विद्युत धारा भाग-II

Total Questions: 40

31. एक सिल्कयारा सुरंग में 200 वॉट क्षमता के 15 बल्ब लगातार 24 घंटे तक रोशन किए जाते हैं। बिजली की खपत कितनी होगी? [U.P. R.O./A.R.O. (Pre) 2023 ]

Correct Answer: (b) 72 यूनिट
Solution:कुल वॉट क्षमता = (बल्ब की संख्या) (एक बल्ब की क्षमता) = वॉट = वॉट

किलोवॉट में क्षमता = = किलोवॉट (kW)

कुल घंटे = घंटे

बिजली की खपत (यूनिट में) = (किलोवॉट में क्षमता) (घंटे) = किलोवॉट घंटे = किलोवॉट-घंटा (kWh) एक किलोवॉट-घंटा को एक यूनिट कहा जाता है।

अतः, बिजली की खपत = 72 यूनिट

32. बिजली की खपत का बिल किसके मापन पर आधारित होता है? [40th B.P.S.C. (Pre) 1995 ]

1. वॉट

2. वोल्टेज

3. ओम

4. एम्पियर

निम्नलिखित कूटों से अपना उत्तर चुनें-

Correct Answer: (a) केवल 1
Solution:विद्युत का बिल किलोवॉट/घंटे (kw/h) के मापन पर आधारित होता है। किलोवॉट/घंटा एक घंटा में 1000 वॉट व्यय की गई विद्युत ऊर्जा है।

33. भूरे, हरे और काले रंग के पहले, दूसरे और तीसरे छल्ले के साथ रंग कोडित कार्बन प्रतिरोधी पर 15 वोल्ट का वोल्टेज लगाया जाता है। प्रतिरोधक के माध्यम से प्रवाहित होने वाली धारा क्या है? [U.P. R.O./A.R.O. (Pre) 2023]

Correct Answer: (c) 1 एंपीयर
Solution:

कार्बन प्रतिरोधी (Carbon Resistor) के रंग कोड के अनुसार:

पहला छल्ला (अंक 1): भूरा (Brown) = 1

दूसरा छल्ला (अंक 2): हरा (Green) = 5

तीसरा छल्ला (गुणक): काला (Black) =

तो, प्रतिरोध का मान है: (1×10+5)×10° =(10+5)×1 = ओम ()

अब, ओम के नियम () का उपयोग करके धारा () की गणना करें:

वोल्ट

ओम

एंपीयर (A)

34. AC करेंट को कैसे उत्पन्न करते हैं? [69th B.P.S.C. (Pre) 2023 ]

Correct Answer: (b) डायनेमो द्वारा
Solution:डायनेमो एक ऐसा उपकरण है, जो चुंबकीय क्षेत्र (Magnetic field) की सहायता से यांत्रिक ऊर्जा (Mechanical energy) को विद्युत ऊर्जा (Electrical energy) में परिवर्तित करता है। स्पष्ट है कि यह उपकरण एक प्रकार की ऊर्जा को दूसरे प्रकार की ऊर्जा में रूपांतरित करता है; इसलिए डायनेमो को एक आल्टरनेटर (Alternator) या कन्वर्टर (Convertor) कहा जा सकता है। जब किसी डायनेमो द्वारा उत्पादित विद्युत धारा (Electric current) प्रत्यावर्ती धारा (Alternating Current : A.C.) होती है, तो ऐसे डायनेमो को A.C. डायनेमो या A.C. जेनरेटर कहते हैं। जब किसी डायनेमो द्वारा उत्पादित विद्युत धारा दिष्ट धारा (Direct Current : D.C.) होती है, तो ऐसे डायनेमो को D.C. डायनेमो कहते हैं।

35. एक कथन के पश्चात दो तर्क । तथा II दिए गए हैं। कौन-सा/से तर्क अधिक मजबूत है/हैं, चुनिए- [Rajasthan P.C.S. (Pre) 2023 ]

कथन: क्या ट्रेनों में सभी डीजल इंजनों को विद्युत इंजनों से बदल देना चाहिए?

