स्थानीय स्वशासन (भाग – 2) (भारतीय राजव्यवस्था एवं शासन)

Total Questions: 50

41. ग्रामीण स्थानीय शासन का 'पंचायती राज' नामांकन किस भारतीय नेता के सुझाव का परिणाम था ? [U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2017]

Correct Answer: (d) एम. के. गांधी
Solution:ग्रामीण स्थानीय शासन का पंचायती राज नामांकन महात्मा गांधी के सुझाव का परिणाम था। महात्मा गांधी ने महसूस किया था कि गांव को न केवल आर्थिक रूप से बल्कि राजनीतिक एवं प्रशासनिक रूप से भी आत्मनिर्भर होना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया था कि एक गांव के सभी मामले, वयस्क मताधिकार के आधार पर निर्वाचित एक पंचायत द्वारा प्रशासित किए जाने चाहिए।

42. CDP एवं NES के पुनर्गठन के लिए 1957 में NDC द्वारा स्थापित समिति का नाम बताएं, जिसने ग्रामीण स्थानीय सरकार की त्रि- स्तरीय प्रणाली का सुझाव दिया था। [53rd to 55thB.P.S.C. (Pre) 2011]

Correct Answer: (a) बलवंत राय मेहता समिति
Solution:1952 में प्रारंभ सामुदायिक विकास कार्यक्रम (CDP) और 1953 में प्रारंभ राष्ट्रीय विस्तार योजना (NES) के पुनर्गठन के लिए राष्ट्रीय विकास परिषद द्वारा बलवंत राय मेहता समिति का गठन 1957 में किया गया था। इस समिति ने लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण और ग्रामीण स्थानीय सरकार की त्रि-स्तरीय पंचायत प्रणाली की अनुशंसा की थी।

43. भारत में त्रि-स्तरीय पंचायती राजव्यवस्था की सिफारिश की थी- [I.A.S. (Pre) 2005 M.P.P.C.S. (Pre) 2014]

Correct Answer: (b) बलवंत राय मेहता समिति ने
Solution:भारत में त्रि-स्तरीय पंचायती राजव्यवस्था की स्थापना की सिफारिश बलवंत राय मेहता समिति (1957) ने की थी। समिति की सिफारिशों के आधार पर ही राजस्थान की विधानसभा ने 2 सितंबर, 1959 को पंचायती राज अधिनियम पारित किया। अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप पं. जवाहरलाल नेहरू ने 2 अक्टूबर, 1959 को राजस्थान के नागौर जिले में पंचायती राज का उद्घाटन किया। इसके अतिरिक्त पंचायतों में सुधार के लिए 1977 में अशोक मेहता समिति, 1985 में जी.वी. के. राव समिति तथा 1986 में डॉ. एल.एम. सिंघवी समिति का भी गठन किया गया।

44. बलवंत राय मेहता समिति ने किस प्रकार की पंचायती राज व्यवस्था की अनुशंसा की थी? [M.P.P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (b) त्रि-स्तरीय
Solution:भारत में त्रि-स्तरीय पंचायती राजव्यवस्था की स्थापना की सिफारिश बलवंत राय मेहता समिति (1957) ने की थी। समिति की सिफारिशों के आधार पर ही राजस्थान की विधानसभा ने 2 सितंबर, 1959 को पंचायती राज अधिनियम पारित किया। अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप पं. जवाहरलाल नेहरू ने 2 अक्टूबर, 1959 को राजस्थान के नागौर जिले में पंचायती राज का उद्घाटन किया। इसके अतिरिक्त पंचायतों में सुधार के लिए 1977 में अशोक मेहता समिति, 1985 में जी.वी. के. राव समिति तथा 1986 में डॉ. एल.एम. सिंघवी समिति का भी गठन किया गया।

45. निम्नलिखित राज्यों में से किसमें बलवंत राय मेहता समिति की सिफारिशों के अनुसार, पंचायती राज व्यवस्था सर्वप्रथम स्थापित की गई? [U.P.P.C.S. (Mains) 2015]

Correct Answer: (c) राजस्थान
Solution:भारत में त्रि-स्तरीय पंचायती राजव्यवस्था की स्थापना की सिफारिश बलवंत राय मेहता समिति (1957) ने की थी। समिति की सिफारिशों के आधार पर ही राजस्थान की विधानसभा ने 2 सितंबर, 1959 को पंचायती राज अधिनियम पारित किया। अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप पं. जवाहरलाल नेहरू ने 2 अक्टूबर, 1959 को राजस्थान के नागौर जिले में पंचायती राज का उद्घाटन किया। इसके अतिरिक्त पंचायतों में सुधार के लिए 1977 में अशोक मेहता समिति, 1985 में जी.वी. के. राव समिति तथा 1986 में डॉ. एल.एम. सिंघवी समिति का भी गठन किया गया।

46. भारत में पंचायती राज की अनुशंसा के लिए बनी समिति के अध्यक्ष थे- [38th B.P.S.C. (Pre) 1992]

