स्थानीय स्वशासन (भाग-4) (भारतीय राजव्यवस्था एवं शासन)

Total Questions: 57

41. नगरपालिका परिषद का चुनाव लड़ने के लिए अर्हता क्या है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2016]

(i) अध्यक्ष पद हेतु उसकी आयु 25 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए।

(ii) पार्षद हेतु उसकी आयु 21 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए।

(iii) जिसका नाम मतदाता सूची में है, चुनाव लड़ सकता है।

(iv) कोई भी व्यक्ति दो वार्ड से पार्षद का चुनाव एक साथ लड़ सकता है।

(v) कोई भी व्यक्ति अध्यक्ष और पार्षद का चुनाव एक साथ लड़ सकता है।

Correct Answer: (b) i ii V
Solution:छत्तीसगढ़ नगरपालिका अधिनियम, 1961 (यथासंशोधित) की धारा 34 के अंतर्गत नगरपालिका परिषद के चुनाव के लिए अर्हता दी गई है, जिसके अनुसार-

(1) जिस व्यक्ति का नाम नगरपालिका मतदाता सूची में है, वह चुनाव लड़ने की अर्हता रखता है [34(1)]।

(2) अध्यक्ष पद हेतु उसकी आयु 25 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए [34(1) (a)] |

(3) पार्षद हेतु आयु 21 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए [34 (1) (b)] |

(4) कोई व्यक्ति दो वार्ड से पार्षद का चुनाव एक साथ नहीं लड़ सकता है [34(2)]।

(5) कोई भी व्यक्ति यदि अध्यक्ष और पार्षद चुना जाता है, तो ऐसी स्थिति में 7 दिनों के अंदर एक पद से इस्तीफा देना होगा [34(4)]।

अतः स्पष्ट है कि कथन (i), (ii) एवं (v) सही हैं, जबकि कथन (iii) एवं (iv) गलत हैं। धारा 34 (1) (a) के तहत नगरपालिका परिषद का चुनाव लड़ने के लिए नाम नगरपालिका मतदाता सूची में दर्ज होना चाहिए न कि किसी भी मतदाता सूची में।

42. नगरपालिका की अवधि के विषय में सही क्या है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2017]

i. नगरपालिका की अवधि की गणना निर्वाचन परिणाम की घोषणा की तिथि से की जाती है।

ii. नगरपालिका की अवधि की गणना प्रथम सम्मिलन की तिथि से की जाती है।

iii. नगरपालिका की अवधि 5 वर्ष होती है।

iv. यदि नगरपालिका 2 वर्ष में विघटित कर दी गई तो नई नगरपालिका 3 वर्ष की अवधि के लिए गठित की जाएगी।

v. यदि नगरपालिका 2 वर्ष में विघटित कर दी गई तो नई नगरपालिका 5 वर्ष की अवधि के लिए गठित की जाएगी।

Correct Answer: (b) ii iii iv
Solution:संविधान के अनुच्छेद 243प (243U) तथा छत्तीसगढ़ नगरपालिका परिषद अधिनियम, 1961 (यथासंशोधित) की धारा 36 के अनुसार, नगरपालिका की अवधि की गणना प्रथम सम्मिलन (बैठक) की तिथि से की जाती है तथा नगरपालिका की अवधि 5 वर्ष की होती है और किसी नगरपालिका की अवधि की समाप्ति के पूर्व उस नगरपालिका के विघटन पर गठित की गई कोई नगरपालिका उस अवधि के केवल शेष भाग के लिए ही गठित की जाती है। इस प्रकार, यदि नगरपालिका 2 वर्ष में विघटित कर दी गई, तो नई नगरपालिका 3 वर्ष के लिए गठित की जाएगी।

43. नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष के प्रत्यावर्तन के विषय में सही क्या है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2016]

i. परिषद के 3/4 सदस्यों के हस्ताक्षरित प्रस्ताव के द्वारा प्रत्यावर्तन की प्रक्रिया प्रारंभ की जा सकती है।

ii . परिषद के 3/4 निर्वाचित सदस्यों के हस्ताक्षरित प्रस्ताव के द्वारा प्रत्यावर्तन की प्रक्रिया प्रारंभ की जा सकती है।

iii. यदि परिषद बहुमत से प्रत्यावर्तन का प्रस्ताव पारित करती है, तो कलेक्टर कार्यवाही करेगा।

iv. सामान्य मतदाताओं द्वारा बहुमत से पारित होने पर अध्यक्ष को प्रत्यावर्तित किया जा सकता है।

