विषाणु जनित रोग (रोग एवं उपचार) Part – II

Total Questions: 28

11. सुअरों को मानव रिहायशी क्षेत्र से दूर रखना किसके उन्मूलन में सहायक है? [I.A.S. (Pre) 2007]

Correct Answer: (b) जापानी इन्सेफेलाइटिस के
Solution:जापानी इन्सेफेलाइटिस रोग का कारक फ्लेवीविराइडी कुल का विषाणु होता है। इस विषाणु के वाहक सिर्फ क्यूलेक्स प्रजाति के मच्छर (मुख्यतः क्यूलेक्स ट्रिटीनियोरिकस-Culex trifaeniorhyrichus) (फ्लेवीवांरस) होते हैं। इस विषाणु से मानव एवं जंतु (मुख्यतः सुअर एवं जंगली पक्षी) संक्रमित होते हैं। जापानी एनसेफलाइटिस रोग में मानव मस्तिष्क प्रभावित होता है। सुअरों को मानव रिहायशी क्षेत्र से दूर रखना इस रोग के उन्मूलन में सहायक है।

12. निम्न में से किस रोग को एंटीबायोटिक्स द्वारा ठीक नहीं किया जा सकता? [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2003]

Correct Answer: (c) मीजल्स (खसरा)
Solution:मीजल्स (खसरा) बच्चों में होने वाली एक प्रमुख विषाणुजन्य रोग (Viral disease) है, जिसको एंटीबायोटिक्स द्वारा ठीक नहीं किया जा सकता है, जबकि विकल्प में से शेष रोग जैसे कुष्ठ (Leprosy), टिटेनस (Tetanus) तथा हैजा (Cholera) जीवाणुजन्य रोग हैं, जिन्हें विभिन्न प्रकार के प्रतिजैविकों (Antibiotics) द्वारा ठीक किया जा सकता है।

13. खसरा की बीमारी होती है- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1997]

Correct Answer: (a) वायरस से
Solution:मीजल्स (खसरा) बच्चों में होने वाली एक प्रमुख विषाणुजन्य रोग (Viral disease) है, जिसको एंटीबायोटिक्स द्वारा ठीक नहीं किया जा सकता है, जबकि विकल्प में से शेष रोग जैसे कुष्ठ (Leprosy), टिटेनस (Tetanus) तथा हैजा (Cholera) जीवाणुजन्य रोग हैं, जिन्हें विभिन्न प्रकार के प्रतिजैविकों (Antibiotics) द्वारा ठीक किया जा सकता है।

14. 'रानीखेत बीमारी संबंधित है- [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2002]

Correct Answer: (a) मुर्गियों से
Solution:रानीखेत बीमारी मुर्गियों में होने वाली एक प्रमुख बीमारी है, जो कि अत्यन्त ही संक्रामक (Infectious) होती है। यह एक विषाणुजन्य (Viral) बीमारी है।

15. दुधारू पशुओं की निम्नलिखित बीमारियों में से कौन-सी संक्रमणीय हैं? [U.P. P.C.S. (Pre) 2003]

1. फुट एवं माउथ रोग

2. एंथ्रेक्स

3. ब्लैक क्वार्टर

4. काऊपॉक्स

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-

Correct Answer: (d) 1, 2, 3 और 4
Solution:फुट एवं माउथ रोग मवेशियों में होने वाला एक विषाणुजन्य (viral) संक्रमणीय रोग है। एंथ्रेक्स (Anthrax) बैसिलस एंथ्रासिस नामक जीवाणु द्वारा मवेशियों में होने वाला एक संक्रमणीय रोग है। ब्लैक क्वार्टर नेड़ों में होने वाला एक संक्रमणीय रोग है। काऊपॉक्स भी (cowpox) मवेशियों में होने वाला एक विषाणु जन्य (Viral) संक्रमणीय रोग है।

16. विश्व के कुछ भागों में विद्यमान पशुओं का फुट एंड माउथ रोग होता है: [I.A.S. (Pre) 2002]

Correct Answer: (d) विषाणु के कारण
Solution:गाय, मैस, भेड़, बकरी तथा सुअर आदि पशुओं में खुरपका व मुंहपका रोग (Foot and Mouth Disease) विषाणु के कारण होता है। ल्योफ्लर तथा फाश (Loeffler and Frosch, 1897) ने जर्मनी में पशुओं में खुरपका-मुंहपका रोग का पता लगाया था।

17. फुट और माउथ रोग निम्नलिखित में से प्रमुखतः किनमें पाया जाता है? [M.P.P.C.S. (Pre) 1993]

Correct Answer: (d) उपर्युक्त सभी में
Solution:गाय, मैस, भेड़, बकरी तथा सुअर आदि पशुओं में खुरपका व मुंहपका रोग (Foot and Mouth Disease) विषाणु के कारण होता है। ल्योफ्लर तथा फाश (Loeffler and Frosch, 1897) ने जर्मनी में पशुओं में खुरपका-मुंहपका रोग का पता लगाया था।

18. वर्ष 2011 को पशुओं में होने वाली किस बीमारी के लिए चिह्नित किया गया है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2012]

Correct Answer: (b) रिण्डरपेस्ट के लिए
Solution:वर्ष 2011 को पशुओं में होने वाली रिण्डरपेस्ट (Rinderpest) नामक बीमारी के लिए चिह्नित किया गया था। यह एक विषाणु जनित रोग है।

19. निम्नलिखित में से कौन-सा बर्ड फ्लू विषाणु है? [U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]

Correct Answer: (d) एच₅ एन₁
Solution:

बर्ड फ्लू एवियन इंफ्लुएंजा नामक रोग का ही प्रचलित नाम है, जो कि HN, नामक वायरस के कारण पैदा होता है। यह एक संक्रामक रोग है और पक्षियों मुख्यतः मुर्गे मुर्गियों तथा बत्तखों को प्रभावित करता है। H.N, वायरस मनुष्य को दो तरीके से प्रभावित कर सकता है एक तो सीधे मुर्गियों से मनुष्यों में पहुंचकर और दूसरा किसी संक्रमित आदमी के जरिए दूसरे आदमी के शरीर में पहुंचकर। टैमी फ्लू इसकी कारगर ओषधि है।

20. निम्नलिखित में से कौन-सा 'बर्ड फ्लू' का कारक है? [U.P.R.O/A.R.O. (Pre) 2016]

Correct Answer: (a) H₅N₁
Solution:बर्ड फ्लू एवियन इंफ्लुएंजा नामक रोग का ही प्रचलित नाम है, जो कि HN, नामक वायरस के कारण पैदा होता है। यह एक संक्रामक रोग है और पक्षियों मुख्यतः मुर्गे मुर्गियों तथा बत्तखों को प्रभावित करता है। H.N, वायरस मनुष्य को दो तरीके से प्रभावित कर सकता है एक तो सीधे मुर्गियों से मनुष्यों में पहुंचकर और दूसरा किसी संक्रमित आदमी के जरिए दूसरे आदमी के शरीर में पहुंचकर। टैमी फ्लू इसकी कारगर ओषधि है।