सांस्कृतिक गतिविधियां (भाग-I)

Total Questions: 50

41. चेरा पंहारा (Chera Panhara) अनुष्ठान किससे संबंधित है? [MTS (T-I) 11 जुलाई, 2022 (I-पाली)]

Correct Answer: (a) ओडिशा की रथ यात्रा
Solution:चेरा पंहारा अनुष्ठान ओडिशा की रथ यात्रा (जगन्नाथ रथ यात्रा) से संबंधित है। इस उत्सव का उद्घाटन चेरा पंहारा द्वारा किया जाता है। इसमें भगवान के सेवक के रूप में गजपति शासक, रथों के आगे बढ़ने से पहले प्रत्येक रथ के मंच पर झाडू लगाते हैं। भक्त इन बड़े रथों (भगवान जगन्नाथ रथ, देवी सुभद्रा रथ और भगवान बलभद्र रथ) को मुख्य मार्ग पर तीन किमी., देवताओं के 'वाटिका गृह' उनकी मौसी 'गुंडीचा' के घर तक ले जाते हैं। एक सप्ताह तक यहां रहने के बाद देवताओं को श्री मंदिर में लाया जाता है।

42. पद्मश्री और पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित, यामिनी कृष्णमूर्ति भरतनाट्यम और निम्नलिखित में से किस नृत्य के लिए प्रसिद्ध हैं? [CGL (T-I) 20 जुलाई, 2023 (IV-पाली), MTS (T-I) 15 जून, 2023 (I-पाली), दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 16 नवंबर, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (a) कुचिपुड़ी
Solution:यामिनी कृष्णमूर्ति 'भरतनाट्यम' और 'कुचिपुड़ी' नृत्य शैलियों के लिए प्रसिद्ध हैं। भारतीय शास्त्रीय नृत्य में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री और पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है। कुचिपुड़ी आंध्र प्रदेश का एक शास्त्रीय नृत्य है।

43. गुजरात के किस जिले में गुजरात सरकार द्वारा मोढेरा नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जाता है? [CGL (T-I) 20 जुलाई, 2023 (IV-पाली)]

Correct Answer: (c) मेहसाणा
Solution:मोढेरा नृत्य महोत्सव का आयोजन गुजरात सरकार द्वारा गुजरात राज्य के मेहसाणा जिले में आयोजित किया जाता है। मोढेरा सूर्य मंदिर का निर्माण सोलंकी शासक भीमदेव प्रथम के शासनकाल में हुआ था।

44. ....... का दासकथिया नृत्य ऐतिहासिक और पौराणिक कथाओं (घटनाओं) को चित्रित करते हुए दो पुरुषों द्वारा किया जाने वाला आदिवासी नृत्य है। [CGL (T-I) 14 जुलाई, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (c) ओडिशा
Solution:ओडिशा का दासकथिया नृत्य ऐतिहासिक और पौराणिक कथाओं (घटनाओं) को चित्रित करते हुए पुरुषों द्वारा किया जाने वाला आदिवासी नृत्य है। यह नृत्य शैली 'ओड़िया संस्कृति' का एक अभिन्न अंग है। यह त्योहारों और महत्वपूर्ण अवसरों के दौरान किया जाता है।

45. निम्नलिखित में से कौन-सा ओडिशा का एक प्रसिद्ध लोक नृत्य है? [CGL (T-I) 05 दिसंबर, 2022 (IV-पाली)]

Correct Answer: (c) रंगबती
Solution:प्रश्नानुसार, 'रंगबती' दक्षिण ओडिशा क्षेत्र का अत्यधिक लोकप्रिय लोक नृत्य है।

46. दर्पण एकेडमी ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स (Darpana Academy of Performing Arts) के संस्थापक और संचालक रह चुके किस प्रसिद्ध भारतीय नर्तक/नर्तकी को 1965 में पद्मश्री पुरस्कार मिला था? [MTS (T-I) 13 जून, 2023 (II-पाली), MTS (T-I) 11 जुलाई, 2022 (I-पाली)]

Correct Answer: (c) मृणालिनी साराभाई
Solution:दर्पण एकेडमी ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स की सह-संस्थापक मृणालिनी साराभाई हैं। उन्हें वर्ष 1965 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

47. 2018 में गूगल डूडल ने मृणालिनी साराभाई का 100वां जन्मदिन मनाया। वह निम्नलिखित में से किस नृत्य शैली की प्रतिपादक हैं? [CGL (T-I) 14 जुलाई, 2023 (I-पाली), दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 21 नवंबर, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (b) भरतनाट्यम और कथकली
Solution:मृणालिनी साराभाई भरतनाट्यम और कथकली नृत्य शैलियों की नृत्यांगना हैं। वर्ष 2018 में गूगल डूडल ने मृणालिनी साराभाई का 100वां जन्मदिन मनाया। उन्हें वर्ष 1992 में पद्म भूषण और वर्ष 1965 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।

48. वर्ष 1965 में 'पद्मश्री' प्राप्त करने वाली मृणालिनी साराभाई ....... की एक जानी मानी नर्तकी थीं। [MTS (T-I) 02 मई, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (a) भरतनाट्यम
Solution:मृणालिनी साराभाई भरतनाट्यम और कथकली नृत्य शैलियों की नृत्यांगना हैं। वर्ष 2018 में गूगल डूडल ने मृणालिनी साराभाई का 100वां जन्मदिन मनाया। उन्हें वर्ष 1992 में पद्म भूषण और वर्ष 1965 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।

49. निम्नलिखित में से कौन भरतनाट्यम और कथकली नर्तकी हैं? [MTS (T-I) 06 सितंबर, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (c) मृणालिनी साराभाई
Solution:मृणालिनी साराभाई भरतनाट्यम और कथकली नृत्य शैलियों की नृत्यांगना हैं। वर्ष 2018 में गूगल डूडल ने मृणालिनी साराभाई का 100वां जन्मदिन मनाया। उन्हें वर्ष 1992 में पद्म भूषण और वर्ष 1965 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।

50. भरतनाट्यम दक्षिण भारत के धार्मिक विषयों और ....... के आध्यात्मिक विचारों को व्यक्त करता है। [CGL (T-I) 14 जुलाई, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (b) शैव धर्म
Solution:भरतनाट्यम एक शास्त्रीय नृत्य शैली है, जिसकी उत्पत्ति भारतीय राज्य तमिलनाडु में हुई थी। यह नृत्य शैली दक्षिण भारत के धार्मिक विषयों और विशेष रूप से 'शैव धर्म' के आध्यात्मिक विचारों को व्यक्त करती है, जो हिंदू धर्म की प्रमुख शाखाओं में से एक है।