V सामान्य मतदाताओं द्वारा 2/3 बहुमत से पारित होने पर अध्यक्ष को प्रत्यावर्तित किया जा सकता है।

vi. पूरे कार्यकाल में केवल एक बार प्रत्यावर्तन की प्रक्रिया प्रारंभ की जा सकती है।

vii. पूरे कार्यकाल में दो बार प्रत्यावर्तन की प्रक्रिया प्रारंभ की जा सकती है।

Correct Answer: (b) ii iv vi
Solution:छत्तीसगढ़ नगरपालिका अधिनियम, 1961 की धारा 47 के अंतर्गत नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष के प्रत्यावर्तन के विषय में वर्णन किया गया है। इसके अनुसार-

(1) सामान्य मतदाताओं द्वारा जिन्होंने प्रत्यावर्तन प्रस्ताव पर मतदान में भाग लिया है, उनकी आधी से अधिक की संख्या ने यदि प्रत्यावर्तन के पक्ष में मत दिया है तो अध्यक्ष को प्रत्यावर्तित किया जा सकता है।

(2) परिषद के 3/4 निर्वाचित सदस्यों के हस्ताक्षरित प्रस्ताव के द्वारा ही प्रत्यावर्तन की कार्यवाही प्रारंभ की जा सकेगी।

(3) अध्यक्ष के निर्वाचित होने के दो वर्ष बाद (मध्यावधि चुनाव में निर्वाचित अध्यक्ष के कार्यकाल के आधे समय के पश्चात) ही प्रत्यावर्तन की कार्यवाही प्रारंभ की जा सकती है तथापि उसके पूरे कार्यकाल में केवल एक बार ही प्रत्यावर्तन की प्रक्रिया प्रारंभ की सकती है।

प्रकार स्पष्ट है कि कथन (ii), (iv) एवं (vi) सत्य हैं, जबकि कथन  (i) और (v) सही नहीं हैं।

44. नगर पंचायत की वार्ड समिति के विषय में सही क्या है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2017]

i. नगर पंचायत के कुछ वार्डों को मिलाकर वार्ड समिति बनाई जाती है।

ii. इसमें वार्ड से निर्वाचित पार्षद सदस्य होते हैं।

iii. वार्ड में रहने वाले दो व्यक्ति समिति में मनोनीत किए जाते हैं।

iv. वार्ड समिति का अध्यक्ष नगर पंचायत अध्यक्ष के द्वारा नामित किया जाता है।

Correct Answer: (c) i, ii, iii
Solution:संविधान के अनुच्छेद 243-ध (243-S) में यह प्रावधान है कि ऐसी प्रत्येक नगरपालिका परिषद या नगर पंचायत में जिसकी जनसंख्या 3 लाख या उससे अधिक है, वार्ड समितियों का गठन किया जाएगा, जो एक या अधिक वार्डों से मिलकर बनेंगी। छत्तीसगढ़ नगरपालिका अधिनियम, 1961 की धारा 72A के अनुसार, प्रत्येक वार्ड समिति में, उसमें शामिल वार्डों से निर्वाचित पार्षद इसके सदस्य होते हैं। साथ ही वार्ड समिति में निर्वाचित पार्षदों के अतिरिक्त वार्ड समिति के प्रादेशिक क्षेत्र में रहने वाले ऐसे दो व्यक्तियों को वार्ड समिति के अध्यक्ष की अनुशंसा पर महापौर द्वारा नामांकित किया जाता है, जिन्हें नगरपालिका प्रशासन का विशेष ज्ञान या अनुभव हो तथा पार्षद चुने जाने की योग्यता धारण करते हों। वार्ड समिति अपनी पहली बैठक में एक निर्वाचित पार्षद को अपना अध्यक्ष चुनती है।

45. यदि एक पार्षद विधि व्यवसायी होते हुए किसी अन्य व्यक्ति की ओर से नगरपालिका परिषद के विरुद्ध कार्य करता है, तो क्या होगा? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2017]

Correct Answer: (a) कलेक्टर उसे पद से हटा देगा
Solution:छत्तीसगढ़ नगरपालिका अधिनियम, 1961 (यथासंशोधित) की धारा 41 की उपधारा (2) के खंड (ब) के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति पार्षद चुना गया है और नगरपालिका परिषद के विरुद्ध विधि व्यवसायी के रूप में किसी अन्य व्यक्ति की ओर से कार्य करता है, तो जिलाधिकारी (कलेक्टर) उसे पद से हटा देगा।

46. उत्तर प्रदेश में किसी नगरपालिका के अध्यक्ष का निर्वाचन किया जाता है: [U.P.P.S.C. (GIC) 2010]

1. अपने नगर क्षेत्र में निर्वाचित सभी वयस्कों द्वारा।

2. अपने नगर क्षेत्र की निर्वाचन सूची में सम्मिलित सभी निर्वाचकों द्वारा।

3. नगर निकाय के निर्वाचित सदस्यों द्वारा।

4. अपने नगर क्षेत्र के वार्डों के निर्वाचकों में से।

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए:

