विद्युत धारा और उसके प्रभाव (Part-II)

Total Questions: 100

21. प्रतिरोध (R) को किस प्रतीक द्वारा निरूपित किया जाता है। [RRC Group D 06/10/2022 (Morning)]

Correct Answer: (c)
Solution:प्रतिरोध (R) एक
विद्युत परिपथ में धारा प्रवाह के विरोध का एक उपाय है। इसे ओम (Ω) में मापा जाता है।

R =V/I
। यहाँ, I = धारा और V = वोल्टेज। विद्युत धारा
की SI इकाई = एम्पीयर।

22. छड़-चुंबक के निकट लाए जाने पर दिक्सूचक की सुई विक्षेपित क्यों हो जाती है ? [RRC Group D 06/10/2022 (Afternoon)]

Correct Answer: (b) क्योंकि यह एक लघु चुंबक होती है।
Solution:क्योंकि यह एक लघु चुंबक होती है। दिक्सूचक (Compass) सुई एक लघु चुंबक है। इसीलिए जब दिक्सूचक की सुई को छड़ चुम्बक के पास लाया जाता है, तो उसकी चुम्बकीय क्षेत्र रेखाएँ छड़ चुम्बक के साथ अन्योन्यक्रिया करती हैं। अतः दिक्सूचक की सुई चुम्बक की छड़ के निकट विक्षेपित हो जाती है।

23. निम्नलिखित में से कौन सा विकल्प, पदार्थों को उनके प्रतिरोध के बढ़ते क्रम में प्रदर्शित करता है? [RRC Group D 06/10/2022 (Evening)]

Correct Answer: (d) चालक, मिश्र धातु, विद्युतरोधक
Solution:प्रतिरोधः यह वह विरोध है जो एक पदार्थ विद्युत् प्रवाह के प्रति करता है। अचालक : कांच, हवा, लकड़ी, प्लास्टिक और रबर इत्यादि। मिश्र धातुयें : स्टील, नाइक्रोम, कांस्य, पीतल, ड्यूरालुमिन, सोल्डर। चालक : कॉपर, पीतल, स्टील, सोना, एल्युमीनियम। प्रतिरोधकताः एकांक अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल और एकांक लंबाई के चालक का विद्युत प्रतिरोध; दिए गए पदार्थों के लिए समान है अर्थात विभिन्न पदार्थों के लिए अलग; अचालक के लिए अधिकतम और चालक के लिए सबसे कम होता है।

24. विद्युत मोटर में, मोटर के आर्मेचर की भुजाओं पर चुंबकीय क्षेत्र के लंबवत कार्यरत बलों के संबंध में इनमें से कौन सा सत्य है? [RRC Group D 07/10/2022 (Morning)]

Correct Answer: (c) इनका परिमाण समान होता है, और दिशा विपरीत होती है
Solution:इसमें कहा गया है कि यदि हम अपने अंगूठे, तर्जनी और बाएं हाथ की मध्यमा उंगली को एक दूसरे के लंबवत व्यवस्थित करते हैं, तो अंगूठा कंडक्टर द्वारा अनुभव किए गए बल की दिशा की ओर इंगित करता है, तर्जनी चुंबकीय क्षेत्र की दिशा की ओर इंगित करती है और मध्यमा उंगली विद्युत धारा की दिशा की ओर इशारा करती है।

25. एक चुंबकीय क्षेत्र की उपस्थिति ______ द्वारा निर्धारित की जा सकती है। [RRC Group D 07/10/2022 (Morning)]

Correct Answer: (c) एक चुंबकीय सुई
Solution:चुंबकीय स्टील की एक पतली पट्टी आमतौर पर कम घर्षण माउंटिंग पर लटकती हुयी होती है और पृथ्वी के चुंबकीय ध्रुवों की दिशा को इंगित करने के लिए चुंबकीय कंपास में उपयोग की जाती है। गैल्वेनोमीटर - गतिमान कुण्डली के विक्षेपण द्वारा लघु विद्युत धारा या धारा के फलन को मापने वाला यंत्र है । वोल्टमीटर - विद्युत परिपथ में दो बिंदुओं के बीच विद्युत विभवान्तर मापने के लिए प्रयुक्त उपकरण है। अमीटर - किसी परिपथ की किसी शाखा में बहने वाली विद्युत धारा को मापने वाला यन्त्र है।

26. ऑस्ट्रेड के प्रयोग के संबंध में, इनमें से कौन से निष्कर्ष सही हैं? [RRC Group D 07/10/2022 (Afternoon)]

(a) किसी धारावाही चालक के बगल में रखे गए चुंबकीय दिक्सूचक की सुई विक्षेपित होती है।