तर्क: I. हां, डीजल इंजन के कारण बहुत प्रदूषण होता है।

II. नहीं, भारत घरेलू आवश्यकता को पूरी करने के लिए भी पर्याप्त बिजली का उत्पादन नहीं करता।

Correct Answer: (d) केवल तर्क । मजबूत है।
Solution:ट्रेनों में सभी डीजल इंजनों को विद्युत इंजनों से बदल देना चाहिए, क्योंकि डीजल इंजन के कारण बहुत प्रदूषण होता है, अतः तर्क 1 मजबूत (Strong) है। तर्क II कोई ठोस कारण प्रदान नहीं करता, अतः यह मजबूत नहीं है।
विद्युत एवं डीजल इंजन में अंतर
विद्युत इंजन डीजल इंजन
1. यह विद्युत (Electricity) द्वारा चालित है।1. यह डीजल द्वारा चालित होता है।
2. इसके लिए ओवरहेड लाइनों (Overhead lines) के माध्यम से विद्युत की आवश्यकता होती है।2. इसके लिए ओवरहेड लाइनों से ऊर्जा या विद्युत की आवश्यकता नहीं होती।
3. यह इंजन स्वयं की ऊर्जा उत्पादित नहीं करता।3. यह इंजन डीजल ईंधन के प्रयोग द्वारा स्वयं की ऊर्जा उत्पादित करता है।
4. इस इंजन के लिए कम उपकरणों की आवश्यकता होती है। इसमें प्रयुक्त होने वाले उपकरण हैं -ट्रांसफॉर्मर, सर्किट ब्रेकर आदि।4. इसमें विद्युत उत्पादन हेतु अधिक प्रकार के उपकरणों की आवश्यकता होती है, जैसे-पिस्टन, जेनरेटर, रेडियेटर आदि।
5. यह इंजन प्रदूषण मुक्त है।5. यह इंजन प्रदूषण उत्पन्न करता है।

36. निम्नलिखित में से कौन-सा फोटो-इलेक्ट्रिक उपकरण डिजिटल अनुप्रयोगों के लिए सबसे उपयुक्त है? [68th B.P.S.C. (Pre) 2022 ]

Correct Answer: (b) फोटो-वोल्टिक सेल
Solution:फोटो-वोल्टिक सेल (Photovoltaic cell) को सामान्य तौर पर सौर सेल कहा जाता है। फोटो-वोल्टिक सेल डिजिटल अनुप्रयोगों हेतु सर्वाधिक उपयुक्त है। जब विद्युत चुंबकीय विकिरण, जैसे प्रकाश (Light) किसी पदार्थ से टकराता है तो इलेक्ट्रॉनों का उत्सर्जन होता है और प्रकाश-विद्युत प्रभाव (Photoelectric effect) उत्पन्न होता है। ऐसा उपकरण जो प्रकाश-विद्युत प्रभाव का उपयोग करता है, फोटो-इलेक्ट्रिक उपकरण कहलाता है। दूसरे शब्दों में, ऐसा उपकरण जो प्रकाश से विद्युत/विद्युत सिग्नल उत्पन्न करता है, उसे फोटो-इलेक्ट्रिक उपकरण कहते हैं। फोटो-वोल्टिक सेल ऐसा ही एक उपकरण है। विकल्पों में दिए गए अन्य उपकरण इसके एकदम विपरीत हैं और वे विद्युत धारा का प्रवाह होने पर प्रकाश उत्पन्न करते हैं।

37. फोटोइलेक्ट्रिक सेल एक ऐसा उपकरण है, जो कि [69th B.P.S.C. (Pre) 2023 ]

Correct Answer: (a) प्रकाश ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलता है
Solution:दो अवधारणाएं यथा- प्रकाश विद्युत प्रभाव (Photoelectric effect) एवं प्रकाश वोल्टीय प्रभाव यह स्पष्ट करती हैं कि पदार्थ, प्रकाश के संपर्क में आने पर किस प्रकार प्रतिक्रिया करते हैं।. 5 फोटोइलेक्ट्रिक सेल एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जो प्रकाश ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है। इसको इलेक्ट्रिक आंख (Electric  Eyes) या फोटो ट्यूब (Photo tube) भी कहा जाता है। ध्यातव्य है कि प्रकाश विद्युत सेल प्रकाश विद्युत प्रभाव के सिद्धांत पर कार्य करते हैं। विदित हो कि प्रकाश विद्युत सेल में एक निर्वातित कांच की नली होती है, जिसमें दो इलेक्ट्रोड लगे होते हैं- उत्सर्जक तथा संग्राहक।

