किसी मुद्रा के अवमूल्यन का प्रभाव यह है कि वह अनिवार्य रूप से
1. विदेशी बाजारों में घरेलू निर्यातों की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाता है
2. घरेलू मुद्रा के विदेशी मूल्य को बढ़ाता है
3. व्यापार संतुलन में सुधार लाता है
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/कौन-से सही है/हैं?
Correct Answer: (a) केवल 1
Solution:अवमूल्यन के दो निहितार्थ हैं। पहला, अवमूल्यन देश के निर्यात को अपेक्षाकृत कम खर्चीला बनाता है और विदेशी बाजारों में घरेलू निर्यात की प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार करता है। दूसरा, अवमूल्यन घरेलू उपभोक्ताओं के लिए विदेशी उत्पादों को अपेक्षाकृत अधिक महंगा बनाता है, इस प्रकार आयात को हतोत्साहित करता है। यह देश के निर्यात को बढ़ाने और आयात को कम करने में मदद कर सकता है और इसलिए व्यापार संतुलन में सुधार लाने में मदद कर सकता है। तथापि यह कहना कि अवमूल्यन अनिवार्य रूप से व्यापार संतुलन में सुधार लाएगा, सही नहीं है क्योंकि अनिवार्य आयात (यथा- कच्चा तेल) महंगे हो सकते हैं। अतः केवल कथन 1 सही है।