सामाजिक एवं धार्मिक सुधार आंदोलन

Total Questions: 59

21. मद्रास का वेद समाज ....... से प्रेरित था। [Phase-XI 27 जून, 2023 (IV-पाली)]

Correct Answer: (b) ब्रह्म समाज
Solution:मद्रास का वेद समाज 'ब्रह्म समाज' के विचारों से प्रेरित था। वेद समाज की स्थापना 1864 में मद्रास (चेन्नई) में हुई थी। इसने जाति भेद को खत्म करने और विधवा पुनर्विवाह तथा महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए काम किया। इसके सदस्य एक ईश्वर में विश्वास करते थे। उन्होंने रूढ़िवादी हिंदू धर्म के अंधविश्वासों और कर्मकांडों की निंदा की।

22. 1867 में प्रार्थना समाज की स्थापना के पीछे निम्नलिखित समाज सुधारकों में से किसकी प्रेरणा थी? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 16 नवंबर, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) केशवचंद्र सेन
Solution:प्रार्थना समाज की स्थापना 1867 ई. में बंबई में आचार्य केशवचंद्र सेन की प्रेरणा से डॉ. आत्माराम पांडुरंग द्वारा की गई थी। महादेव गोविंद रानाडे इस संस्था से 1869 ई. में जुड़े। प्रार्थना समाज का उद्देश्य, जाति प्रथा का विरोध, स्त्री-पुरुष विवाह की आयु में वृद्धि, विधवा-विवाह, स्त्री शिक्षा आदि को प्रोत्साहन प्रदान करना था।

23. थियोसोफिकल सोसायटी की स्थापना किस देश में हुई थी? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 15 नवंबर, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (d) अमेरिका
Solution:थियोसोफिकल सोसायटी की स्थापना 1875 ई. में "मैडम एच.पी. ब्लैवेत्स्की' और 'कर्नल एच.एस. आल्काट' ने अन्य सहयोगियों के साथ न्यूयॉर्क (सं.रा. अमेरिका) में की थी। 1879 ई. में इसका मुख्यालय मुंबई में स्थानांतरित हुआ। इसके उपरांत 1882 ई. में इसका मुख्यालय अड्यार (चेन्नई) में स्थापित हो गया।

24. 1910 में 'भारत स्त्री महामंडल' की स्थापना का श्रेय निम्नलिखित में से किस समाज सुधारक को दिया जाता है? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 24 नवंबर, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (a) सरला देवी चौधरानी
Solution:'भारत स्त्री महामंडल' पहला अखिल भारतीय महिला संघ था। यह 1910 में सरला देवी चौधरानी द्वारा स्थापित किया गया था। भारत स्त्री महामंडल का उद्देश्य, एक ऐसे संगठन का निर्माण था जिसके द्वारा भारत में हर जाति, पंथ, वर्ग और पार्टी की महिलाओं को उनकी नैतिक और भौतिक प्रगति में सामान्य रुचि के आधार पर एक साथ लाया जा सकता है।

25. पुणे में लड़कियों के लिए देश के पहले स्कूल की पहली प्रधानाध्यापिका कौन थी ? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 28 नवंबर, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (a) सावित्रीबाई फुले
Solution:सावित्रीबाई फुले भारत के पहले बालिका विद्यालय की पहली प्रिंसिपल और पहले किसान स्कूल की संस्थापक थीं। उन्होंने 1 जनवरी, 1848 में पुणे के भिड़ेवाड़ा में इसकी स्थापना की थी। यह देश का पहला महिला स्कूल था, जिसकी स्थापना भारतीयों ने की थी।

26. निम्नलिखित में से किसने परिवर्तित हिंदुओं को हिंदू समाज की मुख्य धारा में वापस लाने के लिए 'शुद्धि आंदोलन' शुरू किया ? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 29 नवंबर, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) स्वामी दयानंद
Solution:शुद्धि आंदोलन 19वीं शताब्दी में भारत में प्रमुख धार्मिक आंदोलनों में से एक था। इसकी शुरुआत स्वामी दयानंद सरस्वती ने की थी। इसका उद्देश्य, उन हिंदुओं को अपने मूल धर्म में वापस लाना था, जिन्होंने इस्लाम या ईसाई धर्म को अपना लिया था। इसको धर्मांतरण और ईसाई धर्म के विस्तार को हिंदू धर्म के लिए खतरे के रूप में देखा गया।

