विश्व का भूगोल (Part-II)

Total Questions: 46

41. निम्नलिखित में से कौन-सा एक बंदरगाह विश्व के 'कॉफी बंदरगाह' (Coffee Port) के रूप में जाना जाता है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2015]

Correct Answer: (b) सैंटोस
Solution:सैंटोस (Santos) से सर्वाधिक कॉफी का निर्यात किए जाने के कारण इसे विश्व का कॉफी बंदरगाह या 'कहवा पत्तन' (Coffee Port) भी कहा जाता है।

42. समान वर्षा वाले क्षेत्र को जोड़ने वाली रेखा कही जाती है- [M.P.P.C.S. (Pre), 2015]

Correct Answer: (b) आइसोहाइट
Solution:मानचित्र पर समान वर्षा की मात्रा को मिलाते हुए खींची जाने वाली रेखा को समवर्षा रेखा या आइसोहाइट कहते हैं। आइसोबार या समदाब रेखा मानचित्र पर (औसत सागर तल पर) समान वायुमंडलीय दाब वाले स्थानों को मिलाते हुए खींची जाने वाली रेखा होती है। समताप रेखा या आइसोथर्म वह रेखा होती है, जो मानचित्र पर औसत सागर तल पर समान तापमान के स्थानों को मिलाते हुए खींची जाती है। आइसोहैलाइन या समलवण रेखा, मानचित्र पर महासागरों की समान लवणता वाले स्थानों को मिलाने वाली रेखा है।

43. 'लीनिंग टॉवर ऑफ पीसा' कहां स्थित है? [M.P.P.C.S. (Pre) 1995]

Correct Answer: (a) इटली
Solution:पीसा की झुकी मीनार (Leaning Tower of Peesa) इटली में है, जो लगातार झुकती जा रही है। इसे सीधा करने के प्रयास लगातार जारी हैं |

44. 'एलेसी पैलेस' कहां है? [M.P.P.C.S. (Pre) 1995]

Correct Answer: (b) फ्रांस
Solution:एलेसी पैलेस (Elysee Palace) फ्रांस के पेरिस में स्थित है। यह फ्रांस के राष्ट्रपति का सरकारी निवास है।

45. समप्राय मैदान संबंधित है- [M.P.P.C.S. (Pre) 2017]

Correct Answer: (d) नदी से
Solution:समप्राय मैदान (Peneplain) का निर्माण नदी द्वारा होता है। इसका निर्माण उस समय होता है, जब नदी की अंतिम अवस्था (जीर्णावस्था) में क्षैतिज अपरदन द्वारा सतह की असमानताएं दूर हो जाती हैं। इस समय क्षैतिज अपरदन तथा निक्षेप दोनों मिलकर समप्राय मैदान का निर्माण करते हैं। 'पेनीप्लेन' शब्द का प्रयोग विलियम मॉरिस डेविस ने किया है।

46. यूनिसेफ का मुख्यालय कहां स्थित है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (b) न्यूयॉर्क
Solution:यूनिसेफ का मुख्यालय, संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयॉर्क में स्थित है। इसका पूरा नाम संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनाइटेड नेशंस चिल्ड्रेन्स फंड यूनिसेफ) है, जिसे मूल रूप से संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय बाल आपातकालीन कोष के रूप में जाना जाता है।