सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रीलिम्स) परीक्षा, 2014 सामान्य अध्ययन (Part-I)

Total Questions: 70

1. 'गोपथब्राह्मण' सम्बन्धित है -

Correct Answer: (c) अथर्ववेद से
Solution:व्याख्या गोपथ ब्राह्मण अथर्ववेद का एकमात्र ब्राह्मण ग्रंथ है। - ऐतरेय एवं कौषीतिकी नामक ब्राह्मण ऋग्वेद का, शतपथ एवं तैत्तिरीय ब्राह्मण यजुर्वेद का तथा पंचविश या ताण्ड्य ब्राह्मण सामवेद का ब्राह्मण ग्रंथ है।

2. 'नयनार' कौन थे?

Correct Answer: (b) शैव धर्मानुयायी
Solution:दक्षिण भारत में पूर्व मध्यकाल में भगवान विष्णु की उपासना करने वाले 'अलवार' और भगवान शिव की उपासना करने वाले 'नयनार' कहलाए। नयनारों की संख्या 63 मानी गयी है। अलवारों की संख्या 12 है।

3. वल्लभी विश्वविद्यालय स्थित था –

Correct Answer: (d) गुजरात में
Solution:व्याख्या -वल्लभीपुर प्राचीन भारत का एक नगर था जो पाँचवीं से आठवीं शताब्दी तक मैत्रक राजवंश की राजधानी रहा। यह पश्चिमी भारत के सौराष्ट्र में और बाद में गुजरात राज्य के भावनगर के बंदरगाह के पश्चिमोत्तर में खम्भात की खाड़ी के मुहाने पर स्थित था। मान्यतानुसार इसकी स्थापना 470 ई. में मैत्रक वंश के संस्थापक सेनापति भट्टारक ने की थी। यहाँ की प्रसिद्धि का महत्वपूर्ण कारण वल्लभी विश्वविद्यालय था जो तक्षशिला तथा नालन्दा की परम्परा में था। यह बौद्ध धर्म की हीनयान शाखा की शिक्षा का प्रमुख केन्द्र था।

4. हीनयान अवस्था का विशालतम एवं सर्वाधिक विकसित शैलकृत चैत्यगृह स्थित है –

Correct Answer: (c) कार्ले में
Solution:व्याख्या हीनयान अवस्था का विशालतम् एवं सर्वाधिक विकसित शैलकृत चैत्यगृह कार्ले (लोनावाला, महाराष्ट्र) में स्थित है। भाजा, कोण्डाने, पीतलखोरा, अजंता, बेडसा (नासिक) आदि चैत्य गृहों का संबंध भी हीनयान धर्म से ही है।

5. 'सप्तपर्णी गुफा' स्थित है – -

Correct Answer: (c) राजगृह में
Solution:व्याख्या - प्रथम बौद्ध संगीति अजातशत्रु के शासनकाल में राजगृह (बिहार) स्थित सप्तपर्णी गुफा में 483 ई. पू. में सम्पन्न हुई थी। इसकी अध्यक्षता महाकस्सप ने की थी। इस संगीति में बुद्ध के उपदेशों को दो पिटकों विनयपिटक और सुत्तपिटक में विभाजित किया गया था।

6. 'द्वारसमुद्र' किस राजवंश की राजधानी थी?

Correct Answer: (c) होयसल
Solution:व्याख्या होयसल राज्य की राजधानी द्वारसमुद्र का वर्तमान नाम हलेबिड है, जो कर्नाटक के हासन जिले में है। जबकि वनवासी कदम्ब की राजधानी थी व तलकाड या कुवलाल (वर्तमान नाम कोलार) गंगों की राजधानी थी। काकतीय वंश का संस्थापक रुद्र प्रथम था, जिसने नलगोंडा (हैदराबाद) में राज्य का गठन किया, जिसकी राजधानी वारंगल थी।

7. महाभारत मूलतः किस रूप में जानी जाती थी?

Correct Answer: (d) जयसंहिता
Solution:व्याख्या महाभारत की रचना वेदव्यास ने की थी। पहले इसमें केवल 8800 श्लोक थे और इसका नाम जय संहिता था। बाद में यह बढ़कर 24000 श्लोक हो गया और भारत नाम से प्रसिद्ध हुआ। अंत में एक लाख श्लोक होने के कारण इसे शत् साहस्त्री संहिता या महाभारत कहा जाने लगा। यह अट्ठारह पर्वों में विभक्त है।

8. किस अभिलेख से ज्ञात होता है कि स्कन्दगुप्त ने हूणों को पराजित किया था?

Correct Answer: (a) भीतरी स्तम्भ-लेख
Solution:व्याख्या भीतरी स्तम्भ अभिलेख में पुष्यमित्रों एवं हूणों के साथ स्कन्दगुप्त के युद्ध का वर्णन मिलता है। यह अभिलेख उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में सैदपुर तहसील में भीतरी नामक स्थान पर प्राप्त हुआ है। हूणों का पहला भारतीय आक्रमण गुप्त सम्राट स्कंदगुप्त के शासनकाल 455 ई. में हुआ था। जिसमें हूणों को स्कंदगुप्त ने बुरी तरह परास्त किया था।

9. हर्ष ने निम्नलिखित में से किन रचनाओं का लेखन किया था?

1. प्रियदर्शिका

2. नागानन्द

3. हर्षचरित

4. रत्नावली

नीचे दिए गए कूट का उपयोग कर अपना उत्तर दीजिए।

Correct Answer: (b) 1, 2 और 4
Solution:व्याख्या हर्ष को विद्वानों के संपोषक के रूप में ही नहीं बल्कि प्रियदर्शिका, रत्नावली और नागानन्द नामक तीन नाटकों के रचयिता के रूप में भी याद किया जाता है। उसे साहित्यकार सम्राट कहा गया है। हर्षचरित की रचना वाणभट्ट ने की थी।

10. इनमें से किसे शाहजहाँ ने 'शाह बुलंद इकबाल' की पदवी दी थी?

Correct Answer: (a) दाराशिकोह
Solution:व्याख्या - शाहजहाँ ने दाराशिकोह को 'शाह बुलंद इकबाल' की उपाधि प्रदान की थी। शाहजहाँ के शासनकाल में उपनिषदों का फारसी भाषा में अनुवाद दारा शिकोह ने 'सिर्र-ए-अकबर' नाम से किया था। इसके अंतर्गत 52 उपनिषदों का अनुवाद हुआ। दाराशिकोह को उसकी सहिष्णुता व उदारता के लिए लेनपूल ने 'लघु अकबर' की संज्ञा प्रदान की है।