1. उसकी नियुक्ति 1919 एक्ट के क्रियान्वयन की पूछताछ के लिए की गई थी।
2. उसके अध्यक्ष सर जॉन साइमन थे।
3. उसने संघीय प्रकार की सरकार के लिए संस्तुति की थी।
4. भारतीय नेताओं ने उसका विरोध किया था।
कूट :
Correct Answer: (d) उपर्युक्त सभी
Solution:भारत सरकार अधिनियम, 1919 के एक प्रावधान के अनुसार, अधिनियम के पारित होने के दस वर्ष पर एक वैधानिक कमीशन की नियुक्ति की जानी थी, जिसे वर्ष 1919 के अधिनियम के कार्य संचालन की जांच- पड़ताल करनी थी और आवश्यक होने पर भावी सुधारों को प्रस्तावित करना था। इसी उद्देश्य से नवंबर, 1927 में साइमन कमीशन का गठन किया गया था। साइमन कमीशन में ब्रिटिश संसद के सात सदस्य थे। सर जॉन साइमन इसके अध्यक्ष बनाए गए तथा इस कमीशन में कोई भी भारतीय सदस्य नहीं था। फलस्वरूप भारतीय नेताओं द्वारा इसके विरोध का निर्णय लिया गया। साइमन आयोग का प्रस्ताव था कि केंद्रीय विधानमंडल को पुनर्गठित किया जाए जिसमें एक इकाई की भावना को छोड़कर संघीय भावना हो और इसके सदस्य परोक्ष पद्धति से प्रांतीय विधानमंडलों द्वारा चुने जाएं। 3 फरवरी, 1928 को जिस दिन साइमन कमीशन बंबई पहुंचा, उस दिन देशव्यापी हड़ताल आयोजित की गई। कमीशन जहां कहीं भी गया वहां पूर्ण हड़ताल रखी गई तथा "साइमन, वापस जाओ" के नारों के साथ जुलूस निकाले गए।