सतत आर्थिक विकास

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21. धारणीय विकास, भावी पीढ़ियों के अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के सामर्थ्य से समझौता किए बगैर, वर्तमान की आवश्यकताओं को पूरा करता है। इस परिप्रेक्ष्य में धारणीय विकास का सिद्धांत निम्नलिखित में से किस एक सिद्धांत के साथ स्वाभाविक रूप से जुड़ा हुआ है? [I.A.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (d) धारण क्षमता
Solution:धारण क्षमता या वहन क्षमता का तात्पर्य किसी विशेष संसाधन द्वारा अपने भीतर जीवों की अधिकतम संख्या को बनाए रखने की क्षमता से है। अतः इसके अंतर्गत वर्तमान की आवश्यकताओं को पारिस्थितिकी तंत्र के सामर्थ्य से समझौता किए बगैर पूरा किया जाता है।

22. सतत विकास का आधार है- [M. P. P. C. S. (Pre) 2015]

Correct Answer: (b) आर्थिक दृष्टिकोण
Solution:सतत विकास की अवधारणा का प्रारंभ वर्ष 1962 में वैज्ञानिक रचेल कार्सन की पुस्तक 'साइलेंट स्प्रिंग' तथा वर्ष 1968 में जीव विज्ञानी पॉल इरलिच की पुस्तक 'द पॉपुलेशन बम' से हुआ। लेकिन इस शब्द का वास्तविक रूप से विकास वर्ष 1987 में 'बंटलैंड आयोग' की रिपोर्ट 'हमारा साझा भविष्य' (Our Common Future) के प्रकाशन के साथ हुआ। 'सतत विकास' प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग का एक आदर्श मॉडल है, जो यह बताता है कि आर्थिक विकास के साथ-साथ पर्यावरण को भी सुरक्षित रखना है। इसका उद्देश्य है वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक संसाधनों को सुरक्षित रखते हुए उसका इस प्रकार प्रयोग किया जाए कि प्राकृतिक संसाधनों का क्षरण न्यूनतम हो।

23. स्थायी विकास किसके उपयोग के संदर्भ में अंतर-पीढ़ीगत संवेदनशीलता की घटना है? [U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2013]

Correct Answer: (a) प्राकृतिक संसाधनों के
Solution:सतत विकास की अवधारणा का प्रारंभ वर्ष 1962 में वैज्ञानिक रचेल कार्सन की पुस्तक 'साइलेंट स्प्रिंग' तथा वर्ष 1968 में जीव विज्ञानी पॉल इरलिच की पुस्तक 'द पॉपुलेशन बम' से हुआ। लेकिन इस शब्द का वास्तविक रूप से विकास वर्ष 1987 में 'बंटलैंड आयोग' की रिपोर्ट 'हमारा साझा भविष्य' (Our Common Future) के प्रकाशन के साथ हुआ। 'सतत विकास' प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग का एक आदर्श मॉडल है, जो यह बताता है कि आर्थिक विकास के साथ-साथ पर्यावरण को भी सुरक्षित रखना है। इसका उद्देश्य है वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक संसाधनों को सुरक्षित रखते हुए उसका इस प्रकार प्रयोग किया जाए कि प्राकृतिक संसाधनों का क्षरण न्यूनतम हो।

24. सतत आर्थिक विकास के अभिप्राय हैं - [M. P. P. C. S. (Pre) 2015]

Correct Answer: (a) वर्तमान पीढ़ी के विकास के साथ-साथ भविष्य का आर्थिक विकास
Solution:सतत विकास की अवधारणा का प्रारंभ वर्ष 1962 में वैज्ञानिक रचेल कार्सन की पुस्तक 'साइलेंट स्प्रिंग' तथा वर्ष 1968 में जीव विज्ञानी पॉल इरलिच की पुस्तक 'द पॉपुलेशन बम' से हुआ। लेकिन इस शब्द का वास्तविक रूप से विकास वर्ष 1987 में 'बंटलैंड आयोग' की रिपोर्ट 'हमारा साझा भविष्य' (Our Common Future) के प्रकाशन के साथ हुआ। 'सतत विकास' प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग का एक आदर्श मॉडल है, जो यह बताता है कि आर्थिक विकास के साथ-साथ पर्यावरण को भी सुरक्षित रखना है। इसका उद्देश्य है वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक संसाधनों को सुरक्षित रखते हुए उसका इस प्रकार प्रयोग किया जाए कि प्राकृतिक संसाधनों का क्षरण न्यूनतम हो।

25. नीमराणा, जो टिकाऊ आर्थिक विकास का मॉडल है, अवस्थित है- [U.P.P.C.S. (Mains) 2010]

Correct Answer: (c) राजस्थान में
Solution:नीमराणा राजस्थान राज्य के अलवर जिले में अवस्थित है। यहां पर किए गए लगभग सभी विकास कार्य टिकाऊ आर्थिक विकास के मॉडल पर आधारित हैं।

26. पोषकीय (सस्टेनेबल) पर्यटन का मुख्य उद्देश्य है- [U.P.P.C.S. (Pre) 2020]

