Correct Answer: (a) देवेंद्रनाथ टैगोर
Solution:भारतीय ब्रह्म समाज के संस्थापक केशवचंद्र सेन थे। देवेंद्रनाथ ने - 1865 ई. में केशवचंद्र सेन से आचार्य की उपाधि छीन ली। फलस्वरूप केशवचंद्र सेन मौलिक ब्रह्म समाज से अलग हो गए और देवेंद्रनाथ टैगोर के तहत समाज की मूल शाखा ने स्वयं को 'आदि ब्रह्म समाज' के नाम से पुकारा। आचार्य केशवचंद्र सेन के नेतृत्व वाले गुट ने अपने को 'भारतीय ब्रह्म समाज' या 'नवीन ब्रह्म समाज' (नव विधान) का नाम दिया। 1878 ई. में 'नवीन ब्रह्म समाज' में पुनः फूट पड़ी, जब केशवचंद्र सेन द्वारा अपनी 14 वर्ष से कम आयु की पुत्री का विवाह कूच बिहार के राजा से किए जाने के विरोध में आनंद मोहन बोस एवं 5 शिवनाथ शास्त्री द्वारा 'साधारण ब्रह्म समाज' की स्थापना की गई। नोट: 20 अगस्त, 1828 को राजा राममोहन राय ने फेरंजी कमल बोस के मकान (जो इस हेतु किराए पर लिया गया था) में ब्रह्म समाज की स्थापना की थी। ताराचंद चक्रवर्ती इसके प्रथम सचिव थे। देवेंद्रनाथ टैगोर इस समाज में 1843 ई. में तथा केशवचंद्र सेन 1857 ई. में सम्मिलित हुए। देवेंद्रनाथ टैगोर एवं केशवचंद्र सेन के मध्य वैचारिक मतभेद होने पर जब 11 नवंबर, 1866 को केशवचंद्र सेन ने औपचारिक रूप से पृथक ब्रह्म समाज का गठन किया, तो इसका नामकरण 'भारतीय ब्रह्म समाज' (Brahmo Samaj of India) किया गया। जबकि पूर्व स्थापित ब्रह्म समाज को 'आदि ब्रह्म समाज' के नाम से जाना गया। ब्रह्म समाज की मूल वेबसाइट , गजेटियर ऑफ इंडिया (Vol-II : इतिहास एवं संस्कृति) एवं मैकमिलन प्रकाशित 'भारत का सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक इतिहास (लेखक-बी.एन. पुरी, एम.एन. दास, पी.एन. चोपड़ा) में ये तथ्य दर्शित हैं। बाद में इतिहास लेखन के दौरान प्रख्यात इतिहासविदों प्रो. बी.एल. ग्रोवर एवं प्रो. आर.एल. शुक्ल आदि ने आधुनिक भारतीय इतिहास की अपनी पुस्तकों में पता नहीं क्यों केशवचंद्र सेन के नवीन ब्रह्म समाज को 'आदि ब्रह्म समाज' बताया। प्रख्यात इतिहासकारों द्वारा यह प्रस्तुत किए जाने के कारण अन्य पुस्तकों में यही तथ्य अपनाए गए और प्रायः परीक्षा संस्थाओं ने भी अपने प्रश्नों में आदि ब्रह्म समाज के संस्थापक के रूप में केशवचंद्र सेन को उत्तर के रूप में माना, जबकि वास्तविक तथ्य इसके ठीक उलट है। अर्थात् केशवचंद्र सेन का नवीन ब्रह्म समाज, भारतीय ब्रह्म समाज है और देवेंद्रनाथ टैगोर के नेतृत्व वाला मूल ब्रह्म समाज, आदि ब्रह्म समाज है।