विद्युत धारा और उसके प्रभाव (Part-II)

Total Questions: 100

11. अपशिष्ट के उत्पादन को कम करने का सर्वाधिक प्रभावी समाधान क्या है? [RRC Group D 27/09/2022 (Evening)]

Correct Answer: (d) दहन (Combustion)
Solution:

 पुनर्प्रयोग - वस्तुओ का उपयोग विभिन्न उद्देश्यो के लिए किया जा सकता है। पुनर्चक्रणः पुरानी वस्तुओं को एक नई वस्तुओं में बदलने की प्रक्रिया है। कम्पोस्ट खाद - जैविक कचरे जैसे फलों और सब्जियों के छिलकों से खाद बनाई जाती है। जैविक खाद का प्रयोग पौधों के लिए उर्वरक के रूप में किया जाता है। वह रासायनिक प्रक्रिया जिसमें कोई पदार्थ ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करके ऊष्मा छोड़ता है, दहन कहलाती है।

12. इलेक्ट्रिक ओवन की कार्यप्रणाली के पीछे की परिघटना ______ है। [RRC Group D 28/09/2022 (Morning)]

Correct Answer: (d) जूल का तापन प्रभाव
Solution:जूल का तापन प्रभाव - विद्युत धारा द्वारा उत्पन्न ऊष्मा चालक के प्रतिरोध, धारा के वर्ग और उसके प्रवाहित होने के समय के गुणनफल के बराबर होती है। तार में उत्पन्न ऊष्मा को H=/Rt जूल में व्यक्त किया जाता है (जहाँ,। = धारा, R = प्रतिरोध, t = समय)। अनुप्रयोगः विद्युत इस्त्री (iron), विद्युत केतली, विद्युत टोस्टर, विद्युत ओवन, रूम हीटर, गीजर।

13. यदि किसी चालक से प्रवाहित धारा की दिशा और चुंबकीय क्षेत्र की दिशा के बीच का कोण शून्य हो, तो चालक पर लगने वाला बल (F) कितना होगा? [RRC Group D 28/09/2022 (Afternoon)]

Correct Answer: (a) शून्य
Solution:चुंबकीय क्षेत्र में धारावाही चालक पर लगने वाला बल : F = BILsinθ, जहाँ F = बल, B = चुंबकीय प्रवाह, । = धारा, L = तार की लंबाई। चूँकि दिए गए प्रश्न में किसी चालक में बहने वाली धारा की दिशा तथा चुंबकीय क्षेत्र की दिशा के बीच का कोण शून्य है, इसलिए, F = BIL.sin 0°, F = 0 (sin 0° = 0)

14. किस भौतिक राशि का मात्रक वोल्ट/एम्पियर होता है। [RRC Group D 28/09/2022 (Evening)]

Correct Answer: (d) प्रतिरोध
Solution:चालक का वह गुण जो विद्युत धारा के प्रवाह का विरोध करता है। कार्य : वस्तु पर लगाये गए बल तथा उत्पन्न विस्थापन के अदिश गुणनफल को वस्तु पर  कृत कार्य कहते है। मात्रक - जूल। विद्युत धारा : कंडक्टर के किसी भी क्रॉस-सेक्शन के माध्यम से विद्युत आवेश के प्रवाह की दर। मात्रक - एम्पीयर। वैद्युत आवेश पदार्थ का वह भौतिक गुण है जिसके कारण विद्युतचुम्बकीय क्षेत्र में रखे जाने पर यह एक बल का अनुभव करता है। मात्रक - कूलम्ब।

15. किसी धारावाही चालक द्वारा उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र, ______ में वृद्धि के साथ घटता है। [RRC Group D 28/09/2022 (Evening)]

Correct Answer: (c) दूरी
Solution:वे कारक जिन पर सीधे धारावाही चालक द्वारा उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र निर्भर करता है: चालक में धारा - उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण तार से गुजरने वाली धारा के समानुपाती होता है। तार से दूरी - उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण तार से दूरी के व्युत्क्रमानुपाती होता है।

16. फ्लेमिंग के बाएं हाथ के नियम के अनुसार, किसी विदयुत मोटर में, कुंडली की भुजाओं से प्रवाहित होने वाली धाराओं की दिशा एक-दूसरे के ______ होगी। [RRC Group D 29/09/2022 (Morning)]

Correct Answer: (a) विपरीत
Solution:फ्लेमिंग के बाएं हाथ का नियम - जब एक धारावाही चालक को एक बाहरी चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है, तो चालक क्षेत्र और धारा प्रवाह की दिशा दोनों के लंबवत एक बल का अनुभव करता है। इसका उपयोग विद्युत मोटर में कार्य करने वाले चुंबकीय बल की दिशा ज्ञात करने के लिए किया जाता है। अंगूठा (संचालक द्वारा अनुभव किए गए बल की दिशा)। तर्जनी (चुंबकीय क्षेत्र की दिशा) और मध्यमा (विद्युत धारा की दिशा)।

