विद्युत धारा

Total Questions: 50

21. ऐसा उपकरण जो रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित कर दे, वह कहलाता है- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (a) बैटरी
Solution:बैटरी द्वारा रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है। बैटरी कई प्रकार की होती हैं किंतु सभी में तीन मूल घटक उपस्थित रहते हैं, वे हैं- धनात्मक इलेक्ट्रोड, ऋणात्मक इलेक्ट्रोड तथा इलेक्ट्रोलाइट। विद्युत कोष (बैटरियां) रासायनिक ऊर्जा भंडारित कर इसे विद्युत ऊर्जा के रूप में उपलब्ध कराती है।

22. कम वोल्टेज पर कार्य करने पर विद्युत मोटर प्रायः जल जाते हैं, क्योंकि- [U.P.P.C.S. (Pre) 2008]

Correct Answer: (a) वे अधिक विद्युत धारा खींचते हैं, जो वोल्टेज के प्रतिलोमानुपाती होती है।
Solution:

एक विद्युत मोटर को एक निश्चित शक्ति (P) पर काम करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है। शक्ति का सूत्र P = VI होता है, जहाँ P शक्ति है, V वोल्टेज है, और I धारा है।

यदि वोल्टेज (V) कम हो जाता है, तो मोटर को उतनी ही शक्ति बनाए रखने के लिए (या कम से कम पर्याप्त टॉर्क उत्पन्न करने के लिए), उसे अधिक विद्युत धारा (I) खींचनी पड़ती है। यह धारा वोल्टेज के प्रतिलोमानुपाती होती है

(I = P/V)। जब अधिक धारा प्रवाहित होती है, तो मोटर की वाइंडिंग में उत्पन्न ऊष्मा (जूल हीटिंग, H = I²Rt) बहुत बढ़ जाती है, जिससे वाइंडिंग अत्यधिक गर्म हो जाती है और अंततः जल जाती है।

23. फैराडे स्थिरांक [66th B.P.S.C. (Pre)2020]

Correct Answer: (d) सार्वभौमिक स्थिरांक है
Solution:फैराडे स्थिरांक एक सार्वभौमिक स्थिरांक (Universal Constant) होता है। भौतिकी और रसायन विज्ञान में, एक मोल इलेक्ट्रॉनों पर स्थित कुल आवेश की मात्रा को फैराडे स्थिरांक कहते हैं। इसका प्रतीक F है। सन्निकट गणना के लिए 1 फैराडे का मान 96500 C mol-¹ लिया जाता है।

24. मोटरकार बैटरी के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 1999]

1. वोल्टता सामान्यतया 12 वोल्ट होती है।

2. प्रयुक्त विद्युत अपघट्य हाइड्रोक्लोरिक अम्ल होता है।

3. इलेक्ट्रोड सीसा और ताम्र होते हैं।

4. धारिता को एम्पियर घंटा में व्यक्त करते हैं।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?

Correct Answer: (d) 1 और 4
Solution:मोटरकार बैटरी के संबंध में वोल्टता सामान्यतया 12 वोल्ट होती है तथा धारिता को एम्पियर घंटा में मापते हैं। प्रयुक्त विद्युत अपघट्य में 35% सल्फ्यूरिक अम्ल, जबकि 65% जल होता है। कार बैटरी का कैथोड लेड डाइऑक्साइड (PbO₂) का तथा ऐनोड लेड का होता है।

25. निकेल-कैडमियम (Ni-Cd) बैटरी का प्रयोग होता है- [Uttarakhand P.C.S. (Pre) Exam. 2016]

Correct Answer: (d) उपर्युक्त सभी में
Solution:निकेल कैडमियम (Ni-Cd) बैटरी एक प्रकार की रिचार्जेबल बैटरी है, जिसमें निकेल हाइड्रॉक्साइड तथा कैडमियम इलेक्ट्रोड के रूप में प्रयुक्त होता है, जबकि पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड (क्षारीय), विद्युत अपघट्य (Electrolyte) होता है। इसका उपयोग कैलकुलेटर, कॉर्डलेस, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, ट्रांजिस्टर सभी में होता है।

26. निम्न में से कौन-सी धातु रोशनी के बल्बों में फिलामेंट के रूप में प्रयोग होती है? [44th B.P.S.C. (Pre) 2000]

Correct Answer: (d) टंगस्टन
Solution:टंगस्टन नामक धातु का प्रयोग विद्युत बल्बों में रोशनी उत्पन्न करने के लिए किया जाता है। इसकी खोज टॉरबर्न बर्गमेन ने 1781 ई. में की थी। इसका गलनांक 3422°C तथा क्वथनांक 5555°C होता है। विद्युत बल्ब उदीप्ति के द्वारा प्रकाश उत्पन्न करता है। गर्म होने के कारण प्रकाश का उत्सर्जन उदीप्ति कहलाता है। विद्युत बल्ब में टंगस्टन का बना हुआ एक पतला तन्तु होता है, जिससे होकर जब विद्युत धारा बहती है, तो यह गर्म होकर प्रकाश देने लगता है।

