Solution:पानी में एक अनूठा गुण होता है: इसका घनत्व (सघनता) 4°C पर अधिकतम होता है। जब झील की सतह ठंडी होती है और तापमान 0°C तक गिरने लगता है:
सतह का पानी ठंडा होकर 4°C पर पहुंचता है। 4°C पर यह सबसे घना होता है, इसलिए यह नीचे की ओर डूब जाता है।
यह प्रक्रिया तब तक चलती रहती है जब तक कि झील के निचले हिस्से का पानी भी 4°C तक न पहुंच जाए।
इसके बाद, सतह पर का पानी 4°C से 0°C तक ठंडा होता है। इस तापमान सीमा में, पानी का घनत्व 4°C से कम होता है (यानी, 0°C पर यह 4°C से कम घना होता है)। इसलिए, यह हल्का पानी सतह पर ही बना रहता है।
जब सतह का तापमान 0°C पर पहुंच जाता है, तो यह जम जाता है और बर्फ की एक परत बन जाती है।
बर्फ ऊष्मा की कुचालक होती है, इसलिए यह नीचे के पानी को बाहरी ठंडी हवा से इन्सुलेट करती है। परिणामस्वरूप, बर्फ की परत के नीचे का पानी 4°C पर बना रहता है, जिससे जलीय जीवन के लिए एक सुरक्षित वातावरण मिलता है।