सहायक समीक्षा अधिकारी विशेष (प्रीलिम्स) परीक्षा, 2010 सामान्य अध्ययन (Part-I)

Total Questions: 70

1. ऋग्वेद में अघन्या का प्रयोग हुआ है-

Correct Answer: (b) गाय के लिए
Solution:व्याख्या - वैदिक काल में गायों का महत्वपूर्ण स्थान था। ऋग्वेद में अघन्या शब्द का प्रयोग गाय के लिए हुआ है। अघन्या का अर्थ "न मारे जाने योग्य" होता है। ऋग्वेद को इतिहासकार भारोपीय (भारत- यूरोपीय) भाषा परिवार की प्राचीनतम रचना मानते हैं। इसमें अग्नि, इन्द्र, मित्र, वरुण आदि देवताओं की स्तुतियां संग्रहीत हैं। इस ग्रन्थ के अनेक तथ्य अवेस्ता में मिलते हैं।

2. विष्णु के किस अवतार को समुद्र से पृथ्वी का उद्धार करते हुए अंकित किया जाता है?

Correct Answer: (c) वाराह
Solution:व्याख्या - विष्णु के वाराह अवतार को समुद्र से पृथ्वी का उद्धार करते हुए दिखाया गया है। गुप्तकाल की कई मूर्तियाँ विष्णु के इस रूप में दिखाई गई हैं। वराह अवतार विष्णु जी का तीसरा अवतार माना जाता है।

3. मगध का कौन सा सम्राट 'अपरोपरशुराम' के नाम से जाना जाता है?

Correct Answer: (d) महापद्मनन्द
Solution:व्याख्या - महापद्मनन्द को 'अपरोपरशुराम' के नाम से जाना जाता है। पुराणों के अनुसार नंद वंश का संस्थापक महाप‌द्मनन्द एक शूद्र शासक था। इसे सर्वक्षत्रान्तक (क्षत्रियों का नाश करने वाला) तथा भार्गव (दूसरे परशुराम का अवतार) कहा गया है।

4. 'मत्तविलासप्रहसन' का लेखक कौन था?

Correct Answer: (c) महेन्द्र वर्मन
Solution:व्याख्या- मत्तविलासप्रहसन का लेखक महेन्द्र वर्मन प्रथम था। यह एक नाटक है जिसमें कापालिक सम्प्रदाय और बौद्ध भिक्षुओं के माध्यम से समाज में व्याप्त धार्मिक स्थिति का व्यंगपूर्ण और मनोरंजक विवरण प्रस्तुत किया गया है। उल्लेखनीय है कि महेन्द्र वर्मन प्रथम पल्लव वंश का एक महान राजा था। पहले वह जैन धर्म का अनुयायी था किन्तु बाद में शैव संत अप्पर के प्रभाव में आकर वह शैव बन गया।

5. भूमि स्पर्श मुद्रा की सारनाथ बुद्ध प्रतिमा सम्बन्धित है-

Correct Answer: (b) गुप्त काल से
Solution:व्याख्या - गुप्त काल की चित्रकला का जन्म विशेषतः मथुरा शैली द्वारा स्थापित प्रतिमानों पर आधारित था। गुप्त मूर्तिकला का सर्वोत्तम उदाहरण सारनाथ की मूर्तियां और चित्रकला का सर्वोत्कृष्ट उदाहरण। अजन्ता बौद्ध कला है। भूमि स्पर्श मुद्रा की कुछ प्रतिमा गुप्त काल से सम्बन्धित हैं। यह बौद्ध धर्म में सबसे महत्वपूर्ण मुद्राओं में से एक है जो भगवान बुद्ध के ज्ञान प्राप्ति का प्रतीक है।

6. एलोरा के कैलाश मन्दिर का निर्माण कराया था-

Correct Answer: (a) राष्ट्रकूटों ने
Solution:व्याख्या - एलोरा के प्रसिद्ध कैलाश मंदिर का निर्माण राष्ट्रकूट शासक कृष्ण प्रथम ने बनवाया था। यह शैलकृत स्थापत्य का अद्वितीय नमूना है। यह द्रविण शैली द्वारा स्थापित प्रतिमानों पर आधारित है। राष्ट्रकूट राजवंश का वास्तविक संस्थापक दन्तिदुर्ग था। इसकी राजधानी मान्यखेट वर्तमान मलखेड़, कर्नाटक राज्य में है।

7. अलबरूनी भारत में आया था-

Correct Answer: (c) ग्यारहवीं शताब्दी ई. में
Solution:व्याख्या - अलबरूनी ग्यारहवीं शताब्दी में महमूद गजनवी के साथ भारत आया था। इसकी प्रसिद्ध पुस्तक किताब-उल-हिन्द तत्कालीन इतिहास जानने का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। इसमें भारतीय गणित, इतिहास, भूगोल, खगोल, दर्शन आदि की समीक्षा की गई है।

8. निम्नलिखित सुल्तानों में से कौन अन्न के ऊपर कर समाप्त करने के लिए जाना जाता है?

Correct Answer: (d) सिकन्दर लोदी
Solution:व्याख्या- बहलोल लोदी का उत्तराधिकारी सिकन्दर शाह लोवी हुआ जो लोदी वंश का सर्वश्रेष्ठ शासक था। उसने राज्य के हिसाब-किताब की लेखा परीक्षण प्रणाली की शुरुआत की और खाद्यात्र करों (अनाज कर) को समाप्त कर दिया तथा व्यापार से प्रतिबन्धों को हटा दिया जिससे लोगों की आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा मिल सके। इसने 1504 ई. में आगरा शहर की नींव रखी।

9. भक्ति आन्दोलन के निम्नलिखित नायकों में से कौन इस्लाम से प्रभावित था?

Correct Answer: (c) नामदेव
Solution:व्याख्या- नामदेव का जन्म (1270 ई.) एक दजीं परिवार में हुआ था। बारकरी सम्प्रदाय के रूप में प्रसिद्ध विचारधारा की गौरवशाली परम्परा की स्थापना में इनकी प्रमुख भूमिका रहीं। ये भारत के प्रसिद्ध संत थे। इनके समय में नाथ और महानुभाव पन्चों का महाराष्ट्र में प्रचार था। इनके कुछ पद्यात्मक गीत गुरु ग्रन्थ साहिब में संकलित हैं। इन्होंने कुछ भक्तिपरक मराठी गीतों की रचना की जो अभंगों के रूप में प्रसिद्ध हैं। इन्होंने दिल्ली में सूफी सन्तों के वाद-विवाद में भी हिस्सा लिया था।

10. राणा सांगा ने निम्नलिखित युद्धों में से किसमें बाबर के विरुद्ध लड़ाई की थी?

Correct Answer: (b) खानवा का युद्ध
Solution:व्याख्या बाबर को भारत पर आक्रमण करने का निमंत्रण पंजाब के गवर्नर दौलत खां लोदी एवं मेवाड़ के शासक राणा सांगा ने दिया था। खानवा का युद्ध 17 मार्च, 1527 को राणा सांगा एवं बाबर के बीच हुआ जिसमें बाबर विजयी हुआ था। खानवा युद्ध में विजय के बाद बाबर ने गाजी की उपाधि धारण की थी। इसी युद्ध में बावर ने "जिहाद" का नारा दिया था।