विदेशी विनिमय, एफ.डी.आई तथा विदेशी ऋण

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31. यदि निकट भविष्य में दूसरा वैश्विक वित्तीय संकट होता है, तो निम्नलिखित में से कौन-सा कार्य/नीतियां, भारत को सबसे अधिक संभावना के साथ, कुछ उन्मुक्ति प्रदान कर सकती है/हैं? [I.A.S. (Pre) 2020]

1. अल्पकालीन विदेशी ऋणों पर निर्भर न रहना

2. कुछ और विदेशी बैंकों को प्रारंभ करना

3. पूंजी खाते में पूर्ण परिवर्तनीय को बनाए रखना

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए :

Correct Answer: (a) केवल 1
Solution:यदि निकट भविष्य में दूसरा वैश्विक वित्तीय संकट होता है, तो अल्पकालीन विदेशी ऋणों पर निर्भर न रहना भारत को कुछ उन्मुक्ति प्रदान कर सकती है। कुछ और विदेशी बैंकों को प्रारंभ करना वैश्विक अर्थव्यवस्था में बढ़ा हुआ जोखिम होगा। मुद्रा परिवर्तनीय उस स्थिति को प्रदर्शित करता है, जिसमें एक मृदा किसी भी विदेशी मुद्रा में परिवर्तित हो सकती है अथवा प्रचलित विनिमय दर पर बिना किसी सरकार के हस्तक्षेप के परिवर्तित हो सकती है। भारत में वर्तमान में चालू खाते पर रुपये की पूर्ण परिवर्तनीयता लागू है, जबकि पूंजी खाते पर अनुमति अनिवार्य है।

32. भारत के संदर्भ में, मुद्रा संकट के जोखिम को कम करने में निम्नलिखित में से किस/किन कारक / कारकों का योगदान है? [I.A.S. (Pre), 2019]

1. भारत के IT सेक्टर के विदेशी मुद्रा अर्जन का

2. सरकारी व्यय के बढ़ने का

3. विदेशस्थ भारतीयों द्वारा भेजे गए धन का

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।

Correct Answer: (b) केवल 1 और 3
Solution:मुद्रा संकट (Currency Crisis) से तात्पर्य ऐसी परिस्थिति से है, जब किसी देश के केंद्रीय बैंक की अपने विदेशी मुद्रा भंडार के आधार पर देश की मुद्रा की नियत विनिमय दर को बनाए रखने की क्षमता पर गंभीर प्रश्न चिह्न हों। सामान्यतः ऐसी स्थिति तब उत्पन्न होती है, जब कोई देश गंभीर रूप से भुगतान संतुलन (Balance of Payment) घाटे का सामना कर रहा हो तथा वह अपने आयात एवं ऋण शोधन का वित्तीयन अपने अपर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार से न कर पा रहा हो। ऐसी स्थिति में देश का केंद्रीय बैंक देश की मुद्रा की विनिमय दर को स्थिर रखने में असफल रहता है और मुद्रा का मूल्य गिरता जाता है।

भारत के संदर्भ में, देश के IT सेक्टर द्वारा विदेशी मुद्रा अर्जन एवं विदेशस्थ भारतीयों द्वारा भेजा गया धन (Remittances) देश में विदेशी मुद्रा अंतर्वाह को बढ़ाकर विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि करने के साथ भुगतान संतुलन के घाटे को कम करने तथा तदनुसार मुद्रा संकट के जोखिम को कम करने के संदर्भ में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। इसके विपरीत सरकारी व्यय के बढ़ने से यदि रुपये की आपूर्ति बढ़ती है, तो ऐसी स्थिति में रुपये का मूल्य गिरने से मुद्रा संकट का जोखिम और बढ़ सकता है। इस प्रकार विकल्प (b) सही उत्तर है।

33. भारतीय रुपये की गिरावट रोकने के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा एक सरकार/भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा किया जाने वाला सर्वाधिक संभावित उपाय नहीं है? [I.A.S. (Pre), 2019]

Correct Answer: (d) एक प्रसरणशील मौद्रिक नीति का अनुसरण करना
Solution:गैर-जरूरी वस्तुओं के आयात पर नियंत्रण एवं निर्यात को प्रोत्साहन, रुपये मूल्यवर्ग के मसाला बॉन्ड जारी करने तथा विदेशी वाणिज्यिक उधारी (ECB) से संबंधित दशाओं को आसान बनाने जैसे उपायों से देश में विदेशी मुद्रा (विशेषकर डॉलर) का अंतर्वाह बढ़ेगा, जिससे भारतीय रुपये में मजबूती आएगी। इसके विपरीत भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्रसरणशील (Expansionary) मौद्रिक नीति के अनुसरण से मुद्रा आपूर्ति में वृद्धि होगी और ब्याज दरों में कमी आएगी, जिससे मुद्रा का मूल्य घटेगा, मुद्रास्फीति बढ़ेगी तथा विदेशी मुद्रा (विशेषकर डॉलर) का बहिर्वाह बढ़ेगा एवं भारतीय रुपये में और गिरावट आएगी।