38. 'नेट मीटरिंग' को कभी-कभी समाचारों में किसके प्रचार के संदर्भमें देखा जाता है? [69th B.P.S.C. (Pre) 2023 ]

Correct Answer: (c) एक बिलिंग तंत्र, जो सौर ऊर्जा प्रणाली मालिकों को ग्रिड में जोड़ी गई बिजली का श्रेय देता है
Solution:निवल-मीटरिंग (Net-metering) का तात्पर्य एक ऐसे तंत्र से है जिसमें किसी प्रोज्यूमर (Prosumer: ऐसा व्यक्ति जो खपत एवं उत्पादन दोनों करता हो।) की 'ग्रिड इंटरएक्टिव रूफटॉप सौर फोटोवोल्टेइक प्रणाली' (Grid Interactive rooftop Solar Photovoltaic sys-tem) से ग्रिड को निर्यात की जाने वाली सौर ऊर्जा को उसके द्वारा ग्रिड से आयात की जाने वाली ऊर्जा में से घटा दिया जाता है। इस प्रकार शुद्ध आयातित या निर्यातित ऊर्जा की गणना की जाती है। नेट मीटरिंग ऐसे आवासीय और वाणिज्यिक ग्राहकों को, जो सौर ऊर्जा द्वारा अपनी स्वयं की विद्युत उत्पादित करते हैं, उनके द्वारा प्रयोग न की जाने वाली विद्युत को वापस ग्रिड को बेचने में सक्षम बनाती है। इस प्रणाली के तहत, वितरण लाइसेंसधारी द्वारा शुद्ध ऊर्जा आयात या निर्यात का लागू खुदरा टैरिफ के आधार पर बिल बना दिया जाता है अथवा जमा किया जाता है (Credited) अथवा अग्रेनीत किया जाता है (Carried-over)। इसके लिए आपूर्ति-स्थल (Point of supply) पर नेट मीटरिंग के लिए एकल द्विदिशात्मक ऊर्जा मीटर (Single bidirectional energy meter) का प्रयोग किया जाता है।

39. भारत में पवन ऊर्जा क्षमता के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2022 ]

Correct Answer: (d) पवन ऊर्जा क्षमता में मध्य प्रदेश का देश में तीसरा स्थान है।
Solution:नोट: 31 मार्च, 2024 तक की स्थिति के अनुसार।

स्पष्ट है कि पवन ऊर्जा क्षमता के संदर्भ में मध्य प्रदेश का भारत में 7वां स्थान है। वर्तमान में गुजरात में देश की कुल पवन ऊर्जा क्षमता का लगभग 25.55% विद्यमान है, जबकि तमिलनाडु में देश की कुल पवन ऊर्जा क्षमता का लगभग 23.11% विद्यमान है। हालांकि, वर्ष 2021 के संदर्भ में विकल्प (b) एवं विकल्प (c) में दिए गए कथन सही हैं। विकल्प (a) भी सत्य है।

राज्यवार पवन ऊर्जा (Wind Energy) स्थापित क्षमता (MW में)

रैंकराज्यक्षमता (MW)
1गुजरात11722.72
2तमिलनाडु10603.54
3कर्नाटक6019.61
4महाराष्ट्र5207.98
5राजस्थान5195.82
6आंध्र प्रदेश4096.65
7मध्य प्रदेश2844.29
8तेलंगाना128.10
9केरल63.50
भारत (कुल)45886.51

40. निम्न में से कौन-सा कथन सही नहीं है? [Chhattisgarh PCS Pre 2022]

Correct Answer: (b) भारत की कुल पवन ऊर्जा स्थापित क्षमता लगभग 400 GW है
Solution:नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार के अनुसार, 31.3.2024 तक भारत की कुल स्थापित पवन ऊर्जा (Wind Energy) क्षमता 45886.51 MW (45.89GW) है। भारत, पवन ऊर्जा स्थापित क्षमता के संदर्भ में विश्व में चौथे स्थान पर है। भारतीय राज्यों में गुजरात में जमीनी स्तर से 100 मीटर की ऊंचाई पर पवन ऊर्जा उत्पन्न करने की उच्चतम क्षमता (Highest potential) है।