स्थानीय स्वशासन (भाग – 3) (भारतीय राजव्यवस्था एवं शासन)

Total Questions: 50

11. त्रि-स्तरीय पंचायती राज प्रणाली स्थापित करने की अनुशंसा सर्वप्रथम किसके द्वारा की गई थी? [U.P. P.C.S. (Mains) 2012 Chhatisgarh P.C.S. (Pre) 2008]

Correct Answer: (c) बलवंत राय मेहता समिति द्वारा
Solution:संविधान के अनुच्छेद 40 में राज्य को पंचायतों के गठन का निर्देश दिया गया है। 1957 में बलवंत राय मेहता समिति ने त्रि-स्तरीय पंचायतों के गठन की सिफारिश की। इनकी सिफारिश के आधार पर पं. जवाहरलाल नेहरु ने 2 अक्टूबर, 1959 को राजस्थान के नागौर जिले में पंचायती राज का उद्घाटन किया। तत्पश्चात आंध्र प्रदेश भी इस व्यवस्था को अपने यहां लागू कर पंचायती राज प्रणाली लागू करने वाला दूसरा राज्य बन गया।

12. पंचायती राज की त्रि-स्तरीय व्यवस्था की संस्तुति प्रारंभ में किस समिति द्वारा की गई? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2011]

Correct Answer: (a) बलवंत राय मेहता समिति
Solution:संविधान के अनुच्छेद 40 में राज्य को पंचायतों के गठन का निर्देश दिया गया है। 1957 में बलवंत राय मेहता समिति ने त्रि-स्तरीय पंचायतों के गठन की सिफारिश की। इनकी सिफारिश के आधार पर पं. जवाहरलाल नेहरु ने 2 अक्टूबर, 1959 को राजस्थान के नागौर जिले में पंचायती राज का उद्घाटन किया। तत्पश्चात आंध्र प्रदेश भी इस व्यवस्था को अपने यहां लागू कर पंचायती राज प्रणाली लागू करने वाला दूसरा राज्य बन गया।

13. निम्नलिखित में से कौन-सी एक समिति पंचायती राज संस्था से संबंधित नहीं है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2014]

Correct Answer: (a) पी.वी.एन. राव समिति
Solution:पी.वी. एन. राव समिति का पंचायती राज संस्था से संबंध नहीं है। शेष अन्य समितियां पंचायती राज व्यवस्था से संबंधित हैं। पंचायती राज से संबंधित प्रमुख समितियां हैं-

बलवंत राय मेहता समिति (1957), संथानम समिति (1963 एवं 1964), अशोक मेहता समिति (1977-78), जी.वी.के. राव समिति (1985), एल.एम. सिंघवी समिति (1986), हनुमंता राव समिति (1984), पी. के. थंगन समिति (1988) आदि।

14. भारत में पंचायती राज संस्था के कामकाज की जांच के लिए, निम्नलिखित में से कौन-सी समितियां नियुक्त की गई थी? [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2023]

(i) एल.एम. सिंघवी समिति                             (ii) जी.वी. के. राव समिति

(iii) अशोक मेहता समिति                             (iv) बलवंत राय मेहता समिति

सही उत्तर का चयन कीजिए :

Correct Answer: (d) उपर्युक्त सभी
Solution:पी.वी. एन. राव समिति का पंचायती राज संस्था से संबंध नहीं है। शेष अन्य समितियां पंचायती राज व्यवस्था से संबंधित हैं। पंचायती राज से संबंधित प्रमुख समितियां हैं-

बलवंत राय मेहता समिति (1957), संथानम समिति (1963 एवं 1964), अशोक मेहता समिति (1977-78), जी.वी.के. राव समिति (1985), एल.एम. सिंघवी समिति (1986), हनुमंता राव समिति (1984), पी. के. थंगन समिति (1988) आदि।

15. सूची-I के साथ सूची-II को मिलाइए और सूचियों के नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए- [66th B.P.S.C. (Pre) (Re-Exam) 2020]

स्तम्भ 1 (पंचायती राज समितियां)स्तम्भ 2 (वर्ष)
A. सी.एच. हनुमंता राव1. 1985
B. जी.वी.के. राव2. 1986
C. अशोक मेहता3. 1984
D. एल.एम. सिंघवी4. 1957
E. बलवंत राय मेहता5. 1978

 

      (A)

        (B)

          (C)

          (D)

(a)

4

5

3

2

(b)

2

4

3

5

(c)

5

3

4

1

(d) 

3

1

2

4

Correct Answer: (d)
Solution:पी.वी. एन. राव समिति का पंचायती राज संस्था से संबंध नहीं है। शेष अन्य समितियां पंचायती राज व्यवस्था से संबंधित हैं। पंचायती राज से संबंधित प्रमुख समितियां हैं-