(b) धारावाही चालक के आसपास चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न होता है।

(c) एक धारावाही चालक के बगल में रखे गए चुंबकीय दिक्सूचक की सुई के विक्षेपण की दिशा, धारा की दिशा उलटने पर परिवर्तित नहीं होती है।

Correct Answer: (a) केवल (a) और (b) सही हैं
Solution:ओटेंड का प्रयोग (1820)- यह विद्युत और चुम्बकत्व के बीच सम्बन्ध को दर्शाता है। अपने प्रयोग में उन्होंने देखा कि जब एक चुंबकीय दिक्सूचक को धारावाही तार के पास रखा जाता है, तो यह इसके चारों ओर चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करता है जो दिक्सूचक की सुई को विक्षेपित करता है।

27. सीधे धारावाही चालक से दूर जाने पर, चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं की परिधि ______। [RRC Group D 07/10/2022 (Afternoon)]

Correct Answer: (b) में वृद्धि होती है
Solution:धारावाही चालक द्वारा उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र, चालक से बिंदु की दूरी के व्युत्क्रमानुपाती होता है। इस प्रकार, जैसे ही हम एक धारावाही चालक से दूर जाते हैं, चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता कम हो जाती है इसलिए चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के बीच की परिधि बढ़ जाती है। चुंबकीय क्षेत्र एक चुंबकीय पदार्थ या गतिमान विद्युत आवेश के आसपास का क्षेत्र है जिसके भीतर चुंबकत्व बल कार्य करता है। SI इकाई - टेस्ला, प्रतीक B या H, मूल इकाई - (न्यूटन.सेकंड)/कूलम्ब।

28. ______ श्रेणी परिपथ का एक उदाहरण है। [RRC Group D 07/10/2022 (Evening)]

Correct Answer: (a) सजावट लाइटें
Solution:

श्रेणीक्रम परिपथ धारा प्रवाह के लिए एकल परिपथ बनाने के लिए सभी घटक एक के बाद एक जुड़े होते हैं।। उदाहरण - वाटर हीटर, फ्रीजर, रेफ्रिजरेटर, लैम्प, वेल वॉटर पंप, फ्लैशलाइट। समानांतर क्रम परिपथ - जिस परिपथ में सभी घटक समानांतर क्रम में जुड़े हों उसे समानांतर परिपथ कहा जा सकता है और प्रत्येक घटक पर समान वोल्टता उपलब्ध होती है। उदाहरण- कार की हेडलाइट, घरों की वायरिंग, स्ट्रीट लाइट, DC फ़िल्टर परिपथ, फायर अलार्म सर्किट।

29. चुंबकीय क्षेत्र के समानांतर दिशा में गति करने पर एक चालक में उत्पन्न प्रेरित विद्युत वाहक बल (EMF) ______ होता है [RRC Group D 07/10/2022 (Evening)]

Correct Answer: (b) शून्य
Solution:

चालक के संपर्क में चुंबकीय क्षेत्र, चुंबकीय क्षेत्र के समानांतर गति करने पर नहीं बदलता है। इसलिए, विद्युत वाहक बाल emf प्रेरित नहीं होता है। फैराडे के विद्युत चुंबकीय

प्रेरण के नियमानुसार ⇒ e = - N dΦ/dt , Φ = BA

cosθ तो e = -N d(BA cosθ)/dt जहाँ  N=

घुमावों की संख्या, e = प्रेरण और B एक कोण θ पर एक क्षेत्र A पर चुंबकीय क्षेत्र की शक्ति है। जब चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ चालक के समानांतर होती हैं तो उनके बीच का कोण 0° होता है। यदि हम θ = 0° रखते हैं तो cos 0° = 0 होगा, अतः e = 0 होगा।

30. विद्युत परिपथों में, विद्युत धारा के प्रवाह के कारण ________ के रूप में हानियां होती है। [RRC Group D 11/10/2022 (Morning)]

Correct Answer: (d) ऊष्मा
Solution:जब किसी चालक में धारा प्रवाहित होती है तो चालक में ऊष्मा ऊर्जा उत्पन्न होती है। विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव तीन कारकों पर निर्भर करता है: चालक का प्रतिरोध (उच्च प्रतिरोध अधिक ऊष्मा उत्पन्न करता है), वह समय जिसके लिए धारा प्रवाहित होती है (जितना अधिक समय उतनी अधिक ऊष्मा उत्पन्न होती है) और विद्युत धारा की मात्रा (जितनी अधिक धारा उत्पन्न होती है उतनी ही अधिक ऊष्मा उत्पन्न होती है)। ऊष्मा की मात्रा (H) = i²Rt (जहाँ i = धारा, R = प्रतिरोध, t = समय)।