संसद-III. कार्य संचालन एवं विधायी प्रक्रिया

Total Questions: 50

11. निम्नांकित पर विचार कीजिए और भारतीय संसद के सही गठन को चिह्नित कीजिए- [Jharkhand P.C.S. (Mains) 2016]

Correct Answer: (c) राष्ट्रपति + राज्य सभा + लोक सभा
Note:

दोनों कथन संविधान में उल्लिखित हैं। अनु. 59 (1) के अनुसार, राष्ट्रपति संसद के किसी सदन का सदस्य नहीं होगा, जबकि अनु. 79 के अनुसार, संसद राष्ट्रपति और दोनों सदनों (राज्य सभा और लोक सभा) से मिलकर बनेगी।

 

12. भारतीय संसद में निम्न में से कौन सम्मिलित हैं? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2012 U.P.P.C.S. (Pre) (Re-Exam) 2015]

Correct Answer: (a) राष्ट्रपति, लोक सभा एवं राज्य सभा
Note:

दोनों कथन संविधान में उल्लिखित हैं। अनु. 59 (1) के अनुसार, राष्ट्रपति संसद के किसी सदन का सदस्य नहीं होगा, जबकि अनु. 79 के अनुसार, संसद राष्ट्रपति और दोनों सदनों (राज्य सभा और लोक सभा) से मिलकर बनेगी।

 

13. भारतीय संसद के घटक हैं- [U.P.P.C.S. (Mains) 2017]

Correct Answer: (b) राष्ट्रपति, लोक सभा व राज्य सभा
Note:

दोनों कथन संविधान में उल्लिखित हैं। अनु. 59 (1) के अनुसार, राष्ट्रपति संसद के किसी सदन का सदस्य नहीं होगा, जबकि अनु. 79 के अनुसार, संसद राष्ट्रपति और दोनों सदनों (राज्य सभा और लोक सभा) से मिलकर बनेगी।

 

14. निम्नलिखित में से कौन संसद का अनन्य भाग नहीं है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2013]

Correct Answer: (b) उपराष्ट्रपति
Note:

भारत के संविधान के भाग 5 के अनुच्छेद 79 में उपबंधित है कि संघ के लिए एक संसद होगी, जो राष्ट्रपति और दो सदनों- राज्य सभा तथा लोक सभा से मिलकर बनेगी। अतः दिए गए विकल्पों में राष्ट्रपति, लोक सभा और राज्य सभा, तीनों संसद के अनन्य भाग हैं, जबकि उपराष्ट्रपति संसद का अनन्य भाग नहीं है।

 

15. एक वर्ष में कम-से-कम कितनी बार संसद की बैठक होना आवश्यक है? [U.P.P.C.S. (Pre) 1995]

Correct Answer: (b) दो बार
Note:

अनुच्छेद 85(1) के अनुसार, संसद के प्रत्येक सदन के एक सत्र की अंतिम बैठक और आगामी सत्र की प्रथम बैठक के बीच 6 माह से अधिक का अंतर नहीं होगा। इस प्रकार एक वर्ष में कम-से-कम दो बार संसद के प्रत्येक सदन की बैठक होना अनिवार्य है।

 

16. संसद के दो सत्रों के बीच अधिकाधिक अंतराल होना चाहिए- [39th B.P.S.C. (Pre) 1994]

Correct Answer: (b) छः महीने का
Note:

अनुच्छेद 85(1) के अनुसार, संसद के प्रत्येक सदन के एक सत्र की अंतिम बैठक और आगामी सत्र की प्रथम बैठक के बीच 6 माह से अधिक का अंतर नहीं होगा। इस प्रकार एक वर्ष में कम-से-कम दो बार संसद के प्रत्येक सदन की बैठक होना अनिवार्य है।

 

17. संसद के अधिकारियों में सम्मिलित हैं- [U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2010 U.P. Lower Sub. (Pre) 2013]

1. अध्यक्ष, लोक सभा

2. उपाध्यक्ष, लोक सभा

3. महासचिव, लोक सभा

4. अध्यक्ष, राज्य सभा

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए :

 

Correct Answer: (d) सभी चारों
Note:

संविधान के अनुसार, संसद के अधिकारियों में सम्मिलित हैं- राज्य सभा का सभापति एवं उपसभापति (अनु. 89), लोक सभा का अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष (अनु. 93) तथा संसद का सचिवालय (अनु. 98)। इस प्रकार अभीष्ट उत्तर विकल्प (d) होगा।

 

18. संसद/विधानसभा के किसी सदस्य की सदस्यता तब समाप्त समझी जाती है, जब वह बिना सदन को सूचित किए अनुपस्थित रहता है : [M.P.P.C.S. (Pre) 1992]

Correct Answer: (a) 60 दिन
Note:

अनु. 101 (4) के अनुसार संसद एवं अनु. 190(4) के अनुसार, राज्य विधानमंडल के किसी सदस्य की सदस्यता तब समाप्त समझी जाती है, जब वह 60 दिन की अवधि तक सदन की अनुज्ञा के बिना उसके सभी अधिवेशनों से अनुपस्थित रहता है। परंतु, 60 दिन की उक्त अवधि की गणना करने में किसी ऐसी अवधि को हिसाब में नहीं लिया जाएगा, जिसके दौरान सदन सत्रावसित या निरंतर चार से अधिक दिनों के लिए स्थगित रहता है।

 

19. एक M.P. की सीट को रिक्त घोषित किया जा सकता है, यदि वह सदन से लगातार की अवधि के लिए अनुपस्थित रहता है। [(e) उपरोक्त में से कोई नहीं/ उपरोक्त में से एक से अधिक]

Correct Answer: (b) 2 माह
Note:

अनु. 101 (4) के अनुसार संसद एवं अनु. 190(4) के अनुसार, राज्य विधानमंडल के किसी सदस्य की सदस्यता तब समाप्त समझी जाती है, जब वह 60 दिन की अवधि तक सदन की अनुज्ञा के बिना उसके सभी अधिवेशनों से अनुपस्थित रहता है। परंतु, 60 दिन की उक्त अवधि की गणना करने में किसी ऐसी अवधि को हिसाब में नहीं लिया जाएगा, जिसके दौरान सदन सत्रावसित या निरंतर चार से अधिक दिनों के लिए स्थगित रहता है।

 

20. बिना अनुमति के कितने दिन संसद से अनुपस्थित रहने पर किसी सांसद को अयोग्य घोषित किया जा सकता है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2018]

Correct Answer: (b) 60 दिन
Note:

अनु. 101 (4) के अनुसार संसद एवं अनु. 190(4) के अनुसार, राज्य विधानमंडल के किसी सदस्य की सदस्यता तब समाप्त समझी जाती है, जब वह 60 दिन की अवधि तक सदन की अनुज्ञा के बिना उसके सभी अधिवेशनों से अनुपस्थित रहता है। परंतु, 60 दिन की उक्त अवधि की गणना करने में किसी ऐसी अवधि को हिसाब में नहीं लिया जाएगा, जिसके दौरान सदन सत्रावसित या निरंतर चार से अधिक दिनों के लिए स्थगित रहता है।