वायु प्रदूषण

Total Questions: 21

1. सामान्य स्थितियों में वातावरण में प्रदूषण उत्पन्न करने वाली गैस है- [U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2006]

Correct Answer: (a) कार्बन मोनोऑक्साइड (CO)
Note:

कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) एक प्रमुख प्राथमिक वायु प्रदूषक (Air Pollutant) है, जो कि रंगहीन (Colourless) तथा अति विषैली (Highly Poisonous) होती है। इसकी 90 प्रतिशत मात्रा प्राकृतिक स्रोतों तथा शेष 10 प्रतिशत ईंधन पदार्थों मुख्यतः कोयले के जलने, स्वचालित वाहनों इत्यादि से वातावरण में मिलती रहती है। CO उत्सर्जन का 50 प्रतिशत ऑटोमोबाइल से निकलता है। यह सिगरेट के धुएं में भी उपस्थित रहती है। CO वायुमंडल में कम समय के लिए रहती है तथा इसका ऑक्सीकरण CO₂ में हो जाता है। इस गैस का सर्वाधिक उत्पादन परिवहन से होता है।

2. निम्नलिखित में से कौन एक द्वितीयक प्रदूषक नहीं है? [U.P. P.S.C. (Pre) 2014]

Correct Answer: (c) सल्फर डाइऑक्साइड
Note:

वे वायु प्रदूषक, जो प्रदूषक स्रोत से सीधे वायु में मिलते हैं, प्राथमिक प्रदूषक कहलाते हैं जैसे- CO, CO₂, SO₂ इत्यादि। जबकि ऐसे वायु प्रदूषक, जो प्राथमिक वायु प्रदूषकों तथा साधारण वातावरणीय पदार्थों की क्रिया के फलस्वरूप उत्पन्न होते हैं, द्वितीयक वायु प्रदूषक नाम से जाने जाते हैं। जैसे- ओजोन (O₂), पेरॉक्सीएसीटिल नाइट्रेट इत्यादि। अतः पीएएन (Peroxy Acetyl Nitrate), ओजोन तथा स्मॉग (Smog) द्वितीयक प्रदूषक हैं, जबकि सल्फर के ऑक्साइड (मुख्यतः सल्फर डाइऑक्साइड), नाइट्रोजन के ऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड आदि प्राथमिक प्रदूषक हैं।

3. निम्नलिखित में कौन द्वितीयक प्रदूषक है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2018]

Correct Answer: (a) स्मॉग
Note:

वे वायु प्रदूषक, जो प्रदूषक स्रोत से सीधे वायु में मिलते हैं, प्राथमिक प्रदूषक कहलाते हैं जैसे- CO, CO₂, SO₂ इत्यादि। जबकि ऐसे वायु प्रदूषक, जो प्राथमिक वायु प्रदूषकों तथा साधारण वातावरणीय पदार्थों की क्रिया के फलस्वरूप उत्पन्न होते हैं, द्वितीयक वायु प्रदूषक नाम से जाने जाते हैं। जैसे- ओजोन (O₂), पेरॉक्सीएसीटिल नाइट्रेट इत्यादि। अतः पीएएन (Peroxy Acetyl Nitrate), ओजोन तथा स्मॉग (Smog) द्वितीयक प्रदूषक हैं, जबकि सल्फर के ऑक्साइड (मुख्यतः सल्फर डाइऑक्साइड), नाइट्रोजन के ऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड आदि प्राथमिक प्रदूषक हैं।

4. अधूरे प्रज्ज्वलन के कारण मोटर कार एवं सिगरेट से निकलने वाली रंगहीन गैस है- [Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2003]

Correct Answer: (c) कार्बन मोनोऑक्साइड
Note:

अधूरे प्रज्ज्वलन के कारण मोटर कार तथा सिगरेट से निकलने वाली रंगहीन गैस कार्बन मोनोऑक्साइड है। यह रक्त के हीमोग्लोबिन के साथ क्रिया करके एक स्थायी यौगिक बना लेती है, जिससे हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन को ऊतकों तक नहीं पहुंचा पाता है। यह मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक गैस है।

5. मोटर वाहनों से निकलने वाली निम्न में से कौन-सी एक मुख्य प्रदूषक गैस है? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2002 44th B.P.S.C. (Pre) 2000]

Correct Answer: (b) कार्बन मोनोऑक्साइड
Note:

