Solution:व्याख्या व्यास नदी के पोंग बाँध के जल का उपयोग इंदिरा गाँधी नहर परियोजना करती है। इंदिरा गाँधी नहर पंजाब में सतलज और व्यास नदियों के सम्मिलन स्थल से कुछ आगे सुल्तानपुर में स्थित हरिके बैराज से प्रारम्भ होती है। यह राजस्थान नहर के नाम से भी जानी जाती है जो राजस्थान प्रदेश के उत्तर-पश्चिम भाग में बहती है। यह भारत की सबसे बड़ी नहर परियोजना है। 650 किमी. लम्बी यह नहर पंजाब, हरियाणा तथा राजस्थान में सिंचाई हेतु प्रयुक्त है।श्रीराम सागर प्रोजेक्ट जो पोचमपाद परियोजना के नाम से भी जानी जाती है, आन्ध्र प्रदेश के निजामाबाद जिले में गोदावरी नदी पर स्थित है और यह तेलंगाना के अधिकांश भाग की जीवनरेखा है। इस परियोजना की नींव भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू द्वारा 26 जुलाई, 1963 को रखी गई थी।
मयूराक्षी नदी जिसे मोर नदी के नाम से भी जाना जाता है, पश्चिम बंगाल की एक बड़ी नदी है, जिसका उद्गम स्थल झारखण्ड में देवघर से 16 किमी. दूर त्रिकूट पर्वत पर है। यह 250 किमी. लम्बी नदी है। यह झारखण्ड के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के वीरभूमि तथा मुर्शिदाबाद जिलों से बहते हुए हुगली नदी से मिल जाती है। मयूराक्षी परियोजना इसी नदी पर स्थित है। नागार्जुन सागर परियोजना आन्ध्र प्रदेश में गुंटूर और नलगोंडा जिलों की सीमा पर कृष्णा नदी पर अवस्थित है।