1857 की क्रांति एवं अन्य जन आंदोलन

(a) कानपुर

Total Questions: 24

1. नाना साहब, कानपुर के एक विद्रोही, निम्नलिखित में से किस पेशवा के पुत्र थे? [CGL (T-I) 17 जुलाई, 2023 (IV-पाली)]

Correct Answer: (c) बाजीराव द्वितीय
Solution:कानपुर में विद्रोह का नेतृत्व अंतिम पेशवा बाजीराव द्वितीय के दत्तक पुत्र नाना साहब ने किया। इनका वास्तविक नाम धोंदो पंत था। कानपुर में 5 जून, 1857 को नाना साहब को पेशवा मानकर स्वतंत्रता की घोषणा कर दी गई।

2. निम्न में से किस लड़ाई में मौलवी अहमदुल्ला शाह ने हेनरी लॉरेंस के नेतृत्व वाली सेना को परास्त किया था? [CHSL (T-I) 04 अगस्त, 2021 (III-पाली)]

Correct Answer: (a) चिनहट का युद्ध
Solution:जून, 1857 में चिनहट के युद्ध में मौलवी अहमदुल्ला शाह ने हेनरी लॉरेंस के नेतृत्व वाली सेना को परास्त किया था। इस युद्ध का मूलतः नेतृत्व बरकर अहमद ने किया था। मौलवी अहमदुल्ला शाह ने 1857 ई. की क्रांति में फैजाबाद में विद्रोह का नेतृत्व किया।

3. निम्नलिखित में से कौन झांसी की रानी रेजीमेंट का भर्तीकर्ता, कार्यवाहक और सेनापति था? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 1 दिसंबर, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (c) लक्ष्मी स्वामीनाथन
Solution:झांसी की रानी रेजीमेंट भारतीय राष्ट्रीय सेना की महिला रेजीमेंट थी। इसका गठन जुलाई, 1943 को सुभाषचंद्र बोस द्वारा किया गया था। कैप्टन डॉ. लक्ष्मी स्वामीनाथन (लक्ष्मी सहगल) झांसी की रानी रेजीमेंट की भर्तीकर्ता, कार्यवाहक और सेनापति थीं।

4. मंगल पांडे ने चर्बी वाले कारतूस का प्रयोग करने से कहां मना किया? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 1 दिसंबर, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (c) बैरकपुर
Solution:मंगल पांडे पहले सैनिक थे, जिन्होंने चर्बी वाले कारतूस का इस्तेमाल करने से इनकार कर दिया था। वे बैरकपुर में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की 34वीं बंगाल नेटिव इन्फैंट्री रेजीमेंट में सिपाही थे।

5. निम्नलिखित में से किसने 1857 के विद्रोह में कानपुर में विद्रोहियों का नेतृत्व किया था? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 2 दिसंबर, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (d) नाना साहब पेशवा
Solution:नाना साहब ने कानपुर में 1857 के विद्रोह का नेतृत्व किया। वह मराठा साम्राज्य के 14वें पेशवा थे। नाना साहब का असली नाम धोंदो पंत था।

6. निम्नलिखित में से कौन रामगढ़ राज्य में 1857 के विद्रोह का नेता था? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 17 नवंबर, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (c) अवंतीबाई लोधी
Solution:महारानी अवंतीबाई लोधी मध्य प्रदेश के रामगढ़ की एक लोधी राजपूत रानी शासिका और स्वतंत्रता सेनानी थीं। 1857 के विद्रोह में रानी अवंतीबाई लोधी ने अंग्रेजों के खिलाफ 4000 की सेना खड़ी कर दी और उसका नेतृत्व किया। अंग्रेजों के साथ उनकी पहली लड़ाई मंडला के पास खैरी गांव में हुई।

7. भारत के स्वतंत्रता सेनानी ने लखनऊ में 1857 के प्रसिद्ध विद्रोह (सिपाही विद्रोह) का नेतृत्व किया था? [MTS (T-I) 15 मई, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (a) बेगम हजरत महल
Solution:लखनऊ में विद्रोह का प्रारंभ जून, 1857 (कुछ पुस्तकों में विद्रोह प्रारंभ होने की तिथि मई, 1857 भी मिलती है) में हुआ। विद्रोह का नेतृत्व बेगम हजरत महल ने किया। उन्होंने अपने अल्पवयस्क बेटे बिरजिस कादिर को नवाब घोषित किया तथा प्रशासन की बागडोर अपने हाथ में ले ली। अंत में 21 मार्च, 1858 को कैम्पबेल ने गोरखा रेजीमेंट की सहायता से लखनऊ पर पुनः अधिकार कर लिया।

8. 1857 के विद्रोह के संदर्भ में, मंगल पांडे किस बंगाल नेटिव इंफैंट्री (Bengal native infantry) से संबंधित थे? [MTS (T-I) 13 सितंबर, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (a) 34
Solution:मंगल पांडे 34वीं बंगाल नेटिव इंफैंट्री के एक सिपाही थे। 29 मार्च, 1857 को बैरकपुर छावनी में सैनिकों ने चर्बी वाले कारतूसों का प्रयोग करने से इनकार कर दिया और मंगल पांडे ने अपने अधिकारी लेफ्टिनेंट बाग और सरजेंट मेजर ह्यूसन की हत्या कर दी। अंग्रेजों द्वारा 34वीं बंगाल नेटिव इंफैंट्री रेजीमेंट भंग कर दी गई और अपराधियों को दंड दिया गया।

9. 1857 का विद्रोह कहां से प्रारंभ हुआ था? [CHSL (T-I) 4 अगस्त, 2023 (I-पाली), दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 29 नवंबर, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (a) मेरठ
Solution:1857 की क्रांति का प्रारंभ 10 मई, 1857 को मेरठ से हुआ था। यहां की तीसरी कैवेलरी रेजीमेंट के सैनिकों ने चर्बीयुक्त कारतूसों को छूने से इनकार कर दिया तथा खुलेआम बगावत कर दी।

10. ब्रिटिश संसद ने सन् ....... में ईस्ट इंडिया कंपनी के सारे अधिकार ब्रिटिश साम्राज्य के हाथ में सौंप दिए। [MTS (T-I) 15 मई, 2023 (II-पाली), MTS (T-I) 15 जून, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (b) 1858
Solution:1857 की क्रांति के दमन के पश्चात 1 नवंबर, 1858 को महारानी विक्टोरिया ने भारतीय प्रशासन को ब्रिटिश ताज के नियंत्रण में लेने की घोषणा की। इस घोषणा के बाद भारत में कंपनी के शासन को समाप्त कर भारत को सीधे ब्रिटिश क्राउन के अधीन कर दिया गया। एक भारत मंत्री (भारत का राज्य सचिव) तथा 15 सदस्यों वाली इंडियन काउंसिल की स्थापना की गई। तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड कैनिंग को ही भारत का प्रथम वायसराय बनाया गया।