1857 की क्रांति एवं अन्य जन आंदोलन (आधुनिक भारतीय इतिहास)

Total Questions: 24

21. गारो जनजाति का संबंध भारत के किस क्षेत्र से है? [MTS (T-I) 12 मई, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) उत्तर-पूर्वी
Solution:

गारो जनजाति का संबंध भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र से है।

  • गारो जनजाति मुख्य रूप से मेघालय राज्य में निवास करती है, जहाँ वे गारो पहाड़ियों में रहते हैं।
  • यह जनजाति मेघालय की तीन प्रमुख जनजातियों (गारो, खासी और जयंतिया) में से एक है।
  • मेघालय उत्तर-पूर्वी भारत का एक अभिन्न अंग है।

22. 'पाथरूघाट विद्रोह' किससे संबंधित है? [MTS (T-I) 26 अक्टूबर, 2021 (I-पाली)]

Correct Answer: (c) किसानों के विद्रोह
Solution:

पाथरूघाट विद्रोह' किसानों के विद्रोह से संबंधित है।

  • यह विद्रोह 1894 में ब्रिटिश सरकार की भूमि करों को बढ़ाने की नीति के विरोध में असम के दरंग जिले के पाथरूघाट नामक गाँव में हुआ था।
  • गुस्साई भीड़ ने टैक्स बढ़ाने के फैसले का विरोध किया, जिसके बाद ब्रिटिश पुलिस ने अंधाधुंध गोलियाँ चलाईं, जिसमें कई किसान मारे गए। इस घटना को पाथरूघाट का किसान विद्रोह या पाथरूघाट की लड़ाई के नाम से जाना जाता है।

23. अल्लूरी सीताराम राजू भारत के किस राज्य के आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी थे? [MTS (T-I) 06 जुलाई, 2022 (I-पाली)]

Correct Answer: (c) आंध्र प्रदेश
Solution:

अल्लूरी सीताराम राजू भारत के आंध्र प्रदेश राज्य के आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी थे।

  • उन्होंने मद्रास प्रेसीडेंसी के गोदावरी एजेंसी क्षेत्र में आदिवासियों को संगठित किया और 1922-1924 के दौरान रम्पा विद्रोह (Rampa Rebellion) या मन्यम विद्रोह का नेतृत्व किया।
  • उनका संघर्ष ब्रिटिश वन कानूनों और शोषणकारी नीतियों के विरुद्ध था, जो आदिवासियों के वन अधिकारों को छीन रहे थे। उनकी तुलना अक्सर रॉबिन हुड से की जाती थी।

24. पूर्वी गोदावरी क्षेत्र में कोया विद्रोह किस वर्ष हुआ था? [Phase-XI 28 जून, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (d) 1879-1880
Solution:

पूर्वी गोदावरी क्षेत्र में कोया विद्रोह मुख्य रूप से 1879-1880 में हुआ था।

  • यह विद्रोह आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी क्षेत्र में कोया आदिवासियों द्वारा किया गया था।
  • कोया विद्रोह मन्यम विद्रोह की श्रृंखला का एक हिस्सा था, जिसका कारण ब्रिटिश सरकार द्वारा उनके वन क्षेत्रों में हस्तक्षेप, नए नियमों का लागू होना और साहूकारों द्वारा किया जाने वाला शोषण था।