27. रामकृष्ण गोपाल भंडारकर और महादेव गोविंद रानाडे ने महाराष्ट्र में धार्मिक सुधारों से जुड़े अपने कार्य निम्नलिखित में से किस संगठन के माध्यम से किए ? [CGL (T-I) 19 जुलाई, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (a) प्रार्थना समाज
Solution:प्रार्थना समाज की स्थापना 1867 ई. में बंबई (बॉम्बे) में आचार्य केशवचंद्र सेन की प्रेरणा से आत्माराम पांडुरंग द्वारा की गई थी। रामकृष्ण गोपाल भंडारकर एवं महादेव गोविंद रानाडे भी संस्था के सदस्य रहे। रानाडे इस संस्था से 1869 ई. में जुड़े। इस संस्था का प्रमुख उद्देश्य जाति प्रथा का विरोध, स्त्री-पुरुष की विवाह की आयु में वृद्धि, विधवा विवाह एवं स्त्री शिक्षा को प्रोत्साहन देना था। रानाडे का सामाजिक सुधार आंदोलन 19वीं शताब्दी के अंत तक सफलतापूर्वक जारी रहा।

28. प्रार्थना समाज के संस्थापक कौन थे? [MTS (T-I) 03 मई, 2023 (II-पाली), MTS (T-I) 12 अक्टूबर, 2021 (I-पाली)]

Correct Answer: (b) आत्माराम पांडुरंग
Solution:प्रार्थना समाज की स्थापना 1867 ई. में बंबई (बॉम्बे) में आचार्य केशवचंद्र सेन की प्रेरणा से आत्माराम पांडुरंग द्वारा की गई थी। रामकृष्ण गोपाल भंडारकर एवं महादेव गोविंद रानाडे भी संस्था के सदस्य रहे। रानाडे इस संस्था से 1869 ई. में जुड़े। इस संस्था का प्रमुख उद्देश्य जाति प्रथा का विरोध, स्त्री-पुरुष की विवाह की आयु में वृद्धि, विधवा विवाह एवं स्त्री शिक्षा को प्रोत्साहन देना था। रानाडे का सामाजिक सुधार आंदोलन 19वीं शताब्दी के अंत तक सफलतापूर्वक जारी रहा।

29. सन् 1867 में, केशवचंद्र सेन ने आत्माराम पांडुरंग को ....... में प्रार्थना समाज की स्थापना करने में सहायता की थी। [MTS (T-I) 09, 10, 12 मई, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (b) बॉम्बे
Solution:प्रार्थना समाज की स्थापना 1867 ई. में बंबई (बॉम्बे) में आचार्य केशवचंद्र सेन की प्रेरणा से आत्माराम पांडुरंग द्वारा की गई थी। रामकृष्ण गोपाल भंडारकर एवं महादेव गोविंद रानाडे भी संस्था के सदस्य रहे। रानाडे इस संस्था से 1869 ई. में जुड़े। इस संस्था का प्रमुख उद्देश्य जाति प्रथा का विरोध, स्त्री-पुरुष की विवाह की आयु में वृद्धि, विधवा विवाह एवं स्त्री शिक्षा को प्रोत्साहन देना था। रानाडे का सामाजिक सुधार आंदोलन 19वीं शताब्दी के अंत तक सफलतापूर्वक जारी रहा।

30. निम्नलिखित स्वतंत्रता सेनानियों में से किसे "आधुनिक भारत का जनक" माना जाता है? [MTS (T-I) 19 जून, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) राजा राममोहन राय
Solution:राजा राममोहन राय को 'भारतीय पुनर्जागरण का पिता', 'भारतीय राष्ट्रवाद का पैगंबर', 'अतीत और भविष्य के मध्य सेतु', 'भारतीय राष्ट्रवाद का जनक', 'आधुनिक भारत का पिता', 'प्रथम आधुनिक पुरुष' तथा 'युगदूत' कहा गया।