Correct Answer: (b) शिवदयाल साहब
Solution:राधास्वामी सत्संग आंदोलन की स्थापना 1861 ई. में आगरा के एक महाजन या बैंकर तुलसीराम, जो शिवदयाल साहब या स्वामी जी महाराज के नाम से लोकप्रिय थे, ने की। राधास्वामी मत को मानने वाले लोग एक ही परमेश्वर, गुरु की महत्ता, संतों का साथ (सत्संग) तथा साधारण सामाजिक जीवन में विश्वास करते थे। उनका मानना था कि आध्यात्मिक उपलब्धियों के लिए सांसारिक जीवन का परित्याग आवश्यक है तथा यह भी कि सभी जन सच्चे हैं। यह पंथ मंदिरों-तीर्थों अथवा पवित्र स्थलों को कोई महत्व नहीं देता था। धर्म और दान के कार्य, सेवा और प्रार्थना की भावना इसके आवश्यक कर्तव्य थे।