हिन्दी साहित्य का इतिहास

आदिकाल, नामकरण,

कालविभाजन एवं साहित्येतिहास ग्रन्थ

Total Questions: 50

41. "बारह बरस लौ कूकर जीवै, अरु तेरह लौ जियै सियार।" यह पंक्ति किसकी है? [UP- TET Exam Ist Paper (I-V), 2017]

Correct Answer: (d) जगनिक
Solution:उपर्युक्त पंक्ति जगनिक की है। यह पंक्ति 'परमाल रासो' अथवा आल्हाखण्ड से ली गयी है।

42. अमीर खुसरो का वास्तविक नाम क्या था? [UPSI Exam, 13-दिसम्बर, 2017 (द्वितीय पाली)]

Correct Answer: (c) अबुल हसन
Solution:अमीर खुसरो का वास्तविक नाम 'अबुल हसन यामिनुद्दीन खुसरो' था। इनका जन्म 1253 ई. में उत्तर प्रदेश के वर्तमान कासगंज जिले के पटियाली नामक स्थान पर हुआ था।

43. हिन्दी भाषा का प्रथम प्रामाणिक ग्रन्थ कौन-सा है? [UPSSSC कनिष्ठ सहायक परीक्षा, 2016]

Correct Answer: (c) पृथ्वीराज रासो
Solution:दिए गए विकल्पों में हिन्दी भाषा का प्रथम प्रामाणिक ग्रन्थ पृथ्वीराज रासो है, जो चन्दबरदाई द्वारा लिखा गया है।

44. 'गोरा बादल की कथा' किसके द्वारा रचित है? [N.V.S. (T.G.T.) परीक्षा, 2019]

Correct Answer: (b) जटमल
Solution:'गोरा बादल की कथा' जटमल द्वारा रचित है। गोरा और बादल चित्तौड़गढ़, मेवाड़ के महान योद्धा थे। गोरा-बादल दोनों चाचा भतीजे थे। जालौर के चौहान वंश से इनका सम्बन्ध था। राजा रतन सिंह को अलाउद्दीन खिलजी ने कैद कर उनकी रानी पद्मिनी की माँग की। रतन सिंह को बचाने की जिम्मेदारी गोरा और बादल पर ही थी।

45. आदिकाल की रचना है- [UP-TET Exam Ist Paper (I-V), 2016]

Correct Answer: (d) खुमान रासो
Solution:'खुमानरासो' आदिकाल की रचना है। इसके रचनाकार दलपत विजय थे। शिवसिंह सरोज के अनुसार एक अज्ञातनामा भाट ने खुमानरासो नामक एक काव्य ग्रन्थ लिखा था। 'अखरावट' भक्तिकाल, 'छत्रशाल दशक' रीतिकाल तथा 'दीपशिखा' आधुनिक काल की रचना है। हिन्दी साहित्य में 8वीं शताब्दी से लेकर 14वीं शताब्दी के मध्य काल को आदिकाल कहा जाता है।

46. पुष्पदन्त किस शताब्दी के कवि थे? [रेडियो ऑपरेटर (उ.प्र. पुलिस) परीक्षा, 2024]

Correct Answer: (b) दसवीं शताब्दी
Solution:पुष्पदन्त/पुष्यदन्त हिन्दी साहित्य के आदिकालीन जैन कवि हैं। इनका समय 10 वीं शताब्दी माना जाता है।

47. 'स्वयंभू' को 'अपभ्रंश का कालिदास' और पुष्पदन्त को 'भवभूति' किसने कहा है? [रेडियो ऑपरेटर (उ.प्र.पुलिस) परीक्षा, 2024]

Correct Answer: (a) डॉ. भयाणी
Solution:डॉ. भयाणी आदिकालीन जैन कवि स्वयंभू को 'अपभ्रंश का कालिदास' तथा पुष्पदन्त या पुष्यदन्त या पुष्य को 'अपभ्रंश का भवभूति' कहते हैं।

48. आदिकाल में पहेलियाँ लिखने वाले कवि थे - [UP- TET Exam Ist Paper (I-V), 2015]

Correct Answer: (b) खुसरो
Solution:आदिकाल में पहेलियाँ लिखने वाले कवि अमीर खुसरो थे। उन्होंने पहेलियाँ, मुकरियाँ, दो सखुने इत्यादि की रचनाएँ की। खालिकबारी अमीर खुसरों की एक महत्त्वपूर्ण रचना है।

49. निम्नलिखित में से कौन-सा कवि कृष्णभक्ति धारा के कवियों में शामिल नहीं है? [UGC हिन्दी द्वितीय प्रश्न-पत्र जून, 2019]

Correct Answer: (a) नाभादास
Solution:आदिकाल में पहेलियाँ लिखने वाले कवि अमीर खुसरो थे। उन्होंने पहेलियाँ, मुकरियाँ, दो सखुने इत्यादि की रचनाएँ की। खालिकबारी अमीर खुसरों की एक महत्त्वपूर्ण रचना है।

'नाभादास' को भक्तिकाल की सगुण धारा के राम भक्त कवियों में शामिल किया जाता है। नाभादास के गुरु 'अग्ग्रदास' थे, जबकि नन्ददास, हरिदास तथा ध्रुवदास कृष्णभक्ति धारा के कवि हैं।

अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य

नाभादास का वास्तविक नाम नाभाअली था। ग्रियर्सन इन्हें 'नारायणदास' भी कहते हैं। भक्तमाल तथा अष्टयाम इनकी प्रसिद्ध रचनाएँ हैं।

नन्ददास की प्रमुख रचनाओं में भ्रमरगीत, अनेकार्थ मंजरी, रसमंजरी तथा 'भँवरगीत' हैं।

हरिदास की प्रमुख रचना 'केलिमाल' है।

ध्रुवदास की प्रमुख रचना 'भक्तनामावली' है।

50. सही विकल्प बताओ- [MPSI (SI) Exam, 28th oct 2017 (02:00 PM)]

सूरदास को किस रस का सम्राट कहा गया है?

 

Correct Answer: (a) वात्सल्य रस
Solution:सूरदास जी वात्सल्य रस के सम्राट माने जाते हैं। उन्होंने श्रृंगार और शान्त रसों का भी अत्यन्त मर्मस्पर्शी वर्णन अपनी रचनाओं में किया है।