वर्णमाला (Part-4)

Total Questions: 50

1. सघोष वर्ण कौन-सा है? [UPSSSC सम्मिलित अवर अधीनस्थ सेवा-II (सा. चयन) परीक्षा, 2016]

Correct Answer: (c) ब
Solution:'ब' सघोष वर्ण है। जिन वर्णों के उच्चारण में स्वर तन्त्रियों झंकृत होती हैं, उन्हें 'सघोष' और जिनमें ऐसी झंकृति नहीं रहती, उन्हें 'अघोष' कहते हैं। अघोष वर्ण हैं- क, ख, च, छ, ट, ठ, त, थ, प, फ, श, ष, सा सघोष वर्ण हैं- प्रत्येक वर्ग का तीसरा (ग, ज, ड, द, ब), चौथा (घ, झ, ढ, ध, भ), पाँचवाँ वर्ण (ङ, ञ, ण, न, म), सभी स्वर, य, र, ल, व तथा ह।

2. निम्न में घोष वर्ण कौन-सा है? [UPSSSC ग्राम विकास अधिकारी परीक्षा, 2018 (IV)]

Correct Answer: (a) ज
Solution:ग, ज, ड, द, ब, घ, झ, ढ, ध, भ, ङ, ञ, ण, न, म, य, र, ल, व, ह तथा सभी स्वर 'घोष' वर्ण होते हैं।

3. जिन ध्वनियों की गणना न स्वर में की जाती है न व्यंजन में उसे क्या कहते हैं? [UPSSSC राज्य कृषि उत्पादन मण्डी परिषद परीक्षा, 2018 (I)]

Correct Answer: (d) अयोगवाह
Solution:जिन ध्वनियों की गणना न स्वर में की जाती है, न व्यंजन में, उन्हें 'अयोगवाह' कहा जाता है। अनुस्वार  और विसर्ग  'अयोगवाह' हैं। ये स्वरों के साथ एवं व्यंजनों के साथ नही जुड़ते परन्तु वर्णमाला में इनकी गणना होती है।

4. विसर्ग का उच्चारण स्थान है - [UPPCS (C-SAT) Exam - 2023]

Correct Answer: (d) कण्ठ्य
Solution:विसर्ग  का उच्चारण स्थान कण्ठ है। कण्ठ से उच्चरित अन्य वर्ण हैं- क वर्ग, अ, आ, ह।

5. अयोगवाह कहा जाता है- [P.G.T. परीक्षा, 2005 UP. TET Exam IInd Paper (VI-VIII), 2017]

Correct Answer: (a) विसर्ग को
Solution:अनुस्वार (अं) और विसर्ग (अः) को 'अयोगवाह' कहते हैं। ये ध्वनियाँ न तो स्वर हैं और न ही व्यंजन, फिर भी अर्थ का वहन करती हैं। पं. किशोरी दास वाजपेयी के शब्दों में इनकी स्वतंत्र गति नहीं, इसलिए ये स्वर नहीं हैं और व्यंजनों की तरह ये स्वरों के पूर्व नहीं, पश्चात् आते हैं, इसलिए व्यंजन नहीं। वर्णों की दोनों श्रेणियों में किसी के साथ इनका जातीय योग नहीं है, इसलिए इन दोनों ध्वनियों को 'अयोगवाह' कहते हैं।

6. हिन्दी वर्णमाला में 'अं' और 'अः' क्या हैं? [UPSSSC आबकारी सिपाही परीक्षा, 2016 (द्वितीय पाली)]

Correct Answer: (c) अयोगवाह
Solution:हिन्दी वर्णमाला में 'अं' और और 'अः' अयोगवाह ध्वनियाँ हैं। 'अं' का प्रयोग अनुस्वार के रूप में होता है तथा इसकी ध्वनि नाक से निकलती है। अनुस्वार वस्तुतः स्वर के बाद आने वाला व्यंजन होता है। अः का प्रयोग विसर्ग के रूप में किया जाता है, जो स्वर के बाद आने वाला व्यंजन है। इसका उच्चारण 'ह' वर्ण की तरह होता है; हिन्दी के तत्सम शब्दों में ही इसका प्रयोग होता है।

7. ऐसी कौन-सी दो मात्राएँ हैं, जिनका प्रयोग तो किया जाता है किन्तु उनका समावेश स्वर में नहीं किया जाता ? [UPSSSC कनिष्ठ सहायक (सा.च.) परीक्षा, 2016 (II)]

Correct Answer: (b) अं, अः
Solution:'अं, अः' अयोगवाह हैं। ये न तो स्वर हैं और न ही व्यंजन। किन्तु ये स्वरों के सहारे चलते हैं।

8. हिन्दी वर्णमाला में 'अयोगवाह' वर्ण कौन से हैं? [MPSI (SI) Exam, 04 Sep 2016 (09:00 AM)]

Correct Answer: (d) अं, अः
Solution:हिन्दी वर्णमाला में ऐसे वर्ण जिनकी गणना न तो स्वरों में और न ही व्यंजनों में की जाती है, 'अयोगवाह' वर्ण कहलाते हैं। अं और अः अयोगवाह कहलाते हैं। वर्णमाला में इनका स्थान स्वरों के बाद और व्यंजनों से पहले होता है। 'अं' को अनुस्वार तथा 'अ' को विसर्ग कहा जाता है।

9. इनमें अयोगवाह स्वर है- [M.P. Professional Exam. 15.12.2017]

Correct Answer: (d) अ
Solution:अयोगवाह के अन्तर्गत अनुस्वार (-) और विसर्ग  को रखा जाता है, किन्तु ये स्वर ध्वनियाँ नहीं है, क्योंकि इनके उच्चारण व्यंजनों के उच्चारण की तरह होते हैं। इसलिए अं, अः को 'अयोगवाह स्वर' कहा जाता है।

10. अं और अः आते हैं- [M.P. Professional Exam.18.12.2017]

Correct Answer: (c) अयोगवाह में
Solution:अं, अः, अर्थात् अनुस्वार एवं विसर्ग न तो स्वर हैं और न ही व्यंजन। ये स्वर ध्वनियाँ नहीं है, किन्तु इनका उपयोग स्वर व व्यंजन दोनों में होता है। जैसे अंग, रंग। इस प्रकार अनुस्वार व विसर्ग को 'अयोगवाह' श्रेणी में रखा गया है।

नोट- अयोगवाह योग न होने पर भी जो साथ रहता हो।