सतत आर्थिक विकास

Total Questions: 39

11. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए- [U.P.P.C.S. (Pre) 2023]

सूची-I (सतत विकास लक्ष्य)सूची-II (संबंधित)
(A) एस.डी.जी. - 10(1) जलवायु क्रिया
(B) एस.डी.जी. - 13(2) जमीन पर जीवन
(C) एस.डी.जी. - 14(3) असमानताओं में कमी
(D) एस.डी.जी. - 15(4) पानी के नीचे जीवन

 

        (A)

          (B)

        (C)

          (D)

(a)

(3)

(2)

(4)

(1)

(b)

(2)

(3)

(1)

(4)

(c)

(3)

(1)

(4)

(2)

(d)

(1)

(2)

(3)

(4)

Correct Answer: (c)
Solution:सही सुमेलन निम्नवत है -
सूची-Iसूची-II
एस.डी.जी. - 10असमानताओं में कमी
एस.डी.जी. - 13जलवायु क्रिया
एस.डी.जी. - 14पानी के नीचे जीवन
एस.डी.जी. - 15जमीन पर जीवन

12. संधारणीय विकास के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए - [U.P.P.C.S. (Pre) 2023]

(1) वैश्विक सूचक संरचना तथा राष्ट्रीय सांख्यिकीय व्यवस्थाओं द्वारा प्रस्तुत एवं क्षेत्रीय आधार पर संकलित सूचना के आधार पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एक वार्षिक संधारणीय विकास लक्ष्य रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं।

(2) वैश्विक संधारणीय विकास रिपोर्ट हर तिमाही संयुक्त राष्ट्र महासभा में चतुर्वार्षिक संधारणीय विकास लक्ष्य के विषयों को पुनरावलोकन हेतु प्रस्तुत की जाती है।

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर का चुनाव कीजिए -

Correct Answer: (a) केवल (1)
Solution:उल्लेखनीय है कि वैश्विक संधारणीय विकास रिपोर्ट, (GSDR) प्रति तिमाही नहीं, बल्कि प्रायः प्रत्येक चार वर्ष के अंतराल पर जारी की जाती है। अतः कथन (1) सत्य है, जबकि कथन (2) असत्य है।

13. 'संवृद्धि की सीमा' (Limit to Growth) की अवधारणा का प्रतिपादन किसके द्वारा किया गया था? [U.P.P.C.S. (Pre.), 2019]

Correct Answer: (a) क्लब ऑफ रोम
Solution:अप्रैल, 1968 में दस देशों के तीस व्यक्तियों का एक समूह जिसमें वैज्ञानिक, शिक्षक, अर्थशास्त्री, मानवतावादी तथा प्रशासक आदि शामिल थे, की रोम के 'एकेडमिया डी लिन्सी' (Accademia Dei Linci) में एक बैठक हुई। इस बैठक से ही क्लब ऑफ रोम (Club of Rome) का विकास हुआ। इसी क्लब ऑफ रोम के द्वारा ही 'द लिमिट्स टु ग्रोथ' (The Limits to Growth) का प्रतिपादन किया गया।

14. मीडोज (1972) के अनुसार, विश्व जनसंख्या, औद्योगीकरण, प्रदूषण, खाद्यान्न उत्पादन और संसाधन अवक्षय में यदि वर्तमान प्रवृत्तियां अपरिवर्तित बनी रहती हैं, तो हमारे ग्रह पर 'संवृद्धि की परिसीमाएं' आ जाएंगी, अगले - [I.A.S. (Pre) 1998]

Correct Answer: (b) 100 वर्षों में
Solution:वर्ष 1972 में प्रकाशित 'Limits to Growth' पुस्तक के लेखकों में से एक मीडोज के अनुसार, विश्व जनसंख्या प्रवृत्ति औद्योगीकरण, प्रदूषण इत्यादि की वर्तमान प्रवृत्तियों के यथावत जारी रहने पर अगले 100 वर्षों में संवृद्धि की परिसीमा आ जाएगी, जिससे भूख और आर्थिक तथा सामाजिक जोखिमों में वृद्धि होगी। मीडोज महोदय द्वारा वर्ष 2004 में इस सीमा को घटा कर 30 वर्ष कर दिया गया।

15. पर्यावरणीय कुजनेट्स वक्र पर्यावरणीय क्षति एवं प्रति व्यक्ति जीडीपी के मध्य संबंध दर्शाता है। इस पर्यावरणीय कुजनेट्स वक्र का आकार किस प्रकार का होता है? [U.P.P.C.S. (Pre), 2019]

Correct Answer: (a) उल्टा 'यू' आकार
Solution:पर्यावरणीय कुजनेट्स वक्र (EKC) पर्यावरणीय निम्नीकरण (Envi- ronmental Degradation) तथा प्रति व्यक्ति GDP के मध्य संबंध प्रदर्शित करता है। आर्थिक संवृद्धि के प्रारंभिक चरणों में प्रदूषण एवं पर्यावरण पर अन्य मानवीय प्रभावों में वृद्धि हुई लेकिन आर्थिक संवृद्धि के एक स्तर के पश्चात यह प्रवृत्ति उलट (Reverse) गई और उच्च आय स्तरों पर आर्थिक संवृद्धि से पर्यावरण में सुधार प्रदर्शित हुआ। इसका अर्थ यह है कि पर्यावरणीय प्रभाव या प्रति व्यक्ति उत्सर्जन प्रति व्यक्ति GDP का उल्टा U-आकार का फलन (Function) है।

16. नीचे दो कथन दिए गए हैं जिनमें एक को कथन (A) तथा दूसरे को कारण (R) कहा गया है। [U.P.P.C.S. (Pre), 2019]

