विजयनगर साम्राज्य (UPPCS)

Total Questions: 44

31. सन् 1565 में कौन-सा प्रसिद्ध युद्ध हुआ था? [66th B.P.S.C. (Re-Exam) 2020]

Correct Answer: (d) तालीकोटा का युद्ध
Note:

1565 ई. में तालीकोटा के प्रसिद्ध युद्ध में बीजापुर, अहमदनगर, गोलकुंडा और बीदर की संयुक्त सेनाओं ने विजयनगर को पराजित किया। इस संयुक्त सेना में केवल बरार शामिल नहीं था। फरिश्ता के अनुसार, यह युद्ध तालीकोटा में लड़ा गया, किंतु युद्ध का वास्तविक क्षेत्र राक्षसी एवं तंगड़ी नामक दो ग्रामों के बीच स्थित था। तालीकोटा के युद्ध के समय विजयनगर का शासक सदाशिव राय था, किंतु वास्तविक शक्ति उसके मंत्री रामराय के हाथों में थी। रामराय एक योग्य शासक था। उसने बहमनी राज्यों के मुस्लिम शासकों के मध्य फूट डालने का प्रयास किया; किंतु सफल नहीं हुआ। तालीकोटा के इसी युद्ध में हुसैन निजामशाह ने अपने हाथ से रामराय का वध कर दिया।

32. तालीकोटा का युद्ध लड़ा गया था- [U.P.P.C.S. (Mains) 2014]

Correct Answer: (c) विजयनगर और बीजापुर, अहमदनगर तथा गोलकुंडा की संयुक्त सेनाओं के बीच
Note:

1565 ई. में तालीकोटा के प्रसिद्ध युद्ध में बीजापुर, अहमदनगर, गोलकुंडा और बीदर की संयुक्त सेनाओं ने विजयनगर को पराजित किया। इस संयुक्त सेना में केवल बरार शामिल नहीं था। फरिश्ता के अनुसार, यह युद्ध तालीकोटा में लड़ा गया, किंतु युद्ध का वास्तविक क्षेत्र राक्षसी एवं तंगड़ी नामक दो ग्रामों के बीच स्थित था। तालीकोटा के युद्ध के समय विजयनगर का शासक सदाशिव राय था, किंतु वास्तविक शक्ति उसके मंत्री रामराय के हाथों में थी। रामराय एक योग्य शासक था। उसने बहमनी राज्यों के मुस्लिम शासकों के मध्य फूट डालने का प्रयास किया; किंतु सफल नहीं हुआ। तालीकोटा के इसी युद्ध में हुसैन निजामशाह ने अपने हाथ से रामराय का वध कर दिया।

33. तालीकोटा का युद्ध हुआ था- [U.P. P.C.S. (Pre) 1993]

Correct Answer: (b) सन् 1565 में
Note:

1565 ई. में तालीकोटा के प्रसिद्ध युद्ध में बीजापुर, अहमदनगर, गोलकुंडा और बीदर की संयुक्त सेनाओं ने विजयनगर को पराजित किया। इस संयुक्त सेना में केवल बरार शामिल नहीं था। फरिश्ता के अनुसार, यह युद्ध तालीकोटा में लड़ा गया, किंतु युद्ध का वास्तविक क्षेत्र राक्षसी एवं तंगड़ी नामक दो ग्रामों के बीच स्थित था। तालीकोटा के युद्ध के समय विजयनगर का शासक सदाशिव राय था, किंतु वास्तविक शक्ति उसके मंत्री रामराय के हाथों में थी। रामराय एक योग्य शासक था। उसने बहमनी राज्यों के मुस्लिम शासकों के मध्य फूट डालने का प्रयास किया; किंतु सफल नहीं हुआ। तालीकोटा के इसी युद्ध में हुसैन निजामशाह ने अपने हाथ से रामराय का वध कर दिया।

34. जब राजा वोडियार ने मैसूर राज्य की स्थापना की तब विजयनगर साम्राज्य का शासक कौन था? [I.A.S. (Pre) 2006]

Correct Answer: (d) वेंकट II
Note:

अरावीडु वंश की स्थापना 1570 ई. के लगभग तिरुमल ने सदाशिव को अपदस्थ कर पेनुकोंडा में की थी। इसका उत्तराधिकारी श्रीरंग प्रथम हुआ। श्रीरंग प्रथम के बाद वेंकट द्वितीय शासक हुआ। उसने चंद्रगिरि को अपना मुख्यालय बनाया। विजयनगर के महान शासकों की श्रृंखला में यह अंतिम शासक था। वेंकट II राजा वोडियार का समकालीन था, जिन्होंने 1612 ई. में मैसूर राज्य की स्थापना की थी।

 

35. विजयनगर साम्राज्य की 'वित्तीय व्यवस्था' की मुख्य विशेषता क्या थी? [39th B.P.S.C. (Pre) 1994]

