विदेशी विनिमय, एफ.डी.आई तथा विदेशी ऋण (भाग – 3)

Total Questions: 37

1. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए - [I.A.S. (Pre) 2005]

1. वर्ष 2004 में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 125 अरब अमेरिकी डॉलर के अंक को पार नहीं कर पाया।

2. थोक मूल्य सूचकांकों की श्रृंखला जो अप्रैल, 2000 को शुरू हुई, का आधार वर्ष 1993-94 है।

उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

Correct Answer: (b) केवल 2
Solution:टाटा स्टैटिस्टिकल आउटलाइन ऑफ इंडिया, 2004-05 के अनुसार, 10 दिसंबर, 2004 को भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 129.7 बिलियन डॉलर था। अतः कथन 1 असत्य है। थोक मूल्य सूचकांकों की श्रृंखला जो 1 अप्रैल, 2000 में शुरू हुई थी, का आधार वर्ष 1993-94 था। अतः कथन-2 सत्य है। इस प्रकार सही उत्तर विकल्प (b) होगा। वर्तमान में थोक मूल्य सूचकांक का आधार वर्ष 2011-12 है।

2. भारतीय अर्थव्यवस्था के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2022]

1. अंकित प्रभावी विनिमय दर (Nominal Effective Exchange Rate (NEER)) में वृद्धि रुपये की मूल्यवृद्धि को दर्शाता है।

2. वास्तविक प्रभावी विनिमय दर (Real Effective Exchange Rate (REER) में वृद्धि व्यापार प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार को दर्शाता है।

3. अन्य देशों में मुद्रास्फीति के सापेक्ष घरेलू मुद्रास्फीति में बढ़ने की प्रवृत्ति NEER और REER के बीच में वर्धमान अपसरण उत्पन्न कर सकता है।

उपर्युक्त कथनों में कौन-से सही हैं?

Correct Answer: (c) केवल 1 और 3
Solution:अंकित प्रभावी विनिमय दर' (Nominal Effective Exchange Rate : NEER) तथा 'वास्तविक प्रभावी विनिमय दर' (Real Effective Exchange Rate : REER) के सूचकांक (Index) बाहरी प्रतिस्पर्धात्मक के संकेत के रूप में उपयोग किए जाते हैं। जहां अंकित प्रभावी विनिमय दर (NEER) विदेशी मुद्राओं के संदर्भ में घरेलू मुद्रा की द्विपक्षीय अंकित विनिमय दरों का भारित औसत है वहीं वैचारिक रूप से वास्तविक प्रभावी विनिमय (REER) जिसे घरेलू और विदेशी देशों के मध्य सापेक्ष मूल्य अंतर के लिए समायोजित अंकित विनिमय दरों के क्षरित औसत के रूप में परिभाषित किया गया है, क्रय शक्ति समता (PPP) परिकल्पना से संबंधित है। एक उच्च NEER गुणांक (1 से ऊपर) का अर्थ है कि घरेलू मुद्रा आयातित मुद्रा से अधिक मूल्य की है। अतः NEER में वृद्धि रुपये की मूल्य वृद्धि को दर्शाता है। अतः कथन 1 सही है।

वास्तविक प्रभावी विनिमय दर (Real Effective Exchange Rate, REER), कई विदेशी मुद्राओं के भारित औसत के मुकाबले घरेलू मुद्रा के मूल्य का माप है, जो मूल्य डिफ्लेटर या लागत सूचकांक से विभाजित होता है। सरल शब्दों में, जब NEER को घरेलू मुद्रास्फीति के सापेक्ष समायोजित किया जाता है, तो यह REER के बराबर होता है। REER में वृद्धि का अर्थ है कि निर्यात अधिक महंगा हो जाता है और आयात सस्ता हो जाता है। इसलिए REER में वृद्धि व्यापार प्रतिस्पर्धा में कमी का संकेत देती है। अतः कथन (2) गलत है।

