सांस्कृतिक गतिविधियां (उत्तराखंड)

Total Questions: 28

11. उत्तरांचल के प्रसिद्ध लोकगीत 'बेड़ी पाको बारा मासा' की धुन बनाई थी- [Uttarakhand P.C.S. (Mains), 2002]

Correct Answer: (d) स्वर्गीय ब्रजेंद्र लाल शाह ने
Solution:उत्तरांचल (उत्तराखंड) का प्रसिद्ध लोकगीत बेडी पाको बारा मासा की घुन स्वर्गीय बजेंद्र लाल शाह ने बनाई थी। गढ़वाल को लोकगीतों की धरती के नाम से जाना जाता है. यहां पर लोकगीतों के अनेक प्रकार मिलते है। जैसे मांगलिक गीत बासंती गीत, चौमासा गीत, बारा मासा गीत आदि।

12. उत्तरांचल की महिलाएं एक आभूषण जिसे तिलहरी कहते हैं. पहनती हैं- [Uttarakhand P.C.S. (Mains), 2002]

Correct Answer: (c) गले में
Solution:उत्तरांचल (उत्तराखंड) के लोग अनेक तरह के परिधान एवं आभूषण पहनते रहे हैं। 'तिलहरी' गले का एक गहना होता है, जिसे महिलाएं गले में धारण करती हैं एवं बुलाक, फुल्ली, नथ विवाहित स्त्रियां नाक पर धारण करती है। धागुला, जो चांदी निर्मित एक आभूषण होता है. हाथ में पहना जाता है एवं पौता, झावर पैर में धारण किए जाते हैं।

13. 'मौण-मेला' कहां आयोजित होता है? [Uttarakhand P.C.S. (Pre), 2016]

Correct Answer: (b) पालीपछाऊ, जौनसार, रवाई
Solution:'मौण-मेला' उत्तराखंड का एक ऐसा आयोजन है, जिसमें मछलियों का सामूहिक शिकार होता है। यह संपूर्ण रवाई, जौनसार और पालीपछाऊ की छोटी-बड़ी नदियों में मनाया जाता है। कुमाऊं में भी इस प्रकार का उत्सव मनाया जाता है, जिसे 'डहौ उठाना' कहते हैं।

14. 'बगवाल मेला' किस स्थान पर लगता है? [Uttarakhand P.C.S. (Pre), 2005]

Correct Answer: (d) देवीधुरा
Solution:देवीधुरा, चंपावत जिले में स्थित है। यहां प्रतिवर्ष रक्षाबंधन, श्रावण पूर्णिमा के दिन 'बगवाल मेला' लगता है।

15. उत्तरांचल में बगवाल या बग्वाई पर्व बड़े हर्ष व उल्लास के साथ मनाया जाता है, यह पर्व है- [Uttarakhand P.C.S. (Mains), 2002]

Correct Answer: (b) दीपावली का
Solution:उत्तरांचल (उत्तराखंड) में बगवाल या बग्वाई पर्व बड़े हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाया जाता है। गढ़वाली लोग इसको दीपावली के समय मनाते हैं।

16. निम्न में से किस राज्य में नंदादेवी महोत्सव मनाया जाता है? [Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre), 2007]

Correct Answer: (a) उत्तराखंड
Solution:'नंदादेवी महोत्सव' उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों में देवीनंदा और सुनंदा को स्मरण करने हेतु मनाया जाता है।

17. विशेष रूप से किस देवता से कटारमल का मंदिर संबंधित है? [Uttarakhand P.C.S. (Pre), 2005]

Correct Answer: (b) सूर्य
Solution:राजा कटारमल द्वारा 12वीं सदी में निर्मित उत्तराखंड शैली का यह सूर्य मंदिर अल्मोड़ा जिले में स्थित है। उल्लेखनीय है कि यह सूर्य मंदिर, कोणार्क मंदिर (ओडिशा) के बाद दूसरा सबसे महत्त्वपूर्ण सूर्य मंदिर है। इस मंदिर में मुख्य प्रतिमा 'सूर्य' की है।

18. उत्तराखंड का प्रसिद्ध सूर्य मंदिर जहां स्थित है, वह जगह है- [Uttarakhand Lower Sub. (Pre), 2010]

Correct Answer: (b) कटारमल अल्मोड़ा
Solution:राजा कटारमल द्वारा 12वीं सदी में निर्मित उत्तराखंड शैली का यह सूर्य मंदिर अल्मोड़ा जिले में स्थित है। उल्लेखनीय है कि यह सूर्य मंदिर, कोणार्क मंदिर (ओडिशा) के बाद दूसरा सबसे महत्त्वपूर्ण सूर्य मंदिर है। इस मंदिर में मुख्य प्रतिमा 'सूर्य' की है।

19. गोलू देवता मंदिर जिस जनपद में अवस्थित है, वह है- [Uttarakhand Lower Sub. (Pre), 2010]

Correct Answer: (b) अल्मोड़ा
Solution:गोलू देवता का मंदिर कुमाऊं क्षेत्र के अल्मोड़ा जनपद में स्थित है।

20. भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक स्थापित है- [Uttarakhand P.C.S. (Pre), 2005]

Correct Answer: (d) केदारनाथ में
Solution:पंचकेदार में सबसे प्रमुख केदारनाथ मंदिर का निर्माण रुद्रप्रयाग जिले में मंदाकिनी नदी के किनारे आदि शंकराचार्य ने 8वीं शताब्दी में करवाया था। यह मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।