Correct Answer: (c) सांस्कृतिक अखंडता और पारिस्थितिक प्रक्रियाओं को बनाए रखते हुए पर्यटन और पर्यावरण प्रबंध करना
Solution:पोषकीय (Sustainable) पर्यटन का मुख्य उद्देश्य है सांस्कृतिक अखंडता और पारिस्थितिक प्रक्रियाओं को बनाए रखते हुए पर्यटन एवं पर्यावरण का प्रबंधन करना। यूएनडब्ल्यूटीओ (UNWTO) द्वारा पोषकीय पर्यटन हेतु 12 लक्ष्यों को परिभाषित किया गया है, जो निम्न हैं- आर्थिक व्यवहार्यता (Economic Viability), स्थानीय समृद्धि (Local Prosperity), रोजगार की गुणवत्ता (Employment Quality), सामाजिक समानता (Social Equity), आगंतुक पूर्ति (Visitor Fulfilment), स्थानीय नियंत्रण (Local Control), सामुदायिक भलाई (Community Wellbeing), सांस्कृतिक समृद्धि (Cultural Richess), भौतिक अखंडता (Physical Integrity), जैविक विविधता (Biological Diversity), संसाधन दक्षता (Resource Efficiency) तथा पर्यावरणीय शुद्धता (Environmental Purity)!

27. भारत ने किस देश के साथ नीली अर्थव्यवस्था (समुद्री संसाधन) पर सतत् विकास हेतु साझेदारी के लिए टास्क फोर्स का निर्माण किया है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2020]

Correct Answer: (b) नॉर्वे
Solution:18 फरवरी, 2020 को भारत के तत्कालीन भू-विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और नॉर्वे के तत्कालीन जलवायु एवं पर्यावरण मंत्री स्वेइनंग रोटवैठन ने सतत विकास के लिए नीली अर्थव्यवस्था पर भारत-नॉर्वे कार्यबल (Taskforce) की शुरुआत की। उल्लेखनीय है कि दोनों देशों के बीच संयुक्त पहल के तहत समुद्री कचरे के निपटान हेतु कई परियोजनाएं पहले से ही चल रही थीं। ध्यातव्य है कि सतत विकास के लिए नीली अर्थव्यवस्था पर भारत-नॉर्वे कार्यबल को जनवरी, 2019 में दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने संयुक्त रूप से लांच किया था।

28. किसी भी देश के संदर्भ में, निम्नलिखित में से किसे उस देश की सामाजिक पूंजी (सोशल कैपिटल) के भाग के रूप में समझा जाएगा? [I.A.S. (Pre), 2019]

Correct Answer: (d) समाज में आपसी भरोसे और सामंजस्य
Solution:

29. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2018]

एक संकल्पना के रूप में मानव पूंजी निर्माण की बेहतर व्याख्या उस प्रक्रिया के रूप में की जाती है, जिसके द्वारा -

1. किसी देश के व्यक्ति अधिक पूंजी का संचय कर पाते हैं।

2. देश के लोगों के ज्ञान, कौशल स्तरों और क्षमताओं में वृद्धि हो पाती है।

3. गोचर धन का संचय हो पाता है।

4. अगोचर धन का संचय हो पाता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

Correct Answer: (c) 2 और 4
Solution:मानव पूंजी निर्माण का तात्पर्य देश के लोगों में कौशल संवर्धन तथा उनकी समझ एवं क्षमताओं के विस्तार से है। किसी देश के लोगों को सामान्य श्रमिक से एक अधिक दक्ष एवं कुशल व्यक्ति के रूप में रूपांतरित करने हेतु उसे शिक्षण एवं प्रशिक्षण प्रदान करने की प्रक्रिया को ही मानव पूंजी निर्माण की प्रक्रिया कहा जाता है। मानव पूंजी निर्माण से देश में अगोचर संपत्तियों (ज्ञान, नैतिकता, बौद्धिक संपदा आदि) का संचयन होता है। यद्यपि मानव पूंजी निर्माण से गोचर संपत्तियां भी बढ़ती हैं और व्यक्ति अधिक पूंजी का संचय कर पाने में समर्थवान भी हो जाते हैं, परंतु यह मानव पूंजी निर्माण की प्रक्रिया न होकर उसका परिणाम है। अतः प्रश्न के संदर्भ में केवल कथन (2) और (4) सही हैं।

30. एक अवधारणा के रूप में मानव पूंजी निर्माण की बेहतर व्याख्या एक प्रक्रिया के संदर्भ में की जाती है, जो सक्षम बनाती है- [69th B.P.S.C. (Pre) 2023]

1. किसी देश के व्यक्तियों द्वारा अधिक पूंजी संचय करने को

2. ज्ञान में वृद्धि करने को

3. कौशल स्तरों में वृद्धि करने को

4. देश के लोगों के ज्ञान, कौशल स्तरों और क्षमताओं में वृद्धि करने को

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-

Correct Answer: (d) केवल 4
Solution:शिक्षा में निवेश मानव को मानव पूंजी में परिवर्तित करता है। इस प्रकार मानव पूंजी बढ़ी हुई उत्पादकता का प्रतिनिधित्व करती है। यह एक अर्जित योग्यता है और समझ-बूझ से किए गए निवेशगत निर्णयों का परिणाम है, जो भविष्य में आय के स्रोतों में वृद्धि की अपेक्षा से किए जाते हैं। शिक्षा में निवेश, कार्य स्थल प्रशिक्षण, स्वास्थ्य, प्रवसन और सूचना मानव पूंजी निर्माण के स्रोत हैं।