स्थानीय स्वशासन (भाग – 2) (भारतीय राजव्यवस्था एवं शासन)

Total Questions: 50

21. अनुसूचित क्षेत्रों में ग्राम सभा के सम्मिलन की अध्यक्षता कौन करता है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2015]

Correct Answer: (d) उपस्थित अनुसूचित जनजाति सदस्य जो ग्राम सभा द्वारा चुना जाए
Solution:अनुसूचित क्षेत्रों में ग्राम सभा के सम्मिलन (बैठक) की अध्यक्षता उपस्थित अनुसूचित जनजाति सदस्य, जो कि ग्राम सभा द्वारा चुना जाए, द्वारा की जाती है। पेसा (PESA) नियमों के अनुसार, यह सदस्य एक वर्ष के लिए आम सहमति से अध्यक्ष चुना जाता है। उपस्थित सदस्यों में यदि आम सहमति नहीं बन पाती है, तो अनुसूचित जनजाति की सबसे उम्रदराज महिला सदस्य को अध्यक्ष बनाया जाता है।

22. 73वां संविधान संशोधन अधिनियम, 1992 निर्दिष्ट करता है - [I.A.S. (Pre) 2000]

Correct Answer: (c) देश में मजबूत एवं जीवंत पंचायती राज संस्थाओं की बुनियाद रखना
Solution:73वां संविधान संशोधन अधिनियम, 1992 देश में मजबूत एवं जीवंत पंचायती राज संस्थाओं की बुनियाद रखता है। इसके द्वारा संविधान के भाग 9 के अनु. 243 से 243-ण तक में पंचायती राज व्यवस्था संबंधी उपबंध किए गए हैं तथा 11वीं अनुसूची के तहत पंचायतों को सौंपे जाने वाले विषयों का उल्लेख है।

23. 73वां संविधान संशोधन 24 अप्रैल, 1993 से देश में प्रभावी हुआ है, यह राजस्थान में प्रोत्साहित करेगा- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1993]

Correct Answer: (c) स्वशासन व्यवस्था
Solution:73वां संविधान संशोधन अधिनियम, 24 अप्रैल, 1993 से देश में प्रभावी - हुआ। यह राजस्थान सहित देश के विभिन्न राज्यों में पंचायती राज व्यवस्था की स्थापना से संबंधित है, जो शासन सत्ता के विकेंद्रीकरण एवं स्थानीय स्वशासन व्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए बनाया गया है।

24. निम्नलिखित में से कौन 'तृण मूल लोकतंत्र' से संबंधित है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2013]

Correct Answer: (b) पंचायती राज पद्धति
Solution:'तृण मूल लोकतंत्र' (Grass Root Democracy) अर्थात 'जमीनी स्तर पर लोकतंत्र' का संबंध लोकतंत्र के विकेंद्रीकरण से है। भारत में स्वतंत्रता के पश्चात 2 अक्टूबर, 1959 को जवाहरलाल नेहरू ने राजस्थान के नागौर जिले में लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण की योजना का श्रीगणेश किया और इसी दिन उसे संपूर्ण राजस्थान में लागू कर दिया गया। इस लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण को ही ' पंचायती राज' कहा जाता है। स्पष्ट है कि राजस्थान ही सबसे पहला राज्य है, जिसमें संपूर्ण राज्य में सर्वप्रथम पंचायती राज = की स्थापना की गई। संविधान में 73वां संवैधानिक संशोधन करके पंचायती राज संस्थाओं को संवैधानिक मान्यता प्रदान की गई है।

25. पंचायती राज एक व्यवस्था है- [U.P. Lower Sub. (Pre) 1998]

1. स्थानीय स्तर पर स्वशासन की।

2. जैव-संबंधों के साथ त्रि-स्तरीय अभिशासन की।

3. लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण की।

4. पदसोपानिक संरचना की।

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-

Correct Answer: (c) 1, 2 और 3
Solution:पंचायती राज स्थानीय स्तर पर स्वशासन की एक व्यवस्था है। बलवंत राय मेहता ने इसे लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण की व्यवस्था कहा है। यह एक प्रकार से त्रि-स्तरीय जैविकीय संबंधों की अभिशासन संरचना है।

26. पंचायती राज व्यवस्था का मूल उद्देश्य क्या सुनिश्चित करना है? [I.A.S. (Pre) 2015]

1. विकास में जन-भागीदारी

2. राजनीतिक जवाबदेही

3. लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण

4. वित्तीय संग्रहण (फ़ाइनेंशियल मोबिलाइज़ेशन)

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।

Correct Answer: (c) केवल 1 और 3
Solution:पंचायती राज व्यवस्था का शुभारंभ 2 अक्टूबर, 1959 को नागौर (राजस्थान) में हुआ था। 73वें संविधान संशोधन, 1992 के द्वारा पंचायतों को संवैधानिक दर्जा प्रदान किया गया। इसका प्रमुख उद्देश्य स्थानीय जनता की विकास में भागीदारी (जन-भागीदारी) एवं लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण को सुनिश्चित करना है।

27. स्थानीय स्वशासन की सर्वोत्तम व्याख्या यह की जा सकती है कि यह एक प्रयोग है- [I.A.S. (Pre) 2017]

Correct Answer: (b) लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण का
Solution:पंचायती राज व्यवस्था का शुभारंभ 2 अक्टूबर, 1959 को नागौर (राजस्थान) में हुआ था। 73वें संविधान संशोधन, 1992 के द्वारा पंचायतों को संवैधानिक दर्जा प्रदान किया गया। इसका प्रमुख उद्देश्य स्थानीय जनता की विकास में भागीदारी (जन-भागीदारी) एवं लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण को सुनिश्चित करना है।

28. पंचायती राज व्यवस्था अपनाई गई थी- [U.P.P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (b) लोकतंत्र की शक्तियों के विकेंद्रीकरण के लिए
Solution:पंचायती राज व्यवस्था का शुभारंभ 2 अक्टूबर, 1959 को नागौर (राजस्थान) में हुआ था। 73वें संविधान संशोधन, 1992 के द्वारा पंचायतों को संवैधानिक दर्जा प्रदान किया गया। इसका प्रमुख उद्देश्य स्थानीय जनता की विकास में भागीदारी (जन-भागीदारी) एवं लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण को सुनिश्चित करना है।

29. स्थानीय शासन की निम्नलिखित में से कौन-सी एक विशेषता नहीं है? [U.P. P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008]

Correct Answer: (c) केंद्रीय नियंत्रण
Solution:वैधानिक स्थिति, स्थानीय समुदाय की भागीदारी तथा कतिपय कर आरोपित कर वित्त प्राप्त करने की शक्ति तो स्थानीय शासन की विशेषताएं हैं, परंतु केंद्रीय नियंत्रण स्थापित करने से तो इनका उद्देश्य ही समाप्त हो जाता है। इस प्रकार सही उत्तर विकल्प (c) होगा।

30. पंचायती राज का प्रधान लक्ष्य है - [43rd B.P.S.C. (Pre) 1999]

Correct Answer: (c) ग्रामवासियों में शक्ति का विकेंद्रीकरण।
Solution:पंचायती राज का प्रधान लक्ष्य ग्रामवासियों में शक्ति एवं सत्ता का विकेंद्रीकरण है, जिससे वे अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप नीतियां बना सकें एवं लागू कर सकें।