Solution:भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (IREDA) को वर्ष 2015 में प्रतिष्ठित 'मिनी रत्न' (श्रेणी I) का दर्जा प्रदान किया गया। इरेडा एक गैर-बैंकिग वित्तीय संस्थान है, जो अक्षय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता/संरक्षण परियोजनाओं के संवर्धन, विकास तथा वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रणाधीन वर्ष 1987 में स्थापित एक पब्लिक लिमिटेड सरकारी कंपनी है, जिसका आदर्श वाक्य है- 'शाश्वत ऊर्जा' इसके प्रमुख उद्देश्य निम्न हैं -(1) नवीन एवं नवीकरणीय स्रोतों के जरिए विद्युत उत्पादन और ऊर्जा दक्षता के जरिए ऊर्जा संरक्षण हेतु विशिष्ट परियोजनाओं एवं स्कीमों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना।
(2) नवीकरणीय ऊर्जा दक्षता / संरक्षण परियोजनाओं में दक्ष एवं प्रभावी वित्तपोषण प्रदान करने के लिए अग्रणी संगठन के रूप में अपनी स्थिति को बनाए रखना।
(3) अभिनव वित्तपोषण के जरिए नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में इरेडा की हिस्सेदारी को बढ़ाना आदि।
(4) प्रणालियों, प्रक्रियाओं एवं संसाधनों में सतत सुधार के जरिए
उपभोक्ताओं को प्रदान की गई सेवाओं की दक्षता में सुधार।