बलवंत राय मेहता समिति (1957), संथानम समिति (1963 एवं 1964), अशोक मेहता समिति (1977-78), जी.वी.के. राव समिति (1985), एल.एम. सिंघवी समिति (1986), हनुमंता राव समिति (1984), पी. के. थंगन समिति (1988) आदि।

16. पंचायती राज से संबंधित निम्नलिखित समितियों को कालक्रम से व्यवस्थित कीजिए और नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए- [U.P. Lower Sub. (Mains) 2015 U.P.P.C.S. (Mains) 2017 U.P. B.E.O. (Pre) 2019 U.P.P.C.S. (Pre) 2021]

1. जी.वी. के. राव समिति

2. एल.एम. सिंघवी समिति

3. बी.आर. मेहता समिति

4. अशोक मेहता समिति

Correct Answer: (c) 3, 4, 1 और 2
Solution:पी.वी. एन. राव समिति का पंचायती राज संस्था से संबंध नहीं है। शेष अन्य समितियां पंचायती राज व्यवस्था से संबंधित हैं। पंचायती राज से संबंधित प्रमुख समितियां हैं-

बलवंत राय मेहता समिति (1957), संथानम समिति (1963 एवं 1964), अशोक मेहता समिति (1977-78), जी.वी.के. राव समिति (1985), एल.एम. सिंघवी समिति (1986), हनुमंता राव समिति (1984), पी. के. थंगन समिति (1988) आदि।

17. सूची I को सूची II से सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए : [U.P.P.C.S. (Pre) 2022 U.P. R.O./A.R.O. (Mains) 2017]

 

                सूची I

                (समिति)

                        सूची-II (नियुक्ति का वर्ष)     

A. बलवंत राय मेहता समिति

1. 1957

B. अशोक मेहता समिति

2. 1977

C. एल.एम. सिंघवी समिति

3. 1986

D. पी.के. थंगन समिति

4. 1988

      (A)

        (B)

          (C)

          (D)

(a)

1

2

3

4

(b)

3

4

2

1

(c)

4

1

2

3

(d) 

2

3

1

4

Correct Answer: (a)
Solution:पी.वी. एन. राव समिति का पंचायती राज संस्था से संबंध नहीं है। शेष अन्य समितियां पंचायती राज व्यवस्था से संबंधित हैं। पंचायती राज से संबंधित प्रमुख समितियां हैं-

बलवंत राय मेहता समिति (1957), संथानम समिति (1963 एवं 1964), अशोक मेहता समिति (1977-78), जी.वी.के. राव समिति (1985), एल.एम. सिंघवी समिति (1986), हनुमंता राव समिति (1984), पी. के. थंगन समिति (1988) आदि।

18. पंचायती राज व्यवस्था से निम्न में से कौन-सी समिति संबद्ध नहीं है? [U.P. P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008]

Correct Answer: (b) वी.के.आर.वी. राव समिति
Solution:वी.के.आर.वी. राव एक प्रमुख भारतीय अर्थशास्त्री थे, जो आर्थिक विकास पर संयुक्त राष्ट्र आयोग के अध्यक्ष तथा राष्ट्रीय आय समिति में सदस्य रहे थे। ये पंचायती राज व्यवस्था से संबंधित किसी समिति के अध्यक्ष नहीं रहे थे। अन्य तीनों समितियां पंचायती राज व्यवस्था के संबंध में सुझाव देने हेतु गठित की गई थीं।

19. निम्न में से कौन-सी एक समिति भारत में पंचायती राज व्यवस्था से संबंधित नहीं है? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2012]

Correct Answer: (a) दिनेश गोस्वामी समिति
Solution:दिनेश गोस्वामी समिति पंचायती राज व्यवस्था से संबंधित नहीं है। यह समिति चुनाव सुधारों से संबंधित है, जबकि एल.एम. सिंघवी समिति (1986), सादिक अली समिति (1964) और अशोक मेहता समिति (1977) पंचायती राज व्यवस्था से संबंधित हैं।

20. अशोक मेहता समिति ने 'पंचायती राज' के लिए किस प्रतिमान की संस्तुति की थी? [U.P. Lower Sub. (Pre) 2009]

Correct Answer: (b) द्वि-स्तरीय
Solution:1977 में गठित अशोक मेहता समिति ने अगस्त, 1978 में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी, जिसमें पंचायती राज के लिए त्रि-स्तरीय प्रतिमान के स्थान पर द्वि-स्तरीय प्रतिमान की संस्तुति की गई थी। इसमें जनपद स्तर पर जिला परिषद तथा 15000 से 20000 जनसंख्या (गांवों के समूह) पर मंडल पंचायत के गठन का सुझाव था।