विविध (भौतिक विज्ञान)

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31. भारतीय विज्ञान कांग्रेस, 2001 की विषय-वस्तु थी- [I.A.S. (Pre) 2001]

Correct Answer: (a) "खाद्य, पोषण और पर्यावरण सुरक्षा"
Solution:भारतीय विज्ञान कांग्रेस का 88वां अधिवेशन नई दिल्ली में 3-7 जनवरी, 2001 के मध्य संपन्न हुआ था। इस अधिवेशन का केंद्रीय विषय 'खाद्य, पोषण और पर्यावरण सुरक्षा' (Food, Nutrition & Environment Security) था। 3-7 जनवरी, 2019 के मध्य 106वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस का आयोजन लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, फगवाड़ा (पंजाब) में किया गया। इसका मुख्य विषय भविष्य का भारत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (Future India: Science & Technology)। 107वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस 3-7 जनवरी, 2020 को यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्वरल साइंसेज, बंगलुरू में आयोजित हुई। 108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस का आयोजन जनवरी, 2023 में राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय में किया गया। 108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस की विषय-वस्तु थी "महिला सशक्तीकरण के साथ सतत विकास के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी" (Science & Technology for Sustainable Development with Women Empowerment).

32. निम्नलिखित संस्थाओं में से किस एक को सी.एस.आई.आर. का ग्रामीण विकास के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी (S&T) नवाचार पुरस्कार, 2006 मिला? [I.A.S. (Pre) 2007]

Correct Answer: (a) सी.एल. आर. आई. (CLRI)
Solution:26 सितंबर, 2006 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) के स्थापना दिवस के अवसर पर CSIR हीरक जयंती समारोह में भाग लिया। इसी समारोह में डॉ. मनमोहन सिंह ने 'ग्रामीण विकास के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी नवाचार पुरस्कार' सहित शांतिस्वरूप भटनागर पुरस्कार एवं CSIR डायमंड जुबली टेक्नोलॉजी अवॉर्ड प्रदान किए।

वर्ष 2006 के लिए ग्रामीण विकास के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी नवाचार पुरस्कार (Science & Technology innovations for Rural Development Award) केंद्रीय चर्म अनुसंधान संस्थान (CLRI-Central Leather Research Institute) चेन्नई को प्रदान किया गया। वर्ष 2010 का उक्त पुरस्कार डीआरडीओ की लेह स्थित इकाई 'उच्च उन्नतांश अनुसंधान रक्षा संस्थान' (DIHAR) को और वर्ष 2011 का उक्त पुरस्कार कृषि निदेशालय, उत्तर प्रदेश सरकार एवं राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान, लखनऊ को संयुक्त रूप से प्रदान किया गया। वर्ष 2012 का उक्त पुरस्कार केंद्रीय नमक व समुद्री रसायन अनुसंधान संस्थान, भावनगर (CSIR-CSMCRI) तथा एक्वाएत्री प्रोसेसिंग प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली को संयुक्त रूप से तथा वर्ष 2013 का उक्त पुरस्कार कोशिकीय एवं आणविक जीव विज्ञान केंद्र, हैदराबाद तथा चावल अनुसंधान निदेशालय, हैदराबाद को संयुक्त रूप से प्रदान किया गया। वर्ष 2014 का पुरस्कार 'केंद्रीय औषधीय एवं सुगंध पौधा संस्थान, लखनऊ को प्रदान किया गया।

33. निम्नलिखित में से कौन-सी संस्था विज्ञान और प्रौद्योगिकी से संबंधित नहीं है? [U.P. Lower Sub. (Pre)2008]

Correct Answer: (c) ICSSR
Solution:DST-विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार

CSIR-वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद

ICSSR-भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद

DAE-परमाणु ऊर्जा विभाग, भारत सरकार

इस प्रकार ICSSR विज्ञान और प्रौद्योगिकी से संबंधित नहीं है।

34. राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान-भारत (नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन- इंडिया) (NIF) के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही है/है? [I.A.S. (Pre) 2015]

1. NIF, केंद्रीय सरकार के अधीन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की एक स्वायत्त संस्था है।

2. NIF, अत्यंत उन्नत विदेशी वैज्ञानिक संस्थाओं के सहयोग से भारत की प्रमुख (प्रीमियर) वैज्ञानिक संस्थाओं में अत्यंत उन्नत वैज्ञानिक अनुसंधान को मजबूत करने की एक पहल है।

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।

 

Correct Answer: (a) केवल 1
Solution:राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान-भारत, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार का एक स्वायत्तशासी संस्थान है। इस संस्थान ने मार्च, 2000 में तृणमूल प्रौद्योगिकीय नवप्रवर्तनो एवं विशिष्ट पारंपरिक ज्ञान को सशक्त करने की भारत की राष्ट्रीय पहल के रूप में कार्य करना प्रारंभ किया। स्पष्ट है कि केवल कथन (1) सत्य है।

35. 'दक्षिण गंगोत्री' स्थित है- [48th to 52 B.P.S.C. (Pre) 2005]

