1. नरसिंह सालुव ने संगम वंश का अंत किया और उसने राजसिंहासन छीन कर सालुव वंश आरंभ किया।
2. वीर नरसिंह ने अंतिम सालुव शासक को गद्दी से उतारकर राजसिंहासन छीना।
3. वीर नरसिंह के उत्तरवर्ती उनके अनुज कृष्णदेव राय थे।
4. कृष्णदेव राय के उत्तरवर्ती उनके अर्द्ध-भाई अच्युतदेव राय थे। उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
Correct Answer: (d) 1, 2, 3 और 4
Note: चंद्रगिरि के सामंत नरसिंह सालुव ने संगम वंश के अंतिम शासक विरुपाक्ष द्वितीय को पदच्युत करके 1485 ई. में सिंहासन पर अधिकार कर लिया एवं एक नवीन राजवंश 'सालुच वंश' की स्थापना की। वीर नरसिंह ने नरसिंह सालुव के पुत्र (इम्माड़ि नरसिंह, सालुव वंश का अंतिम शासक) को पदच्युत करके सिंहासन पर अधिकार कर लिया एवं तुलुव वंश की नींव डाली। 1509 ई. में उसकी मृत्यु के बाद उसका अनुज कृष्णदेव राय (1509-1529 ई.) सिंहासनासीन हुआ। कृष्णदेव राय का उत्तराधिकारी उसका चचेरा भाई अच्युतदेव राय हुआ, जो 1529 ई. में सिंहासन पर बैठा। अतः उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं।