1. गांधीजी द्वारा असहयोग आंदोलन वापस लेना
2. काउंसिलों में प्रवेश कर तथा उन्हें काम न करने देकर 1919 के भारत शासन अधिनियम का उच्छेदन करना
3. ब्रिटिश सरकार द्वारा दमन
4. भारतीयों द्वारा इस आशय की अनुभूति कि उन्हें प्रशासन का अनुभव प्राप्त करना चाहिए
कूट :
Correct Answer: (b) 1 और 2
Solution:वर्ष 1919 के भारतीय शासन अधिनियम द्वारा स्थापित केंद्रीय तथा प्रांतीय विधानमंडलों का कांग्रेस ने गांधी जी के निर्देशानुसार बहिष्कार किया था, और वर्ष 1920 के चुनावों में भाग नहीं लिया। असहयोग आंदोलन की समाप्ति और गांधी जी की गिरफ्तारी के बाद देश के वातावरण में एक अजीब निराशा का माहौल बन गया था। ऐसी स्थिति में मोतीलाल नेहरू तथा सी.आर. दास ने एक नई विचारधारा को जन्म दिया। मोतीलाल नेहरू तथा सी.आर. दास ने कांग्रेस को विधानमंडलों के भीतर प्रवेश कर अंदर से लड़ाई लड़ने का विचार प्रस्तुत किया तथा वर्ष 1923 के चुनावों के माध्यम से विधानमंडल में पहुंचने की योजना बनाई। किंतु वर्ष 1922 में कांग्रेस के गया अधिवेशन में बहुमत के साथ इस योजना को अस्वीकार कर दिया गया। सी.आर. दास (इस दौरान वे कांग्रेस के अध्यक्ष थे) ने कांग्रेस की अध्यक्षता से त्याग-पत्र दे दिया और जनवरी, 1923 में मोतीलाल नेहरू के साथ मिलकर 'स्वराज पार्टी' की स्थापना की। इस पार्टी का मुख्य उद्देश्य चुनावों के माध्यम से काउंसिलों में प्रवेश कर तथा उन्हें काम न करने देकर 1919 के भारत शासन अधिनियम का उच्छेदन करना था।