Correct Answer: (d) अंटार्कटिका में
Solution:श्वेत महादेश के नाम से प्रसिद्ध दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित, अंटार्कटिका में स्थापित भारत का पहला अनुसंधान केन्द्र 'दक्षिण गंगोत्री' था, जिसे वर्ष 1984 में स्थापित किया गया था। अंटार्कटिका में स्थापित भारत का दूसरा स्थायी शोध केन्द्र 'मैत्री' है। अंटार्कटिका के लार्समैनहिल क्षेत्र में भारत का तीसरा अनुसंधान केन्द्र स्थापित किया गया है, जिसका नाम 'भारती' है।

36. दक्षिण ध्रुवीय शोध के लिए स्थापित प्रथम भारतीय स्टेशन का नाम है- [U.P.P.C.S.(Mains) 2006]

Correct Answer: (a) दक्षिण गंगोत्री
Solution:श्वेत महादेश के नाम से प्रसिद्ध दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित, अंटार्कटिका में स्थापित भारत का पहला अनुसंधान केन्द्र 'दक्षिण गंगोत्री' था, जिसे वर्ष 1984 में स्थापित किया गया था। अंटार्कटिका में स्थापित भारत का दूसरा स्थायी शोध केन्द्र 'मैत्री' है। अंटार्कटिका के लार्समैनहिल क्षेत्र में भारत का तीसरा अनुसंधान केन्द्र स्थापित किया गया है, जिसका नाम 'भारती' है।

37. भारत द्वारा अंटार्कटिका में हाल में निर्मित शोध स्टेशन कहलाता है- [U.P.P.C.S.(Mains) 2009]

Correct Answer: (a) भारती
Solution:

तत्कालीन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल ने 11 जनवरी, 2011 को अंटार्कटिका में भारत के तीसरे शोध केन्द्र 'मारती' की आधारशिला रखी। भारत ने वर्ष 1983-84 में अंटार्कटिका में 'दक्षिण गंगोत्री' नाम से अपना पहला स्टेशन कायम किया था, जबकि वर्ष 1988-89 में दूसरे स्थायी स्टेशन मैत्री की स्थापना की।

38. अंटार्कटिक में मारत द्वारा निर्माणाधीन नए शोध स्टेशन का नाम है- [U.P.P.S.C. (GIC) 2010]

Correct Answer: (b) भारती
Solution:अल्कालीन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल ने 11 जनवरी, 2011 को अंटार्कटिका में भारत के तीसरे शोध केन्द्र 'मारती' की आधारशिला रखी। भारत ने वर्ष 1983-84 में अंटार्कटिका में 'दक्षिण गंगोत्री' नाम से अपना पहला स्टेशन कायम किया था, जबकि वर्ष 1988-89 में दूसरे स्थायी स्टेशन मैत्री की स्थापना की।

39. कभी-कभी समाचारों में देखा जाने वाला शब्द 'इन्डआर्क' (IndARC) किसका नाम है? [I.A.S. (Pre) 2015]

Correct Answer: (d) आर्कटिक क्षेत्र के वैज्ञानिक अध्ययन हेतु भारत की अंतर्जलीय वेधशाला (अंडरवॉटर ऑब्जर्वेटरी)
Solution:इन्डआर्क आर्कटिक क्षेत्र के वैज्ञानिक अध्ययन हेतु भारत की बहु-सेंसर अतर्जलीय वेधशाला है। इसे जुलाई, 2014 में स्थापित किया गया था।

40. निम्नलिखित में से कौन-सा एक कथन 'ध्रुवीय कोड (Polar Code)' का सर्वोत्तम वर्णन करता है? [I.A.S. (Pre) 2022]

Correct Answer: (a) ध्रुवीय जलराशियों में परिचालन कर रहे जहाजों के लिए यह सुरक्षा का अंतरराष्ट्रीय कोड है।
Solution:1 जनवरी, 2017 को अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO) द्वारा 'द इंटरनेशनल कोड फॉर शिप्स ऑपरेटिंग इन पोलर वाटर्स (Polar Code) को लागू किया गया था। यह ध्रुवीय जलराशियों में परिचालन कर रहे जहाजों के लिए सुरक्षा का अंतरराष्ट्रीय कोड है। यह समुद्र * जीवन की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय अभिसमय (SOLAS: International Convention for the Safety of Life at Sea) तथा पोतों से प्रदूषण की रोकथाम के लिए अंतरराष्ट्रीय अभिसमय (MARPOL: International Convention for the Prevention of Pollution from Ships) दोनों के तहत अनिवार्य है। पोलर कोड, ध्रुवीय क्षेत्रों में कार्य करने वाले पोतों के प्रासंगिक डिजाइन, निर्माण, उपकरण, परिचालन, प्रशिक्षण, खोज और बचाव तथा दोनों धुषों के आस-पास के दुर्गम जल क्षेत्र में परिचालित पोतों के लिए प्रासंगिक पर्यावरण संरक्षण के मामलों को पूरी तरह से समावेशित करता है।