विजयनगर साम्राज्य (मध्यकालीन भारतीय इतिहास)

Total Questions: 17

11. विजयनगर साम्राज्य में व्यापारियों के स्थानीय समुदायों को ....... के रूप में जाना जाता था। [CGL (T-I) 20 जुलाई, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (b) कुदिरई चेट्टिस
Solution:विजयनगर साम्राज्य में घोड़ों के व्यापारियों के स्थानीय समुदायों को कुदिरई चेट्टिस (Kudirai Chettis) के रूप में जाना जाता था। 'कुदिरई' का अर्थ है घोड़ा और 'चेट्टी' का अर्थ है व्यापारी

घोड़े विजयनगर साम्राज्य की सैन्य शक्ति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण थे, क्योंकि उन्हें अक्सर बहमनी सल्तनत और अन्य उत्तरी प्रतिद्वंद्वियों से लड़ना पड़ता था। इसलिए, घोड़ों का व्यापार करने वाले ये समुदाय (जो अक्सर फारस और अरब से आयात करते थे) साम्राज्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण थे और उन्हें विशेष दर्जा प्राप्त था।

12. फारसी दूत अब्दुर रज्जाक किसके शासनकाल में विजयनगर आया था? [CGL (T-I) 19 जुलाई, 2023 (III-पाली), MTS (T-I) 16 जून, 2025 (II-पाली), JE मैकेनिकल परीक्षा 22 मार्च, 2021 (II-पाली)]

Correct Answer: (a) देवराय-II
Solution:फारसी दूत अब्दुर रज्जाक (Abd al-Razzaq Samarqandi) देवराय-द्वितीय (Deva Raya II) के शासनकाल (1424-1446 ई.) के दौरान, लगभग 1442-1443 ईस्वी में विजयनगर आया था। रज्जाक समरकंद के शासक शाह रुख का दूत था।

उसने अपने यात्रा वृत्तांत में विजयनगर शहर की असाधारण भव्यता, धन-संपदा और उस समय की सामाजिक एवं राजनीतिक व्यवस्था का विस्तृत वर्णन किया है। उसका विवरण विजयनगर के इतिहास को जानने के लिए एक महत्वपूर्ण प्राथमिक स्रोत है।

13. कृष्णदेव राय ने तेलुगू में ....... पर एक कृति की रचना की जिसे आमुक्तमाल्यदा के नाम से जाना जाता है। [CGI (T-I) 200 जुलाई, 2023 (IV-पाली), CGL (T-I) 16 अगस्त, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (b) शासन कला
Solution:राजा कृष्णदेव राय ने तेलुगू भाषा में 'आमुक्तमाल्यदा' (Amuktamalyada) नामक प्रसिद्ध कृति की रचना की, जो मुख्य रूप से शासन कला (राजधर्म और नीति-निर्माण) पर आधारित है। इस कृति में शासन के सिद्धांतों, राजा के कर्तव्यों, और एक आदर्श राज्य के गुणों का वर्णन है।

इस रचना में एक प्रेम कहानी भी शामिल है, लेकिन इसका अंतर्निहित विषय राजशाही और प्रशासन ही है। यह कृति तेलुगू साहित्य के 'क्लासिक' ग्रंथों में गिनी जाती है।

14. तालीकोटा की लड़ाई के बाद विजयी सेनाओं ने निम्नलिखित में से किस शहर को लूट लिया था? [CGL (T-I) 24 जुलाई, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (d) विजयनगर
Solution:तालीकोटा की लड़ाई (1565 ई.) में विजयनगर साम्राज्य की हार के बाद, दक्कनी सल्तनतों (बीजापुर, अहमदनगर, गोलकुंडा और बीदर) की विजयी संयुक्त सेनाओं ने विजयनगर साम्राज्य की राजधानी विजयनगर शहर को पूरी तरह से लूट लिया और नष्ट कर दिया।

यह लूटपाट कई महीनों तक चली और शहर के भव्य मंदिरों, महलों और बाजारों को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इस विनाशकारी घटना ने विजयनगर शहर को खंडहरों में बदल दिया, जिसे आज हंपी के नाम से जाना जाता है।

15. किस युद्ध के कारण विजयनगर साम्राज्य का पतन हुआ? [MTS (T-I) 03 मई, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (c) तालीकोटा का युद्ध
Solution:तालीकोटा का युद्ध (Battle of Talikota), जो 23 जनवरी, 1565 ईस्वी को लड़ा गया था, विजयनगर साम्राज्य के पतन का प्रमुख कारण बना। इस युद्ध में विजयनगर की सेना का नेतृत्व राम राय ने किया था।

जबकि उसके सामने दक्कन की चार प्रमुख सल्तनतों (बीजापुर, अहमदनगर, गोलकुंडा और बीदर) की संयुक्त सेनाएँ थीं। इस भीषण हार के बाद विजयनगर शहर को लूटा और नष्ट कर दिया गया, और यद्यपि साम्राज्य एक और शताब्दी तक बचा रहा, लेकिन इसकी केंद्रीय शक्ति और प्रभाव पूरी तरह से समाप्त हो गया।

16. जबकि इतिहासकार विजयनगर साम्राज्य शब्द का प्रयोग करते हैं, समकालीनों ने इसे ....... समराज्यमु के रूप में वर्णित किया है। [Phase-XI 27 जून, 2023 (IV-पाली)]

Correct Answer: (c) कर्नाटक
Solution:जबकि आधुनिक इतिहासकार विजयनगर साम्राज्य शब्द का प्रयोग करते हैं, इसके समकालीनों ने इसे अक्सर कर्नाटक साम्राज्यमु (Karnataka Samrajyamu) के रूप में वर्णित किया है।

यह नाम इस बात पर जोर देता है कि यह राज्य कर्नाटक क्षेत्र की सांस्कृतिक, भौगोलिक और राजनीतिक परंपराओं पर आधारित था। विजयनगर के शासकों ने अपनी पहचान कर्नाटक विद्या नगरी के रूप में भी स्थापित की थी, जो उनके क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत के प्रति उनके गहरे लगाव को दर्शाता है।

17. निम्नलिखित विजयनगर शासकों में से किसने विजयनगर के पास नागलापुरम नामक एक उपनगरीय बस्ती की स्थापना की? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 17 नवंबर, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (c) कृष्णदेव राय
Solution:विजयनगर के सबसे प्रसिद्ध शासक कृष्णदेव राय ने अपनी माता के नाम पर नागलापुरम (Nagalapuram) नामक एक उपनगरीय बस्ती की स्थापना की थी। कृष्णदेव राय की माता का नाम नागला देवी था।

यह बस्ती विजयनगर शहर (हंपी) के करीब ही स्थापित की गई थी और इसे भव्य मंदिरों और संरचनाओं से सजाया गया था। कृष्णदेव राय का शासनकाल न केवल सैन्य विजयों के लिए, बल्कि साहित्य, कला और वास्तुकला के संरक्षण और विकास के लिए भी प्रसिद्ध है।