Correct Answer: (c) कथन सही है, पर कारण गलत है।
Note: अक्टूबर, 1943 में लिनलिथगो के स्थान पर आर्किबाल्ड वेवेल वायसराय तथा गवर्नर जनरल नियुक्त किए गए। वे भारतीय सांविधानिक गतिरोध को दूर करने के उद्देश्य से मई, 1945 में लंदन गए। वहां उन्होंने भारतीय प्रशासन के संबंध में ब्रिटिश सरकार से विस्तार से बात की तथा कुछ प्रस्ताव रखे। जून, 1945 में उन प्रस्तावों को वेवेल योजना के नाम से सार्वजनिक किया गया। वेवेल योजना के प्रस्तावों में कार्यकारी परिषद में मुसलमान सदस्यों की संख्या हिंदुओं के बराबर होना, परिषद में वायसराय तथा कमांडर इन चीफ को छोड़कर सभी सदस्यों का भारतीय होना, शीघ्र ही शिमला में एक सम्मेलन का बुलाया जाना तथा युद्ध समाप्ति के पश्चात भारतीयों के द्वारा खुद का संविधान बनाया जाना इत्यादि प्रावधान शामिल थे। वेवेल योजना का उद्देश्य राजनीतिक • गतिरोध दूर करना, भारत को पूर्ण स्वशासन की दिशा में आगे बढ़ाना और सांविधानिक गतिरोध दूर करना था। इसका उद्देश्य कहीं से भी हिंदू-मुस्लिम एकता को दृढ़ करना नहीं था, जिससे भारत का विभाजन रुक सके। अतः कथन सत्य है, पर कारण गलत है।