अधूरे प्रज्ज्वलन के कारण मोटर कार तथा सिगरेट से निकलने वाली रंगहीन गैस कार्बन मोनोऑक्साइड है। यह रक्त के हीमोग्लोबिन के साथ क्रिया करके एक स्थायी यौगिक बना लेती है, जिससे हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन को ऊतकों तक नहीं पहुंचा पाता है। यह मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक गैस है।

6. निम्नलिखित में से कौन-सी एक वायु प्रदूषक गैस है और जीवाश्म ईंधन के ज्वलन स्वरूप उत्पन्न होती है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2011]

Correct Answer: (d) सल्फर डाइऑक्साइड
Note:

जीवाश्म ईंधन के ज्वलन से उत्पन्न होने वाली वायु प्रदूषक गैस प्रश्नगत विकल्पों में सल्फर डाइऑक्साइड है।

7. 'फ्लाई ऐश' एक प्रदूषक दहन उत्पाद है, जो प्राप्त होता है, जलाने से- [U.P.P.C.S. (Mains) 2004]

Correct Answer: (a) कोल (पत्थर के कोयले) को
Note:

'फ्लाई ऐश' (Fly ash) कोल के दहन से उत्पन्न प्रदूषक है। इसमें सूक्ष्म कण उपस्थित होते हैं, जो धुएं के साथ हवा में तैरते हैं। कोयला आधारित ताप विद्युत घरों से उत्पन्न होने वाले इस सूक्ष्म पाउडर से जीवों में श्वसन संबंधी रोग होते हैं। यह पौधों की पत्तियों पर जमा होकर प्रकाश संश्लेषण को बाधित करता है। इसको वायु में मिलने से रोकने के लिए इलेक्ट्रोस्टेटिक अवक्षेपक (Electrostatic Precipitator) या अन्य कण निस्यंदन उपकरणों का प्रयोग किया जाता है।

8. फ्लाईऐश प्रदूषण होता है- [U.P.P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (c) ताप विद्युत संयंत्र से
Note:

'फ्लाई ऐश' (Fly ash) कोल के दहन से उत्पन्न प्रदूषक है। इसमें सूक्ष्म कण उपस्थित होते हैं, जो धुएं के साथ हवा में तैरते हैं। कोयला आधारित ताप विद्युत घरों से उत्पन्न होने वाले इस सूक्ष्म पाउडर से जीवों में श्वसन संबंधी रोग होते हैं। यह पौधों की पत्तियों पर जमा होकर प्रकाश संश्लेषण को बाधित करता है। इसको वायु में मिलने से रोकने के लिए इलेक्ट्रोस्टेटिक अवक्षेपक (Electrostatic Precipitator) या अन्य कण निस्यंदन उपकरणों का प्रयोग किया जाता है।

9. निम्नलिखित में से कौन-सा एक वायु प्रदूषण के जैविक सूचक का कार्य करता है? [U.P.U.D.A./L.D.A. (Spl.) (Pre) 2010 U.P.P.C.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (a) लाइकेन
Note:

लाइकेन पेड़ों की छालों पर उगे हुए होते हैं। लाइकेन का निर्माण शैवाल तथा कवक के सहजीवी संबंध द्वारा होता है। नाइट्रेट जीवाणु (नाइट्रोबैक्टर) नाइट्राइट को नाइट्रेट में परिवर्तित कर देते हैं। इसे पौधे जड़ों द्वारा खाद के रूप में ग्रहण करते हैं। इसके बदले पौधे इन जीवाणुओं को भोजन एवं रहने के लिए स्थान देते हैं। इस प्रकार इस सहजीविता का प्रभाव पौधों एवं वातावरण पर पड़ता है। वायु प्रदूषण का सबसे अधिक प्रभाव लाइकेन पर पड़ता है, क्योंकि ये बड़े संवेदनशील होते हैं। लाइकेन प्रदूषण के जैविक सूचक का कार्य करता है।

10. निम्नलिखित में से कौन-सा वायु प्रदूषण का सूचक है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (c) लाइकेन
Note:

लाइकेन वायु प्रदूषण के महत्वपूर्ण सूचक हैं। यदि वातावरण में सल्फर डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है, तो लाइकेन समाप्त होने लगते हैं। लाइकेन कवक एवं शैवाल से मिलकर बने होते हैं, जो पेड़ों के तने एवं चट्टानों आदि पर पाए जाते हैं।