34. निम्न उपायों में से कौन-सा भारतीय भुगतान संतुलन स्थिति को सुधारने में सक्षम नहीं है? [60th to 62nd B.P.S.C. (Pre) 2016]

Correct Answer: (d) निर्यातों पर अधिक कर लगाना
Solution:आयात प्रतिस्थापन नीति को बढ़ावा देना, रुपये का अवमूल्यन तथा आयातों पर अधिक कर लगाना आदि भारतीय भुगतान संतुलन स्थिति को सुधारने में सक्षम हैं। जबकि निर्यातों पर अधिक कर लगाने से निर्यात हतोत्साहित होगा, जो भारतीय भुगतान संतुलन स्थिति को सुधारने के स्थान पर इसे और भी असंतुलित करेगा।

35. निम्नलिखित कार्यवाहियों पर विचार करें जो सरकार द्वारा लिए जा सकते हैं- [I.A.S. (Pre) 2011]

1. घरेलू मुद्रा का अवमूल्यन

2. निर्यातों को मिलने वाली आर्थिक सहायता में कटौती

3. उन उपयुक्त नीतियों को लागू करना जिससे देश में अधिक FDI आए तथा FIIs से अधिक निधि आए।

उपर्युक्त में से कौन-सी क्रिया/क्रियाएं चालू खाते के घाटे को घटाने में सहायक साबित हो सकती है/हैं?

Correct Answer: (d) 1 और 3
Solution:चालू खाते का घाटा वस्तुओं (दृश्य मदें) तथा सेवाओं एवं एकपक्षीय हस्तांतरण (अदृश्य मदें) के विदेशी व्यापार में प्रतिकूलता (निर्यात की तुलना में आयात का अधिक होना) के कारण होता है। प्रश्नगत कार्यवाहियों में प्रथम अर्थात घरेलू मुद्रा का अवमूल्यन निर्यात को बढ़ाने एवं आयात कम करने (क्योंकि इससे स्वदेशी वस्तुएं एवं सेवाएं सस्ती तथा विदेशी वस्तुएं एवं सेवाएं महंगी होंगी) और इस प्रकार चालू खाते के घाटे को कम करने में सहायक हो सकता है। द्वितीय अर्थात निर्यातों को मिलने वाली आर्थिक सहायता में कटौती निर्यातों को हतोत्साहित करेगी एवं उनका मूल्य बढ़ाएगी जो कि अपेक्षित नहीं है। तृतीय कार्यवाही अर्थात देश में अधिक FDI और FIIs से अधिक निधि आना, यद्यपि पूंजी खाते का घटक है तथापि यह प्रकारांतर से चालू खाते के घाटे को कम करने में मदद करेगा। अतः विकल्प (d) सही उत्तर होगा।

36. गत दशक में भारत के निम्नलिखित क्षेत्रों में से किसने सबसे अधिक भारत में सीधा विदेशी निवेश आकर्षित किया है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2006 U.P.P.C.S. (Pre) 2006]

Correct Answer: (b) सेवा क्षेत्र
Solution:प्रश्नकाल में विकल्प (d) सही उत्तर था। जबकि अद्यतन आंकड़ों के अनुसार विकल्प (b) सही उत्तर होगा। उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग द्वारा जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल, 2000 दिसंबर, 2023 तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित करने वाले शीर्ष 5 क्षेत्र क्रमशः निम्न हैं- सेवा क्षेत्र (16.21%), कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एंड हार्डवेयर (14.75%), व्यापार (6.33%), दूरसंचार (5.9%) तथा ऑटोमोबाइल उद्योग (5.35%)। वर्ष, 2022-23 के दौरान सर्वाधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त करने वाले क्षेत्र निम्न हैं- क्रमशः कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एंड हार्डवेयर > सेवा क्षेत्र > व्यापार (Trading) > ड्रग एवं फार्मास्यूटिकल्स > ऑटोमोबाइल्स ।

37. भारत में किस क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश इक्विटी प्रवाह उच्चतम है? [63rd B.P.S.C. (Pre.) 2017]

Correct Answer: (d) सेवा क्षेत्र
Solution:प्रश्नकाल में विकल्प (d) सही उत्तर था। वर्तमान हेतु उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।

38. भारत में कौन-सा क्षेत्र सबसे अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ. डी.आई.) इक्विटी प्रवाह को आकर्षित करता है? [Uttrakhand P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (c) सेवा क्षेत्रक
Solution:प्रश्नकाल में विकल्प (c) सही उत्तर था। वर्तमान हेतु उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।

39. वर्ष 2007-08 में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी पूंजी निवेश का सबसे अधिक प्रवाह किस क्षेत्र में हुआ? [U.P.P.C.S.(Spl) (Mains) 2008]

Correct Answer: (b) सेवाओं में
Solution:प्रश्नकाल में विकल्प (b) सही उत्तर था। वर्तमान हेतु उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।

40. पिछले एक दशक में भारत ने निम्नांकित क्षेत्र में से किस क्षेत्र में सर्वाधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्रवाह आकर्षित किया? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (b) सेवा क्षेत्र
Solution:प्रश्नकाल में विकल्प (b) सही उत्तर था। वर्तमान हेतु उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।