कथन (A) :   सतत विकास मानव समाज के कल्याण हेतु महत्वपूर्ण है।

कारण (R) : सतत विकास से अभिप्राय ऐसे विकास से है, जो भावी पीढ़ियों की जरूरतें पूरी करने की योग्यता को प्रभावित किए बिना वर्तमान समय की आवश्यकता पूरी करे।

नीचे दिए कूटों में से सही उत्तर चुनिए -

कूट :

Correct Answer: (a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
Solution:वर्ल्ड कमीशन ऑन एनवायरमेंट एंड डेवलपमेंट (WCED) द्वारा वर्ष 1987 में प्रकाशित रिपोर्ट 'अवर कॉमन फ्यूचर' (जिसे ब्रंटलैंड रिपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है) के अनुसार, सतत विकास से अभिप्राय ऐसे विकास से है, जो भावी पीढ़ियों की जरूरतें पूरी करने की योग्यता को प्रभावित किए बिना वर्तमान समय की आवश्यकता पूरी करे। इसका तात्पर्य है कि मानव समाज का सतत भविष्य तभी सुनिश्चित हो सकता है, जब आर्थिक गतिविधियों और मानव कल्याण के समर्थन हेतु आवश्यक जैव-भौतिक और सामाजिक-पारिस्थितिकीय परिस्थितियां पीढ़ी-दर-पीढ़ी पोषित या संधृत की जा सकें। इस प्रकार प्रश्नगत कथन एवं कारण दोनों सही हैं तथा कारण, कथन की सही व्याख्या है।

17. सतत विकास' शब्द कब अस्तित्व में आया था? [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2023]

Correct Answer: (a) 1980
Solution:सतत विकास की अवधारणा बढ़ती पर्यावरणीय समस्याओं, गरीबी एवं असमानता के साथ सामाजिक-आर्थिक मुद्दों और मानवता के लिए स्वस्थ भविष्य के बारे में चिंताओं के मध्य वैश्विक संबंधों की बढ़ती जागरूकता का परिणाम है। सतत विकास से अभिप्राय ऐसे विकास से है, जो भावी पीढ़ियों की जरूरतें पूरी करने की योग्यता को प्रभावित किए बिना वर्तमान समय की आवश्यकता पूरी करे। 'सतत विकास' शब्द पहली बार वर्ष 1980 में एक अंतरराष्ट्रीय दस्तावेज 'वर्ल्ड कंजर्वेशन स्ट्रेटजी' (World Conservation Strategy) में पाया गया था जिसे 'इंटरनेशनल यूनियन फॉर कन्वर्सेशन ऑफ नेचर एंड नेचुरल रिसोर्सेज' द्वारा वर्ल्ड वाइड फंड के समर्थन से प्रकाशित कराया गया था।

18. 'वर्तमान में जनसंख्या के सुखों का परित्याग किए बिना भविष्य के लिए ऊर्जा तथा अन्य संसाधनों की बचत' निम्न में से कौन-सी अवधारणा की परिभाषा है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2018]

Correct Answer: (c) सम्पोषणीय विकास
Solution:सम्पोषणीय विकास (Sustainable Development) की अवधारणा का प्रारंभ वर्ष 1962 में वैज्ञानिक रचेल कार्सन की पुस्तक 'साइलेंट स्प्रिंग' तथा वर्ष 1968 में जीवविज्ञानी पॉल इरलिच की पुस्तक 'द पापुलेशन बम' से हुआ। लेकिन इस शब्द का वास्तविक रूप से विकास वर्ष 1987 में 'ब्रटलैंड आयोग' की रिपोर्ट 'हमारा साझा भविष्य' (Our Common Future) के साथ हुआ। 'सम्पोषणीय विकास' संसाधनों के उपयोग का एक आदर्श मॉडल है, जो यह बताता है कि आर्थिक विकास के साथ- साथ पर्यावरण को भी सुरक्षित रखना है। इसका उद्देश्य है- 'वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक संसाधनों को सुरक्षित रखते हुए इसका इस प्रकार प्रयोग किया जाए कि प्राकृतिक संसाधनों का क्षरण न्यूनतम हो सके।

19. प्राकृतिक संसाधनों का वर्तमान पीढ़ी द्वारा इस प्रकार से उपयोग किया जाए कि प्राकृतिक संसाधनों का न्यूनतम क्षरण हो, तो यह किस प्रकार का विकास कहलाएगा? [U.P.P.C.S. (Pre) 2023]

Correct Answer: (d) सतत विकास
Solution:'सतत विकास' (Sustainable Development) संसाधनों के प्रयोग का एक आदर्श मॉडल है, जो यह बताता है कि आर्थिक विकास के साथ- साथ पर्यावरण को भी सुरक्षित रखना है। इसका उद्देश्य है 'वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक संसाधनों को सुरक्षित रखते हुए उसका इस प्रकार प्रयोग किया जाए कि प्राकृतिक संसाधनों का क्षरण न्यूनतम हो।

20. संसाधनों के उपयोग तथा भविष्य के लिए उनके संरक्षण की आवश्यकता को संतुलित करने को हम क्या कहते हैं? [U.P.P.C.S. (Pre) 2023]

Correct Answer: (d) सतत विकास
Solution:संसाधनों के उपयोग तथा भविष्य के लिए उनके संरक्षण की आवश्यकता को संतुलित करने को 'सतत विकास' (Sustainable Development) कहा जाता है, जबकि संसाधनों का सावधानीपूर्वक उपयोग करना और उन्हें नवीनीकृत होने हेतु समय देना 'संसाधन संरक्षण' (Resource Conservation) कहलाता है।