Correct Answer: (c) वर्ष 1942
Solution:व्यावहारिक रूप से सैन्य इकाई के रूप में इंडियन नेशनल आर्मी का गठन 15 जुलाई, 1942 में कैप्टन मोहन सिंह द्वारा प्रारंभ कर दिया गया था; किंतु इसके गठन की औपचारिक घोषणा जुलाई, 1942 में की गई थी। उल्लेखनीय है कि मलय क्षेत्र में भारतीयों द्वारा अपना राजनीतिक संगठन 'ऑल मलय इंडियन इंडिपेंडेंस लीग' का गठन किया गया था। इसकी अध्यक्षता के लिए रास बिहारी बोस को आमंत्रित किया गया था। जून, 1942 में संपन्न बैंकॉक सम्मेलन में एक 'कौंसिल ऑफ एक्शन' एवं 'प्रतिनिधित्व समिति' के गठन का प्रस्ताव किया गया था, जिसे 'इंडियन इंडिपेंडेंस लीग' तथा 'इंडियन नेशनल आर्मी' के मध्य समन्वय तथा अधीक्षण का दायित्व सौंपा गया था। रास बिहारी बोस कौंसिल ऑफ एक्शन के अध्यक्ष बनाए गए थे, जबकि के.पी.के. मेनन, नेद्याम राघवन नागरिक सदस्य तथा मोहन सिंह एवं गिलानी सैनिक सदस्य थे। जापानियों से मोहन सिंह के वैचारिक मतभेद के कारण दिसंबर, 1942 में मोहन सिंह ने आई.एन.ए. के विघटन की घोषणा कर दी; किंतु रास बिहारी बोस ने भोहन सिंह को उनके पद से बर्खास्त कर दिया। बाद में मोहन सिंह जापानी सेना द्वारा गिरफ्तार कर लिए गए। आई.एन.ए. का नेतृत्व रास बिहारी बोस ने महानायक सुभाष चंद्र बोस को सौंप दिया। सिंगापुर पहुंचने के 2 दिन बाद 4 जुलाई, 1943 को सुभाष चंद्र बोस ने इंडियन नेशनल आर्मी का नेतृत्व ग्रहण कर लिया। सुविधा के लिए इसे द्वितीय इंडियन नेशनल आर्मी की संज्ञा भी दी जाती है। इसे ही हिंदी में हम 'आजाद हिंद फौज' के नाम से जानते हैं।