27. बिजली के बल्ब का तन्तु बना होता है- [U.P.P.C.S. (Pre) 2005, 2011, 1990]

Correct Answer: (d) टंगस्टन का
Solution:टंगस्टन नामक धातु का प्रयोग विद्युत बल्बों में रोशनी उत्पन्न करने के लिए किया जाता है। इसकी खोज टॉरबर्न बर्गमेन ने 1781 ई. में की थी। इसका गलनांक 3422°C तथा क्वथनांक 5555°C होता है। विद्युत बल्ब उदीप्ति के द्वारा प्रकाश उत्पन्न करता है। गर्म होने के कारण प्रकाश का उत्सर्जन उदीप्ति कहलाता है। विद्युत बल्ब में टंगस्टन का बना हुआ एक पतला तन्तु होता है, जिससे होकर जब विद्युत धारा बहती है, तो यह गर्म होकर प्रकाश देने लगता है।

28. इलेक्ट्रिक बल्ब में फिलामेंट बना होता है- [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2012]

Correct Answer: (a) टंगस्टन
Solution:टंगस्टन नामक धातु का प्रयोग विद्युत बल्बों में रोशनी उत्पन्न करने के लिए किया जाता है। इसकी खोज टॉरबर्न बर्गमेन ने 1781 ई. में की थी। इसका गलनांक 3422°C तथा क्वथनांक 5555°C होता है। विद्युत बल्ब उदीप्ति के द्वारा प्रकाश उत्पन्न करता है। गर्म होने के कारण प्रकाश का उत्सर्जन उदीप्ति कहलाता है। विद्युत बल्ब में टंगस्टन का बना हुआ एक पतला तन्तु होता है, जिससे होकर जब विद्युत धारा बहती है, तो यह गर्म होकर प्रकाश देने लगता है।

29. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-एक साधारण बिजली के बल्ब का अपेक्षाकृत अल्प जीवन होता है, क्योंकि- [I.A.S. (Pre) 1999]

1. फिलामेंट का तार एक समान नहीं होता।

2. बल्ब पूर्ण रूप से निर्वातित नहीं किया जा सकता।

3. फिलामेंट के सहायक तार उच्च ताप पर पिघल जाते हैं।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-कौन से कथन सही हैं?

Correct Answer: (c) 1 और 2
Solution:

फिलामेंट का तार एक समान नहीं होता। - विनिर्माण प्रक्रिया के कारण फिलामेंट के तार की मोटाई में सूक्ष्म असमानताएँ हो सकती हैं। पतला हिस्सा अधिक गर्म होता है, जिससे वह वाष्पित होकर टूट सकता है।

बल्ब पूर्ण रूप से निर्वातित नहीं किया जा सकता। -  बल्ब को पूरी तरह से निर्वातित करना असंभव है। इसमें कुछ अशुद्धियाँ या निष्क्रिय गैसें (जैसे आर्गन या नाइट्रोजन) भरी होती हैं। यदि थोड़ी भी ऑक्सीजन मौजूद हो, तो टंगस्टन ऑक्सीकृत हो जाएगा और जल्दी टूट जाएगा। निष्क्रिय गैसों की उपस्थिति भी फिलामेंट के वाष्पीकरण को कम करती है, लेकिन पूरी तरह से रोक नहीं पाती।

फिलामेंट के सहायक तार उच्च ताप पर पिघलते नहीं हैं। -  फिलामेंट के सहायक तार (जो फिलामेंट को सहारा देते हैं) आमतौर पर टंगस्टन या मॉलिब्डेनम जैसे उच्च गलनांक वाली धातुओं के बने होते हैं और वे आमतौर पर पिघलते नहीं हैं। समस्या फिलामेंट के खुद के वाष्पीकरण या असमानता के कारण होती है।

30. जलते हुए विद्युत बल्ब के तन्तु का ताप सामान्यतः होता है- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2007]

Correct Answer: (c) 2000°C से 2500°C
Solution:विद्युत बल्ब में टंगस्टन धातु का तन्तु (फिलामेंट) लगा होता है। इसमें विद्युत धारा प्रवाहित किए जाने पर तन्तु का ताप 1500°C से 2500°C तक हो जाता है। साधारणतया बल्ब में दी गई विद्युत ऊर्जा का 5% से 10% भाग ही प्रकाश में परिवर्तित होता है।