REER की गणना NEER में सापेक्ष मुद्रास्फीति (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) के समायोजन के बाद की जाती है। अतः REER में परिवर्तन अंकित विनिमय दर में परिवर्तन और व्यापारिक साझेदारों की तुलना में मुद्रास्फीति अंतर दोनों को ध्यान में रखता है। इस प्रकार यदि मुद्रास्फीति अन्य देशों में मुद्रास्फीति के सापेक्ष बढ़ती प्रवृत्ति में है, तो NEER और REER के बीच बढ़ते विचलन की संभावना है। अतः कथन 3 सही है।

3. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए - [I.A.S. (Pre) 2012]

किसी मुद्रा का अंतरराष्ट्रीय बाजार में मूल्य

1. विश्व बैंक निर्धारित करता है

2. संबंधित देश द्वारा प्रदत्त वस्तुओं/सेवाओं की कितनी मांग है, से निर्धारित होता है

3. संबंधित देश की सरकार की स्थिरता से निर्धारित होता है

4. संबंधित देश की आर्थिक संभाव्यता से निर्धारित होता है

उपर्युक्त में से कौन-से कथन सही हैं?

Correct Answer: (b) केवल 2 और 3
Solution:अंतरराष्ट्रीय बाजार में किसी देश की मुद्रा का मूल्य निर्धारित करने में विश्व बैंक की कोई भूमिका नहीं होती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में किसी देश की मुद्रा का मूल्य उस देश की सरकार की स्थिरता से निर्धारित होता है तथा मूल्य तय करने में उस देश के द्वारा प्रदान की जाने बाली वस्तुओं और सेवाओं की मांग का भी प्रमुख योगदान होता है।

4. नए रिजर्व बैंक गवर्नर के अनुसार, निम्नलिखित कारकों में से कौन रुपये के विनिमय मूल्य को निर्धारित करते हैं?. [U.P.P.C.S. (Mains) 2013]

1. उच्च मुद्रास्फीति दर

2. उच्च राजकोषीय घाटा

3. ऊंची कच्चे तेल की कीमत

नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर चुनिए-

Correct Answer: (a) उपर्युक्त तीनों कारक
Solution:रिजर्व बैंक के तत्कालीन गवर्नर रघुराम राजन ने रुपये के विनिमय मूल्य को निर्धारित करने वाले निम्न कारकों की पहचान की थी-उच्च मुद्रास्फीति दर, उच्च राजकोषीय घाटा एवं ऊंची कच्चे तेल की कीमतें।

5. निम्नलिखित में से कौन-सा एक दी गई मुद्राओं का भारतीय रुपयों में उनके मूल्य के अवरोही क्रम (Decreasing order) का सही अनुक्रम है? [I.A.S. (Pre) 1998]

Correct Answer: (a) यू.एस. डॉलर, कनाडा का डॉलर, न्यूजीलैंड डॉलर, हांगकांग डॉलर
Solution:प्रश्नगत मुद्राओं के साथ 30 अप्रैल, 2024 को रुपये की विनिमय दर निम्नानुसार है-

1 यू.एस. डॉलर 83.49 रु.

1 कनाडियन डॉलर 60.95 रु.

1 न्यूजीलैंड डॉलर 49.61 रु.

1 हांगकांग डॉलर 10.67 रु.

