हिन्दी साहित्य का इतिहास (Part-2)

Total Questions: 50

21. 'दशरथ सुत तिहुँ लोक बखाना राम नाम का मरम जाना' किस रचनाकार की पंक्तियाँ हैं? [UP- TET Exam Ist Paper (I-V), 2013]

Correct Answer: (b) कबीर
Solution:उपर्युक्त पंक्तियाँ कबीरदास की हैं। इन पंक्तियों के माध्यम से कबीरदास ने राम के निराकार रूप का वर्णन किया है।

22. गोस्वामी तुलसीदास का निधन वाराणसी के किस घाट पर हुआ? [UP. TET Exam IInd Paper (VI-VIII), 2017]

Correct Answer: (b) अस्सी घाट
Solution:गोस्वामी तुलसीदास के निधन के बारे में एक छन्द कहा गया है, जो इस प्रकार है-

संवत् सोलह सौ असी, असी गंग के तीर।

श्रावण शुक्ला सप्तमी, तुलसी तज्यो शरीर ।।

इस छन्द के माध्यम से यह ज्ञात होता है कि वि. संवत् 1680 में तुलसीदास ने अस्सी घाट (वाराणसी) पर अपना शरीर त्याग दिया।

23. कबीर ने समाज सुधार के अन्तर्गत किसका उपदेश नहीं दिया? [UPSSSC अमीन परीक्षा, 2016]

Correct Answer: (c) स्त्री-पुरुष की समानता
Solution:कबीर ने समाज सुधार के अन्तर्गत स्त्री-पुरुष की समानता का उपदेश नहीं दिया। कबीर की रचनाओं में मूर्ति पूजा का विरोध, जाति प्रथा का खण्डन, हिन्दू-मुस्लिम पाखण्ड का खण्डन आदि मिलता है।

24. 'पद्मावत महाकाव्य' कौन-सी भाषा में लिखा गया है? [UPSI Exam, 16-दिसम्बर, 2017 (प्रथम पाली)]

Correct Answer: (b) अवधी
Solution:मलिक मुहम्मद जायसी द्वारा प‌द्मावत की रचना 1540 ई. में की गई थी। यह अवधी भाषा में लिखा गया है। इसमें चित्तौड़ के राजा रतन सेन तथा सिंहल की राजकुमारी प‌द्मावती के विवाह एवं विवाह के बाद के जीवन का चित्रण हुआ है।

25. मुगल बादशाह शाहजहाँ ने किस कवि को 'महाकविराय' की पदवी दी थी? [UPSSSC चकबन्दी लेखपाल (सा.च.) परीक्षा, 2015]

Correct Answer: (b) सुन्दर
Solution:सुन्दर ग्वालियर के ब्राह्मण थे और शाहजहाँ के दरबार में कविता सुनाया करते थे। इन्हें शाहजहाँ ने पहले कविराय की और फिर महाकविराय की पदवी दी थी। इन्होंने 'सुन्दरशृंगार' नामक नायिका भेद ग्रन्थ लिखा। 'कवि' सुन्दर' सन्त कवि 'सुन्दरदास' से भिन्न है।

26. निम्नलिखित में कौन ज्ञानाश्रयी शाखा के कवि हैं? [UPSSSC चकबन्दी लेखपाल (सा.च.) परीक्षा, 2015]

Correct Answer: (c) कबीरदास
Solution:ज्ञानाश्रयी शाखा के भक्त कवि निर्गुणवादी थे। वे गुरु का बहुत सम्मान करते थे और जाति-पाति के भेदों को नहीं मानते थे। इस शाखा के प्रमुख कवि हैं- कबीरदास, नानक, रैदास, दादूदयाल, सुन्दरदास एवं मलूकदास। मलिक मुहम्मद जायसी 'प्रेमाश्रयी काव्यधारा' के तथा तुलसीदास 'रामाश्रयी काव्यधारा' के प्रतिनिधि कवि हैं।

27. हिन्दी का कौन-सा प्रेमाख्यान कवि एक आँख का काना था? [U.K.TET Exam Ist Paper (I-V), 2015]

Correct Answer: (d) जायसी
Solution:मलिक मुहम्मद जायसी प्रेमाख्यान कवि थे। जायसी ने स्वयं अपने को एक आँख का काना कहा है। उन्हें एक कान से सुनाई भी नहीं पड़ता था। उनकी उक्ति इस प्रकार है-मुहमद बाईं दिसि तजा, एक सरवन एक आँखि। एक नैन कवि मुहमदी गुनी, साइ विमोहा जेई कबि सुनी।।

28. सूफी सन्तों की शैली है- [UP. TET Exam IInd Paper (VI-VIII), 2017]

Correct Answer: (b) मसनवी
Solution:सूफी सन्तों की शैली मसनवी थी। यह मूलतः फारसी काव्य शैली है। आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने जायसी कृत प‌द्मावत को फारसी की मसनवी शैली का काव्य कहा था।

29. निम्नलिखित में से कौन-सी रचना तुलसीदास की नहीं है? [UPSSSC सम्मिलित अवर अधीनस्थ सेवा (सा.च.) परीक्षा 2019 द्वितीय पाली (01/10/2019)]

Correct Answer: (d) भक्तमाल
Solution:'भक्तमाल' के रचनाकार तुलसीदास नहीं, बल्कि नाभादास हैं। रामचरितमानस, गीतावली और श्रीकृष्णगीतावली तुलसीदास की रचनाएँ हैं।

30. 'मृगावती' किसकी रचना है? [UP- TET Exam Ist Paper (I-V), 2015]

Correct Answer: (c) कुतुबन
Solution:'मृगावती' के लेखक कुतुबन हैं। इसकी रचना 1503 ई. में हुई। आचार्य रामचन्द्र शुक्ल 1501 ई. मानते हैं। मृगावती में नायक मृगी-रूपी नायिका पर मोहित हो जाता है और उसकी खोज में निकल पड़ता है।