Correct Answer: (a) जोशुआ केटलर
Solution:हिन्दी का प्रथम व्याकरण लिखने वाले विद्वान् जोहान्स जोशुआ मी केटलर, डच (पुर्तगाल) ईस्ट इण्डिया कम्पनी के राजदूत बनकर भारत आए थे। उन्होंने अपने देशवासियों को भारत में व्यावसायिक सुविधा की दृष्टि से हिन्दी का सामान्य ज्ञान कराने के लिए व्याकरण की पुस्तक 'हिन्दुस्तानी ग्रामर' लिखी थी, जो सन् 1715 के आस-पास प्रकाशित हुई। इस ग्रामर की रचना डच भाषा में की गई थी। डॉ. ग्रियर्सन ने अपने ग्रन्थ 'लिंग्विस्टिक सर्वे ऑफ इण्डिया' (Linguistic Survey of India) में इस पुस्तक का तथा उसके लेखक का संक्षिप्त परिचय दिया है। सन् 1943 में पं. किशोरीदास बाजपेयी का 'ब्रजभाषा व्याकरण' प्रकाशित हुआ और इसी के साथ व्याकरण लेखन में एक नई चेतना का संचार हुआ। इसके बाद बाजपेयी जी की 'अच्छी हिन्दी का नमूना' (1948), 'ब्रजभाषा का प्रथम व्याकरण' (1949), 'हिन्दी निरुक्त' (1949) तथा 'हिन्दी शब्दानुशासन' (1958) प्रकाशित हुआ।