Correct Answer: (b) भू-राजस्व
Note:

विजयनगर राज्य को विभिन्न स्रोतों से आय प्राप्त होती थी, यथा- भू-राजस्व, संपत्ति कर, व्यापारिक कर, व्यावसायिक कर, उद्योगों पर लगाए जाने वाले कर, सामाजिक और सामुदायिक कर तथा अपराधों के लिए आरोपित अर्थदंड। राजस्व का सर्वाधिक महत्वपूर्ण स्रोत भूमि कर था, जिसे सीस्त (शिष्ट) या राय-रेखा कहा जाता था। भूमि का भली-भांति सर्वेक्षण कर भू-राजस्व वसूल किया जाता था।

 

36. विजयनगर के शासक कृष्णदेव की कराधान व्यवस्था से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2016]

1. भूमि की गुणवत्ता के आधार पर भू-राजस्व की दर नियत होती थी।

2. कारखानों के निजी स्वामी एक औद्योगिक कर देते थे।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

Correct Answer: (c) 1 और 2 दोनों
Note:

विजयनगर के शासक कृष्णदेव राय की कराधान व्यवस्था में भूमि की गुणवत्ता के आधार पर भू-राजस्व निर्धारित होता था। सरकार की आय का मुख्य स्रोत भू-राजस्व व्यवस्था थी। भूमि को अनेक श्रेणियों में विभाजित किया गया था। राजस्व एकत्र करने हेतु अठावने नामक एक अलग विभाग था। भू-राजस्व निर्धारण हेतु भूमि को चार वर्गों में वर्गीकृत किया गया था-सिंचित, शस्क, उद्यान और वन। सामान्यतः भू-राजस्व की दर उपज के 1/3 अंश से 1/6 अंश तक थी। इसका निर्धारण भूमि की श्रेणी और फसल की उत्कृष्टता के आधार पर होता था। अपवाद स्वरूप ब्राह्मणों की भूमि से उपज का मात्र 1/20 अंश और मंदिरों की भूमि से मात्र 1/30 अंश भू-राजस्व लिया जाता था। विवाह कर, बागवानी शुल्क, सीमा शुल्क के अतिरिक्त विभिन्न वस्तुओं के उत्पादन पर कारखानों के निजी स्वामियों को एक औद्योगिक कर भी देना पड़ता था।

 

37. निम्नलिखित में से किस स्थान के खंडहर विजयनगर की प्राचीन राजधानी का प्रतिनिधित्व करते हैं? [U. P. P. C. S. (Mains) 2007 U. P. P. C. S. (Mains) 2008]

Correct Answer: (d) हम्पी
Note:

हम्पी के खंडहर (वर्तमान कर्नाटक में अवस्थित) विजयनगर साम्राज्य की प्राचीन राजधानी का प्रतिनिधित्व करते हैं। विजयनगर काल में बना विरुपाक्ष मंदिर यहीं पर अवस्थित है। हम्पी यूनेस्को की विश्व विरासत स्थलों की सूची में भी सम्मिलित है।

 

38. विजयनगर साम्राज्य का अवशेष कहां मिलता है? [63rd B.P.S.C. (Pre) 2017]

Correct Answer: (c) हम्पी
Note:

हम्पी के खंडहर (वर्तमान कर्नाटक में अवस्थित) विजयनगर साम्राज्य की प्राचीन राजधानी का प्रतिनिधित्व करते हैं। विजयनगर काल में बना विरुपाक्ष मंदिर यहीं पर अवस्थित है। हम्पी यूनेस्को की विश्व विरासत स्थलों की सूची में भी सम्मिलित है।

39. विजयनगर साम्राज्य की राजधानी किस नदी के तट पर स्थित थी? [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2023]

Correct Answer: (a) तुंगभद्रा
Note:

विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हम्पी (विजयनगर) तुंगभद्रा नदी के तट पर अवस्थित थी। विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ई. में हरिहर एवं बुक्का ने की थी। विजयनगर का शाब्दिक अर्थ है-'जीत का शहर'। यूनेस्को ने हम्पी के स्मारकों के समूह को वर्ष 1986 में अपने विरासत स्थलों की सूची में शामिल किया था।

 

40. विजयनगर के किस शासक ने चीन के सम्राट के पास अपना राजदूत भेजा ? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2008]

Correct Answer: (b) बुक्का प्रथम
Note:

विजयनगर साम्राज्य की स्थापना हरिहर एवं बुक्का ने 1336 ई. में की थी। अपने इस साहसिक कार्य में हरिहर एवं बुक्का ने अपने गुरु विद्यारण्य तथा वेदों के प्रसिद्ध भाष्यकार सायण से प्रेरणा ली थी। संगमवंशी शासक बुक्का प्रथम (1356-77) ने 1374 ई. में चीन के सम्राट के पास अपना दूतमंडल भेजा था।