Correct Answer: (a) बलवंत राय मेहता
Solution:भारत में त्रि-स्तरीय पंचायती राजव्यवस्था की स्थापना की सिफारिश बलवंत राय मेहता समिति (1957) ने की थी। समिति की सिफारिशों के आधार पर ही राजस्थान की विधानसभा ने 2 सितंबर, 1959 को पंचायती राज अधिनियम पारित किया। अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप पं. जवाहरलाल नेहरू ने 2 अक्टूबर, 1959 को राजस्थान के नागौर जिले में पंचायती राज का उद्घाटन किया। इसके अतिरिक्त पंचायतों में सुधार के लिए 1977 में अशोक मेहता समिति, 1985 में जी.वी. के. राव समिति तथा 1986 में डॉ. एल.एम. सिंघवी समिति का भी गठन किया गया।

47. जिस समिति की अनुशंसा पर देश में 'पंचायती राज' लागू किया गया, उसके प्रमुख थे- [47th B.P.S.C. (Pre) 2005 Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Mains) 2006, 2007 M.P.P.C.S. (Pre) 1996]

Correct Answer: (b) बलवंत राय मेहता
Solution:भारत में त्रि-स्तरीय पंचायती राजव्यवस्था की स्थापना की सिफारिश बलवंत राय मेहता समिति (1957) ने की थी। समिति की सिफारिशों के आधार पर ही राजस्थान की विधानसभा ने 2 सितंबर, 1959 को पंचायती राज अधिनियम पारित किया। अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप पं. जवाहरलाल नेहरू ने 2 अक्टूबर, 1959 को राजस्थान के नागौर जिले में पंचायती राज का उद्घाटन किया। इसके अतिरिक्त पंचायतों में सुधार के लिए 1977 में अशोक मेहता समिति, 1985 में जी.वी. के. राव समिति तथा 1986 में डॉ. एल.एम. सिंघवी समिति का भी गठन किया गया।

48. निम्नलिखित में से किस समिति ने 'त्रि-स्तरीय पंचायती राज प्रणाली' की संस्तुति की ? [U.P.P.C.S. (Mains) 2017]

Correct Answer: (a) बलवंत राय मेहता समिति
Solution:भारत में त्रि-स्तरीय पंचायती राजव्यवस्था की स्थापना की सिफारिश बलवंत राय मेहता समिति (1957) ने की थी। समिति की सिफारिशों के आधार पर ही राजस्थान की विधानसभा ने 2 सितंबर, 1959 को पंचायती राज अधिनियम पारित किया। अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप पं. जवाहरलाल नेहरू ने 2 अक्टूबर, 1959 को राजस्थान के नागौर जिले में पंचायती राज का उद्घाटन किया। इसके अतिरिक्त पंचायतों में सुधार के लिए 1977 में अशोक मेहता समिति, 1985 में जी.वी. के. राव समिति तथा 1986 में डॉ. एल.एम. सिंघवी समिति का भी गठन किया गया।

49. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए- [U.P. Lower Sub. (Mains) 2013]

स्तम्भ 1 (समितियां)स्तम्भ 2 (सुझाव)
A. बलवंत राय मेहता1. द्वि-स्तरीय पद्धति
B. अशोक मेहता2. त्रि-स्तरीय पद्धति
C. एल.एम. सिंघवी3. प्रतिनिधित्व के तरीके में सुधार
D. जी.वी.के. राव4. स्थानीय स्वशासन पद्धति

 

      (A)

        (B)

          (C)

       (D)

(a)

1

2

3

4

(b)

4

3

2

1

(c)

2

1

4

3

(d) 

3

4

1

2

Correct Answer: (c)
Solution:सूची-I का सूची-II से सुमेलन निम्नवत है-
स्तम्भ 1 (समितियां)स्तम्भ 2 (सुझाव)
बलवंत राय मेहतात्रि-स्तरीय पद्धति
अशोक मेहताद्वि-स्तरीय पद्धति
एल.एम. सिंघवीस्थानीय स्वशासन पद्धति
जी.वी.के. रावप्रतिनिधित्व के तरीके में सुधार

50. भारत में 'पंचायती राज व्यवस्था का वास्तुकार/शिल्पी' किसे कहा जाता है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2016 U.P. Lower Sub. (Pre) 2015]

Correct Answer: (c) बी.आर. मेहता
Solution:भारत के 'पंचायती राज व्यवस्था का वास्तुकार या शिल्पी' बलवंत राय मेहता को कहा जाता है। वर्ष 1957 में भारत सरकार ने सामुदायिक विकास कार्यक्रम (1952) तथा राष्ट्रीय विस्तार सेवा (1953) द्वारा किए गए कार्यों की जांच और उनके बेहतर ढंग से कार्य करने के लिए उपाय सुझाने के लिए बलवंत राय मेहता की अध्यक्षता में एक समिति गठित की थी। इस समिति ने नवंबर, 1957 में अपनी रिपोर्ट सौंपी। इस रिपोर्ट में 'लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण' और त्रि-स्तरीय पंचायत प्रणाली (ग्राम स्तर, ब्लॉक स्तर एवं जिला स्तर पर) की सिफारिश की गई थी, जो कि आगे चलकर भारत में पंचायती राज व्यवस्था का आधार बनी।