सहायक समीक्षा अधिकारी विशेष (प्रीलिम्स) परीक्षा, 2010 सामान्य अध्ययन (Part-II)

Total Questions: 70

11. जीरो टिल बीज एवं उर्वरक ड्रिल विकसित किया गया था-

Correct Answer: (b) जी.बी. पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, पन्तनगर में
Solution:व्याख्या जी. बी. पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पन्त - नगर द्वारा जीरो टिल बीज एवं उर्वरक ड्रिल विकसित किया गया था। इस तकनीकी का प्रयोग बुवाई एवं रोपाई हेतु किया जाता है।

12. सेन्ट्रल एरिड जोन रिसर्च इन्स्टीट्यूट स्थित है-

Correct Answer: (b) जोधपुर में
Solution:व्याख्या - सेन्ट्रल एरिड जोन रिसर्च इन्स्टीट्यूट जोधपुर में है। इसकी स्थापना मरु वनीकरण केंद्र के रूप में 1952 में की गई थी। इसे 1959 में केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (CAZRI) के रूप में पूर्ण संस्थान का दर्जा दिया गया था। राष्ट्रीय भू-भौतिकी अनुसंधान संस्थान हैदराबाद में है। बेंगलुरू में भारतीय ताराभौतिकी संस्थान है। अहमदाबाद में कपड़ा उद्योग अनुसंधान संस्थान है।

13. निम्नलिखित में से कौन सा एक चाय में नहीं पाया जाता है?

Correct Answer: (d) मार्फीन
Solution:व्याख्या -चाय में मार्फीन नहीं पाया जाता है। माफींन अफीम पोस्ता से प्राप्त किया जाता है। इसका प्रयोग मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र की समस्याओं के निदान में किया जाता है।

14. सरसो के बीज के अपमिश्रक के रूप में सामान्यतः । निम्नलिखित में से किसे प्रयोग में लाया जाता है?

Correct Answer: (a) आर्जीमोन के बीज
Solution:व्याख्या - आजींमोन के बीज को अपमिश्रक के रूप में सरसो का तेल निकालते समय सामान्यतः प्रयोग में लाया जाता है।

15. 'मसालों का बागान' कहा जाने वाला राज्य है-

Correct Answer: (a) केरल
Solution:व्याख्या - मसालों का बागान केरल को कहा जाता है। 2021-22 तृतीय अग्रिम अनुमान के अनुसार सर्वाधिक मसाला उत्पादक राज्य हैं- मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, तेलंगाना।

16. नील हरित शैवाल निम्नलिखित में से किस एक फसल की पैदावार बढ़ाने के लिए जैव उर्वरक के रूप में प्रयोग में लाया जाता है?

Correct Answer: (b) धान
Solution:व्याख्या - नील हरित शैवाल धान की फसल की पैदावार बढ़ाने के - लिए जैव उर्वरक के रूप में प्रयोग में लाया जाता है। नील हरित शैवाल एक विशेष प्रकार की काई होती है। रासायनिक उर्वरकों के अलावा शैवाल तथा जीवाणु की कुछ प्रजातियाँ वायुमण्डलीय नाइट्रोजन (80 प्रतिशत) का स्थिरीकरण कर मृदा तथा पौधों को पोषण प्रदान करती हैं, जिसके फलस्वरूप फसल की उत्पादकता में वृद्धि होती है।

17. निम्नलिखित में से कौन सा हरित ईंधन का स्रोत है?

Correct Answer: (b) करंज
Solution:व्याख्या - करंज हरित ईंधन का स्रोत है। इसके अतिरिक्त इसमें औषधीय गुण पाया जाता है। गंजेपन की समस्या, आँखों, दाँतों के रोग, कुष्ठ रोग, पेट की बीमारी, बवासीर आदि जैसे रोगों में करंज से लाभ मिलता है।

18. भारत का बीसवाँ परमाणु बिजली घर कौन सा है?

Correct Answer: (c) कैगा (कर्नाटक)
Solution:व्याख्या - भारत में प्रथम परमाणु बिजली घर अक्टूबर 1969 में तारापुर, महाराष्ट्र में लगाया गया। 20वाँ परमाणु बिजली घर जनवरी, 2011 में कैगा (कर्नाटक) में लगाया गया। वर्तमान में कुल 23 न्युक्लियर पावर रिएक्टर संचालित किए जा रहे हैं जिनकी कुल क्षमता 7480 मेगावॉट है।

19. विश्व का विशालतम दूरबीन कौन सा है?

Correct Answer: (b) आइसक्यूब
Solution:व्याख्या - प्रश्नानुसार विश्व का विशालतम दूरबीन आइसक्यूब है। यह दूरबीन दक्षिणी ध्रुव (अंटार्कटिका) के भूमिगत सतह में स्थापित किया गया है। विश्व का विशालतम रेडियों टेलीस्कोप FAST है। जिसका व्यास 500 मीटर है। यह चीन के दक्षिण-पश्चिम प्रांत, गुइझोऊ में स्थापित किया गया है। इसमें 4450 पैनेल लगे हुए हैं।

20. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये :

1. अमेरिकी एजेन्सी नासा ने अपनी स्वप्निल मशीन मंगल विज्ञान प्रयोगशाला (क्यूरिओसिटी रोवर) का प्रक्षेपण किया है जो मंगल ग्रह पर जीवन की सम्भावना का अध्ययन करेगा।

2. क्यूरिओसिटी रोवर सौर ऊर्जा से संचालित है।

3. रोवर में विशेष रसायन विज्ञान की एवं कैमरा की युक्ति है जो मंगल की सतह पर उपस्थित पदार्थ में माइक्रो स्तर पर उपस्थित तत्व की पहचान कर सकता है।

उपरोक्त कथनों में से कौन से सही हैं?

Correct Answer: (d) केवल 3 और 1
Solution:व्याख्या - मंगल ग्रह पर जीवन की तलाश के लिए अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने मार्स साइंस लेबोरेटरी मिशन के तहत 26 नवम्बर, 2011 को फ्लोरिडा स्थित केप कैनवेरेल एयरफोर्स स्टेशन से एटलस V 541 रॉकेट द्वारा क्यूरियोसिटी रोवर को प्रक्षेपित किया था। यह रोवर मंगल पर रेडियो आइसोटोप जेनरेटर से मिलने वाली ऊर्जा से चल रहा है, इसमें ईंधन के रूप में प्लूटोनियम 238 का इस्तेमाल किया गया है। यह मंगल की सतह पर उपस्थित सूक्ष्म (माइक्रो) स्तर पर तत्व की पहचान करने में सक्षम है।