वैदिक काल (UPPCS) (Part-2)

Total Questions: 55

51. ऋग्वैदिक काल के प्रारंभ में निम्न में से किसे महत्वपूर्ण मूल्यवान संपत्ति समझा जाता था? [U.P. P.C.S. (Pre) (Re-Exam) 2015]

Correct Answer: (b) गाय को
Solution:ऋग्वैदिक काल के प्रारंभ में गाय को महत्वपूर्ण संपत्ति समझा जाता था। इस काल में गायें मुख्यतः विनिमय का माध्यम होती थीं। ऋग्वेद के कुछ सूक्तों में गाय को देवता के रूप में कल्पित किया गया है।

52. सूची - 1 को सूची - II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए : [U.P.P.C.S. (Pre) 2020]

सूची-Iसूची-II
A. सिंधु घाटी सभ्यता1. चारागाह
B. उत्तर वैदिक समाज2. जमींदारी
C. ऋग्वैदिक समाज3. कृषक
D. मध्य काल4. नगरीय

 

CodeABCD
(a)4231
(b)2143
(c)3412
(d)4312
Correct Answer: (d)
Solution:सूची I का सूची II से सही सुमेलन है-
सूची-Iसूची-II
सिंधु घाटी सभ्यतानगरीय
उत्तर वैदिक समाजकृषक
ऋग्वैदिक समाजचारागाह
मध्य कालजमींदारी

53. प्राचीन भारतीय समाज के प्रसंग में, निम्नलिखित शब्दों में से कौन-सा शब्द शेष तीन के वर्ग का नहीं है? [I.A.S. (Pre) 1996]

Correct Answer: (c) कोश
Solution:प्राचीन भारतीय समाज के संदर्भ में कुल, वंश तथा गोत्र परिवार से संबंधित हैं, जबकि कोश परिवार से संबंधित न होकर भंडार से संबंधित है।

54. संस्कारों की कुल संख्या कितनी है? [M.P. P.C.S. (Pre) 2015]

Correct Answer: (d) 16
Solution:'संस्कार' का शाब्दिक अर्थ है-परिष्कार, शुद्धता अथवा पवित्रता। गौतम धर्मसूत्र में इसकी संख्या चालीस (40) मिलती है। मनु ने गर्भाधान से मृत्यु-पर्यंत तेरह संस्कारों का उल्लेख किया है। बाद की स्मृतियों में इनकी संख्या सोलह (16) स्वीकार किया गया। आज यही सर्वप्रचलित है।

55. जीविकोपार्जन हेतु 'वेद-वेदांग' पढ़ाने वाला अध्यापक कहलाता था- [Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Mains) 2007]

Correct Answer: (c) उपाध्याय
Solution:वैदिक काल में जीविकोपार्जन हेतु 'वेद-वेदांग' पढ़ाने वाला अध्यापक उपाध्याय कहलाता था। आचार्य गुरुकुल की स्थापना करके अपने शिष्यों को पढ़ाता था तथा कोई फीस नहीं लेता था; किंतु शिष्य के द्वारा दी गई दक्षिणा स्वीकार कर लेता था।