Correct Answer: (c) केवल 2 और 4
Solution:उत्तर प्रदेश नगरपालिका अधिनियम, 1916 (यथासंशोधित) के प्रावधानों के तहत वर्तमान में उत्तर प्रदेश में किसी नगरपालिका के अध्यक्ष का निर्वाचन अपने नगर क्षेत्र की निर्वाचन सूची में सम्मिलित सभी निर्वाचकों द्वारा (जो कि उस नगर क्षेत्र के वार्डों के निर्वाचक भी होते हैं) किया जाता है।

47. निम्न युग्मों से कौन-सा एक सुमेलित नहीं है? [U.P.P.S.C. (GIC) 2010]

स्तम्भ 1 (नगर/कस्बा)स्तम्भ 2 (स्थानीय निकाय)
(a) लखनऊछावनी परिषद
(b) कानपुरनगर निगम
(c) गाजियाबादनगर पालिका परिषद
(d) काकोरीनगर पंचायत
Correct Answer: (c)
Solution:गाजियाबाद में नगर पालिका परिषद नहीं बल्कि नगर निगम है। अन्य विकल्प सही सुमेलित हैं (लखनऊ में नगर निगम के साथ-साथ छावनी परिषद भी है)।

48. संविधान के 73वें और 74वें संशोधन निम्न में से किनके सृजन के लिए उत्तरदायी हैं? [U.P. U.D.A/L.D.A. (Mains) 2010]

1. राज्य निर्वाचन आयोग

2. जिला नियोजन समिति

3. राज्य वित्त आयोग

4. राज्य सम्पत्ति कर मूल्य निर्धारण बोर्ड

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए :

Correct Answer: (b) 1, 2 एवं 3 केवल
Solution:पंचायतों के लिए संविधान के 73वें संशोधन अधिनियम, 1992 द्वारा निम्न के प्रावधान हैं- राज्य निर्वाचन आयोग अनु. 243 K एवं राज्य वित्त आयोग- अनु. 2431, जबकि नगरपालिकाओं के लिए 74वें संशोधन अधिनियम 1992 द्वारा निम्न के प्रावधान किए गए हैं- राज्य निर्वाचन आयोग- अनु. 243 ZA, राज्य वित्त आयोग अनु. 243 Y एवं जिला नियोजन समिति- अनु. 243 ZDI

49. संविधान (73वां संशोधन) अधिनियम, 1992 जिसका लक्ष्य देश में पंचायती राज संस्थापनों को प्रोत्साहित करना है, निम्नलिखित में से किस/किन चीजों की व्यवस्था करता है? [I.A.S. (Pre) 2011]

1. जिला योजना समितियों का गठन करने की

2. राज्य निर्वाचन आयोगों द्वारा सभी पंचायतों का चुनाव करने की

3. राज्य वित्त आयोगों की स्थापना करने की

निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिए :

Correct Answer: (c) केवल 2 और 3
Solution:देश में पंचायती राज संस्थाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से लागू संविधान (73 वां संशोधन) अधिनियम, 1992 के तहत संविधान में अनु. 243 से लेकर 243 ण (243-0) तक पंचायतों के संबंध में व्यवस्था की गई है। इसमें अनु. 243 ट (243-K) के अंतर्गत राज्य निर्वाचन आयोगों द्वारा सभी पंचायतों का चुनाव कराने की तथा अनु. 243 झ (243-1) के तहत राज्य वित्त आयोगों की स्थापना करने संबंधी व्यवस्थाएं हैं। जिला योजना समितियों के गठन की व्यवस्था अनु. 243 यघ (243-ZD) में है, जो कि संविधान (74 वां संशोधन) अधिनियम, 1992 से जोड़ा गया।

50. जिला आयोजन समिति में निर्वाचित व पदेन सदस्य कितने होते हैं? [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (c) 20 और 5
Solution:भारतीय संविधान के अनुच्छेद 243यघ (243 ZD) के अनुसार, प्रत्येक राज्य में जिला स्तर पर एक जिला योजना समिति का गठन किया जाता है। इसमें उपबंधित है कि प्रत्येक राज्य में जिला स्तर पर, जिले में पंचायतों और नगरपालिकाओं द्वारा तैयार की गई योजनाओं का समेकन और संपूर्ण जिले के लिए एक विकास योजना प्रारूप तैयार करने के लिए एक जिला योजना समिति का गठन किया जाएगा। इस समिति की सदस्य संख्या अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग होती है, जैसे राजस्थान में 25, बिहार में 34, उत्तर प्रदेश में अधिकतम 40, छत्तीसगढ़ में 20 आदि। चूंकि प्रश्न राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा पूछा गया है इसलिए विकल्प (c) सही होगा। राजस्थान में जिला योजना समिति में 25 सदस्य होते हैं, जिसमें से 20 निर्वाचित तथा 5 पदेन/मनोनीत सदस्य होते हैं।