Correct Answer: (a) डॉ. बी.आर. अम्बेडकर
Solution:14 अगस्त, 1931 को बंबई में वार्ता के दौरान डॉ. बी.आर. अम्बेडकर ने कहा था "इतिहास बताता है कि महात्मा गांधी क्षणिक भूत की भांति धूल उठाते हैं, लेकिन स्तर नहीं उठाते।" ज्ञातव्य है कि 'दलितों की स्थिति' के बारे में गांधी जी तथा अम्बेडकर के बीच मतभेद था। ब्रिटिश प्रधानमंत्री रैम्जे मैक्डोनॉल्ड द्वारा घोषित कम्युनल अवॉर्ड में दलितों को पृथक प्रतिनिधित्व दिए जाने के बाद 20 सितंबर, 1932 को महात्मा गांधी ने आमरण अनशन प्रारंभ किया। 24 सितंबर को अम्बेडकर और गांधी जी के अनुयायियों के मध्य पूना समझौता हुआ।