. (Pre) 1996]

कथन (A): मैंग्रोव कुछ समुद्र तटों के सीमावर्ती उष्णकटिबंधीय और उपोष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों के अति विशिष्ट वन पारिस्थितिक निकाय होते हैं।

कारण (R): वे तट रेखा को स्थिर रखते हैं और समुद्र द्वारा सीमोल्लंघन के विरुद्ध प्राचीर का काम करते हैं।

ऊपर के दोनों वक्तव्यों के संदर्भ में अग्रलिखित में से कौन-सा/से सही है/हैं?

Correct Answer: (a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (A) की सही व्याख्या (R) करता है।
Solution:मैंग्रोव (Mangroves) उष्ण एवं उपोष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में समुद्र तटों के लवणीय जल में उगने वाले वन होते हैं। ये वन जैव विविधता के संरक्षक होने के साथ समुद्र और तट के बीच महत्वपूर्ण कड़ी का काम करते हैं। और तट को समुद्र की ओर से आने वाली तीव्र लहरों के विनाश से बचाते हैं। इस प्रकार ये तट रेखा को स्थिर रखते हैं तथा समुद्र द्वारा कटाव से रक्षा प्राचीर का कार्य करते हैं। इसलिए इन्हें अति विशिष्ट पारिस्थितिक निकाय माना जाता है। अतः कथन एवं कारण दोनों सही हैं तथा कारण, कथन की सही व्याख्या है।

17. यदि आप हिमालय से होकर यात्रा करते हैं, तो आपको वहां निम्नलिखित में से किस पादप/किन पादपों को प्राकृतिक रूप में उगते हुए दिखने की संभावना है? [I.A.S. (Pre) 2014]

1. बांज

2. बुरूंश

3. चंदन

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।

Correct Answer: (a) केवल 1 और 2
Solution:उपोष्ण कटिबंधीय वन उत्तर-पश्चिमी (कश्मीर को छोड़कर) खासी पहाड़ियों, नगालैंड एवं मणिपुर में पाए जाते हैं। चीड़ इन वनों का मुख्य वृक्ष है, परंतु अधिक आर्द्रता वाले भागों में बांज या ओक (Oak) जैसे चौड़ी पत्ती वाले वृक्ष देखे जाते हैं। इनके अलावा बुरूंश या रोडोडेंड्रोन (Rhododendron) जैसी झाड़ियां भी पाई जाती हैं। चंदन उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वृक्ष है, जो हिमालयी क्षेत्रों में नहीं पाया जाता है।

18. नीचे दो कथन दिए गए हैं, जिनमें एक को अभिकथन (A) और दूसरे को कारण (R) कहा गया है - [U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2023]

अभिकथन (A): विषुवतीय बायोम सबसे घना एवं सर्वाधिक जैवभार वाला वन बायोम है।

कारण (R): विषुवतीय वन क्षेत्र में वर्ष भर उच्च वर्षा एवं उच्च तापमान होता है।

नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिएः

Correct Answer: (c) (A) तथा (R) दोनों सत्य हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
Solution:विषुवतीय क्षेत्र में वर्ष भर उच्च तापमान एवं उच्च वर्षा के कारण यहां उष्णकटिबंधीय सदाबहार वनस्पति/बायोम पाए जाते हैं। यह बायोम सबसे सघन (घना) एवं सर्वाधिक जैवभार वाला बायोम है। स्थलीय बायोमों में इसकी जैवविविधता तथा प्राथमिक उत्पादकता सर्वाधिक होती है।

19. निम्नलिखित में से किस पारिस्थितिकीय तंत्र में पौधों का जैविक पदार्थ अधिकतम है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2017]

Correct Answer: (b) उष्णकटिबंधीय वर्षा वन
Solution:उष्णकटिबंधीय वर्षा वन- यह बायोम भूमध्य रेखा के निकट है और 10° उत्तरी तथा 10° दक्षिणी अक्षांशों तक विस्तृत है। यह विश्व का सबसे बड़ा बायोम (Biome) है, जो पृथ्वी के धरातल का लगभग 8 प्रतिशत भाग घेरे हुए है। यह बायोम पृथ्वी के आधे से अधिक वनस्पतिजात तथा प्राणिजात को संजोए हुए है। यहां वर्षा पूरे वर्ष होती रहती है। अधिक तापमान तथा अधिक आर्द्रता के कारण चौड़ी पत्ती वाले सदाबहार वृक्ष उगते हैं, जिनका विशिष्ट स्तरण होता है। वनस्पति जीवन में इतनी विविधता पाई जाती है कि एक हेक्टेयर भूमि पर वृक्षों की लगभग 200 से अधिक प्रजातियां देखी जा सकती हैं। प्रकाश पाने की होड़ में वृक्षों और पौधों पर चढ़ती बेलें आपस में गुंथकर फंदा जैसा बनाती हैं, इन बेलों को 'कठलता' या 'लिआना' कहते हैं। सभी ज्ञात कीटों की प्रजातियों में से लगभग 70 से 80 प्रतिशत उष्णकटिबंधीय वर्षा वाले वनों में मिलती है। पशु जीवन का बाहुल्य है और उसमें काफी भिन्नता है। इनमें भूमि पर तथा वृक्षों पर रहने वाले दोनों जीव शामिल हैं।

20. भारत में, निम्नलिखित में से किस एक वन-प्रारूप में, सागौन (टीक) एक प्रभावी वृक्ष स्पीशीज़ है? [I.A.S. (Pre) 2015]

Correct Answer: (a) उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपाती वन
Solution:उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपाती वन ऐसे क्षेत्रों में पाए जाते हैं, जहां वर्षा 100 सेमी. से 200 सेमी. के मध्य होती है। इन वनों में सागौन प्रधान वृक्ष प्रजाति है। यहां बांस, शीशम, चंदन इत्यादि अन्य व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण वृक्ष प्रजातियां भी पाई जाती हैं।