प्रश्नकाल के दौरान एवं वर्तमान में भी विकल्प (a) सत्य है।

6. हाल के वर्षों में रुपया निम्न में से किस मुद्रा के मुकाबले मजबूत हुआ है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2007]

Correct Answer: (c) डॉलर
Solution:है- प्रश्नकाल में भारतीय रुपये की विनिमय दर को इस प्रकार से देखा जा सकता
वर्षअमेरिकी डॉलरपाउंड स्टर्लिंगयूरोयेन
2002-0348.39574.81948.090.397
2003-0445.95277.73953.990.407
2004-0544.93282.86456.5130.418
2005-0644.27379.04753.9120.391

उपर्युक्त आंकड़ों से स्पष्ट होता है, कि पाउंड स्टर्लिंग, यूरो तथा येन के संदर्भ में रुपये की स्थिति कभी मजबूत हुई है और कभी कमजोर हुई है, जबकि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की स्थिति लगातार मजबूत हुई है। अमेरिकी डॉलर वर्ष 2002 से 2006 तक लगातार भारतीय रुपये की तुलना में कमजोर हुआ है। अतः विकल्प (c) सही उत्तर है।

7. यदि एक समय अंतराल में बाजारीय शक्तियों द्वारा विनिमय दर 60 रु. प्रति डॉलर से बदल कर 65 रु. प्रति डॉलर हो जाती है, तो [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (d) रुपये का मूल्य ह्रास होगा
Solution:बाजारीय शक्तियों द्वारा विदेशी मुद्रा के सापेक्ष घरेलू मुद्रा के मूल्य में होने वाली कमी अर्थात विनिमय दर का 60 रुपये प्रति डॉलर से 65 रुपये प्रति डॉलर हो जाना "मूल्य ह्रास" (Depreciation) कहलाएगा। इसके विपरीत विदेशी मुद्रा के सापेक्ष घरेलू मुद्रा के मूल्य में यदि

सरकारी हस्तक्षेप से गिरावट की जाती है, तो इसे घरेलू मुद्रा का अवमूल्यन कहेंगे।

8. एक मुद्रा के मूल्य में वृद्धि दूसरी की तुलना में है - [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (c) मुद्रा की मूल्य वृद्धि
Solution:बाजारीय शक्तियों द्वारा विदेशी मुद्रा के सापेक्ष घरेलू मुद्रा के मूल्य में होने वाली कमी अर्थात विनिमय दर का 60 रुपये प्रति डॉलर से 65 रुपये प्रति डॉलर हो जाना "मूल्य ह्रास" (Depreciation) कहलाएगा। इसके विपरीत विदेशी मुद्रा के सापेक्ष घरेलू मुद्रा के मूल्य में यदि

सरकारी हस्तक्षेप से गिरावट की जाती है, तो इसे घरेलू मुद्रा का अवमूल्यन कहेंगे।

9. जब विनिमय दर 1$= Rs. 60 से परिवर्तित होकर 1$= Rs. 58 हो जाती है, तो इसका अभिप्राय है कि- [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2012]

I. रुपया अधिमूल्यित हो गया है।

II. डॉलर का मूल्य घट गया है।

III. रुपये का मूल्य घट गया है।

IV. डॉलर अधिमूल्यित हो गया है।

Correct Answer: (a) I और II सही हैं।
Solution:जब विनिमय दर 1$= रु. 60 से परिवर्तित होकर 1$= रु. 58 हो जाती है, तो इसका अभिप्राय यह है कि डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत हो गया, अर्थात रुपये का मूल्य बढ़ गया है। अर्थात 1 डॉलर को प्राप्त करने के लिए पहले (60रु.) की अपेक्षा अब (58रु.) कम रुपये देने पड़ रहे हैं।

10. निम्नलिखित में से कौन-सी मुद्रा सबसे महंगी है? [69th B.P.S.C. (Pre) 2023]

Correct Answer: (b) पाउंड स्टर्लिंग
Solution:24 अप्रैल, 2024 को विकल्पगत मुद्राओं के संदर्भ में भारतीय रुपये का मूल्य निम्न है -

1 यूरो - 89.04 रुपये

1 पाउंड स्टर्लिंग - 103.57 रुपये

1 यू.एस. डॉलर - 83.30 रुपये

अतः स्पष्ट है कि विकल्पगत मुद्राओं में सबसे महंगी मुद्रा पाउंड स्टर्लिंग है।