वन संपदा संरक्षण से संबंधित भारतीय प्रयास

Total Questions: 46

31. उत्तराखंड में 'मैती आंदोलन' के जनक कौन हैं? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (c) कल्याण सिंह रावत
Solution:कल्याण सिंह रावत को उत्तराखंड में 'मैती आंदोलन' (Maiti Move- ment) का जनक माना जाता है। उन्होंने इस पर्यावरण आंदोलन की शुरुआत वर्ष 1995 में चमोली जिले के ग्वालदम नामक स्थान से किया था।

32. वन अनुसंधान संस्थान स्थापित है- [U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008]

Correct Answer: (d) देहरादून में
Solution:वन अनुसंधान संस्थान की स्थापना उत्तराखंड के देहरादून जिले में वर्ष 1906 में की गई थी। यह इस प्रकार का सबसे पुराना संस्थान है। वर्ष 1991 में इसे विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा डीम्ड विश्वविद्यालय घोषित कर दिया गया था।

33. भारत में वन अनुसंधान संस्थान की स्थापना किस वर्ष में हुई थी? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (b) 1906
Solution:वन अनुसंधान संस्थान की स्थापना उत्तराखंड के देहरादून जिले में वर्ष 1906 में की गई थी। यह इस प्रकार का सबसे पुराना संस्थान है। वर्ष 1991 में इसे विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा डीम्ड विश्वविद्यालय घोषित कर दिया गया था।

34. वन अनुसंधान संस्थान कहां स्थित है? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (c) देहरादून
Solution:वन अनुसंधान संस्थान की स्थापना उत्तराखंड के देहरादून जिले में वर्ष 1906 में की गई थी। यह इस प्रकार का सबसे पुराना संस्थान है। वर्ष 1991 में इसे विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा डीम्ड विश्वविद्यालय घोषित कर दिया गया था।

35. वन अनुसंधान संस्थान स्थित है- [U.P.R.O./A.R.O. (Re-Exam) 2016]

Correct Answer: (a) देहरादून में
Solution:वन अनुसंधान संस्थान की स्थापना उत्तराखंड के देहरादून जिले में वर्ष 1906 में की गई थी। यह इस प्रकार का सबसे पुराना संस्थान है। वर्ष 1991 में इसे विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा डीम्ड विश्वविद्यालय घोषित कर दिया गया था।

36. आई.आई.एफ. एम. (भारतीय वन प्रबंधन संस्थान) कहां स्थित है? [M.P.P.C.S.(Pre) 2022]

Correct Answer: (a) भोपाल
Solution:भारतीय वन प्रबंधन संस्थान (Indian Institute of Forest Management) भोपाल, मध्य प्रदेश में स्थित है। यह वर्ष 1982 में कृषि मंत्रालय की स्वायत्तशासी संस्था के रूप में स्थापित हुआ, जो बाद में पर्यावरण एवं वन मंत्रालय (अब पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय), भारत सरकार के अंतर्गत लाया गया था।

37. विश्व के वन्यजीव, भारत में पाए जाते हैं [U.P.P.C.S. (Spl.) (Pre) 2008]

Correct Answer: (e) 7.5 प्रतिशत
Solution:विश्व के कुल जंतु प्रजातियों (Animal Species) की संख्या का 7.5 प्रतिशत से अधिक भारत में पाया जाता है।

38. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2019]

1. भारतीय वन अधिनियम, 1927 में हाल में हुए संशोधन के अनुसार, वन निवासियों को वन क्षेत्रों में उगने वाले बांस को काट गिराने का अधिकार है।

2. अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पारंपरिक वनवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम, 2006 के अनुसार, बांस एक गौण वनोपज है।

3. अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पारंपरिक वनवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम, 2006, वन निवासियों को गौण वनोपज के स्वामित्व की अनुमति देता है।

Correct Answer: (b) केवल 2 और 3
Solution:भारतीय वन (संशोधन) अधिनियम, 2017 द्वारा भारतीय वन अधिनियम, 1927 में संशोधन कर बांस को वृक्ष की श्रेणी से बाहर कर दिया गया है, जिससे गैर-वन क्षेत्र में उगने वाले बांस की कटाई या पारगमन की अनुमति होगी। अतः कथन । गलत है। अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पारंपरिक वनवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम, 2006 के अनुसार बांस, बेंत, शहद, मोम, लाख, तेंदू पत्ता आदि गौण वनोपज हैं। साथ ही इस अधिनियम में वन निवासियों को वनाधिकारों के तहत उनके गौण वनोपज के स्वामित्व के साथ उसके संग्रह, उपयोग एवं निपटान का अधिकार प्रदान किया गया है। इस प्रकार कथन 2 और 3 सही हैं।

39. गैर-वन क्षेत्र में विकसित किए गए निम्नलिखित में से कौन-से पादप को भारतीय वन (संशोधन) अधिनियम, 2017 में, वृक्षों की परिभाषा से विलोपित किया गया है? [R.A.S./R.T.S. (Pre), 2018]

Correct Answer: (c) बांस
Solution:गैर-वन क्षेत्र में विकसित किए गए बांस (Bamboo) पादप को भारतीय वन (संशोधन) अधिनियम, 2017 में, वृक्षों की परिभाषा से विलोपित किया गया है। इसके अनुसार, अब आदिवासियों व गरीब किसानों द्वारा बांस का प्रयोग अपने आर्थिक उपयोग के लिए किया जा सकेगा।

40. भारतीय वन अनुसंधान और शिक्षा परिषद (आई.सी.एफ.आर. ई.) ने वन आधारित समुदायों का समर्थन करने के लिए टी.आई. एफ.ए.सी. के साथ समझौता ज्ञापन (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किए हैं। आई.सी.एफ.आर.ई. का मुख्यालय कहां स्थित है? [63rd B.P.S.C. (Pre) 2017]

Correct Answer: (d) देहरादून
Solution:मार्च, 2018 में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त परिषद भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद (ICFRE) देहरादून और विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत एक स्वायत्त परिषद, प्रौद्योगिकी सूचना, पूर्वानुमान और आकलन परिषद (TIFAC) नई दिल्ली के मध्य एक सहमति-पत्र पर हस्ताक्षर हुए। यह सहमति-पत्र आजीविका के अवसर मुहैया कराने और वन आधारित समुदायों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया है।