17. किसी धारावाही चालक पर लगने वाले बल की दिशा परिवर्तित करने के लिए इनमें से किस विधि का प्रयोग किया जा सकता है? [RRC Group D 29/09/2022 (Afternoon)]

I. धारा के परिमाण में परिवर्तन

II. चुंबकीय क्षेत्र की प्रबलता में परिवर्तन

III. धारा की दिशा में परिवर्तन

Correct Answer: (c) केवल III
Solution:फ्लेमिंग के बाएं हाथ का नियमः अपने बाएं हाथ की तर्जनी, मध्यमा तथा अंगुष्ठ को इस प्रकार फैलाया जाना चाहिए कि ये तीनों एक-दूसरे के परस्पर लंबवत हों। यदि तर्जनी चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा और मध्यमा चालक में प्रवाहित विद्युत धारा की दिशा की ओर संकेत करती है तो अंगुष्ठ चालक की गति की दिशा 1 या चालक पर लगने वाले बल की ओर संकेत करेगा।

18. शरीर के अंदर उत्पन्न दुर्बल चुंबकीय क्षेत्र का उपयोग करके शरीर के विभिन्न अंगों की छवियां प्राप्त करने की प्रक्रिया को ______ कहा जाता है। [RRC Group D 30/09/2022 (Morning)]

Correct Answer: (d) एम. आर. आई. स्कैन (MRI scan)
Solution:चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग (MRI) - MRI एक शक्तिशाली चुंबकीय क्षेत्र, रेडियोफ्रीक्वेंसी स्पंदो और एक कंप्यूटर का उपयोग आंतरिक शरीर संरचनाओं की विस्तृत तस्वीरें बनाने के लिए करता है। CT (कंप्यूटरीकृत टोमोग्राफी) स्कैन - शरीर की क्रॉस-सेक्शनल छवि बनाने के लिए एक्स-रे और कंप्यूटर का उपयोग करता है। अल्ट्रासाउंड स्कैन अल्ट्रासाउंड स्कैन एक व्यक्ति के आंतरिक शरीर संरचनाओं की एक चित्र बनाने के लिए उच्च आवृत्ति ध्वनि तरंगों का उपयोग करता है। पॉज़िट्रॉन उत्सर्जन टोमोग्राफी (PET) स्कैन - यह एक प्रकार का चित्र परीक्षण (imaging test) है। यह शरीर में बीमारी की तलाश के लिए ट्रेसर नामक रेडियोधर्मी पदार्थ का उपयोग करता है। PET स्कैन दिखाता है कि अंग और ऊतक कैसे काम कर रहे हैं।

19. विदयुत-चुंबकीय प्रेरण की परिघटना में, धारावाही कुंडली और चुंबकीय क्षेत्र स्थैतिक होने पर गैल्वेनोमीटर ______। [RRC Group D 30/09/2022 (Morning)]

Correct Answer: (a) शून्य विक्षेपण प्रदर्शित करता है
Solution:विद्युत चुंबकीय प्रेरण एक बदलते चुंबकीय क्षेत्र के लिए वोल्टेज उत्पादन (विद्युत वाहक बल) के कारण उत्पन्न होने वाली धारा है। खोजे गए - माइकल फैराडे द्वारा (1831)। फॉर्मूला, e = N × dΦ/dt, जहां, e- प्रेरित वोल्टेज (वोल्ट में), N - कुंडली में घुमावों की संख्या, Φ - चुंबकीय प्रवाह, t - समय।

20. यदि दो समांतर सीधे चालकों में धारा प्रवाह की दिशा समान है, तो उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्रों की दिशाएं ______ होंगी। [RRC Group D 30/09/2022 (Afternoon)]

Correct Answer: (b) एक दूसरे के विपरीत
Solution:दो धारावाही चालक एक दूसरे को आकर्षित करते हैं जब धारा एक ही दिशा में होती है और जब धारा विपरीत दिशा में होती है तो एक दूसरे को पीछे हटाते हैं। इसे फ्लेमिंग के बाएं हाथ के नियम से सत्यापित किया जा सकता है - अंगूठा चालक द्वारा अनुभव किए गए बल की दिशा की ओर इंगित करता है, तर्जनी चुंबकीय क्षेत्र की दिशा की ओर इंगित करती है और मध्यमा विद्युत प्रवाह की दिशा की ओर इंगित करती है।