1857 की क्रांति (UPPCS)

Total Questions: 50

11. 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित पहली घटना थी- [U.P. P.C.S. (Mains) 2008]

Correct Answer: (c) सैनिकों का दिल्ली के लाल किले पर पहुंचना
Solution:11 मई, 1857 को दिल्ली में मेरठ से आए सिपाहियों के दस्ते ने मुगल सम्राट बहादुर शाह द्वितीय से यह अपील की कि सम्राट इन सिपाहियों का नेतृत्व स्वीकार करे। इस प्रकार सैनिकों का दिल्ली के लाल किले पर पहुंचना पहली घटना थी। कानपुर में नाना साहब ने 5 जून, 1857 को विद्रोह किया। बेगम हजरत महल ने 30 मई, 1857 को प्रारंभ अवध (लखनऊ) के विद्रोह का नेतृत्व किया। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने जून, 1857 में विद्रोह किया तथा वे 18 जून, 1858 को शहीद हो गईं।

12. निम्न में से कौन-सा ईस्ट इंडिया कंपनी के सिपाहियों को विद्रोही बनाने का कारण नहीं था ? [B.P.S.C. (Pre) 2018]

Correct Answer: (d) अधिकारियों की अक्षमता
Solution:ईसाई धर्म फैलाने के लिए कंपनी के अधिकारियों के प्रयास, जहाज पर यात्रा करने के लिए सिपाहियों को आदेश तथा डाक आदि भत्तों की रोकथाम आदि कारक ईस्ट इंडिया कंपनी के सिपाहियों को विद्रोही बनाने के कारण बने, जिसकी परिणति 1857 की क्रांति के रूप में हुई। ध्यातव्य है कि अधिकारियों की अक्षमता इसका कारण नहीं थी, यद्यपि अधिकारियों द्वारा किए गए दुर्व्यवहार ने अवश्य इसे भड़काया।

13. 1857 के स्वाधीनता संग्राम का प्रतीक था- [M.P. P.C.S. (Pre) 1990]

Correct Answer: (a) कमल और रोटी
Solution:1857 के स्वाधीनता संग्राम का प्रतीक कमल और रोटी था।

14. 1857 के संग्राम के निम्नलिखित केंद्रों में से सबसे पहले अंग्रेजों ने किसे पुनः अधिकृत किया? [U.P.P.C.S. (Mains) 2015]

Correct Answer: (c) दिल्ली
Solution:ब्रिगेडियर जनरल जॉन निकल्सन के नेतृत्व में तीन महीने की घेराबंदी के पश्चात 20 सितंबर, 1857 को अंग्रेजों द्वारा दिल्ली की पुनर्प्राप्ति कर ली गई।

15. 1857 के स्वाधीनता संघर्ष की वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की जन्मस्थली है- [U.P.P.C.S. (Spl.) (Pre) 2008]

Correct Answer: (c) वाराणसी
Solution:रानी लक्ष्मीबाई (मूल नाम मणिकर्णिका) का जन्म 19 नवंबर, 1835 को गोलघर में हुआ था, जो वर्तमान में वाराणसी में है।

16. 1857 के बरेली विद्रोह का नेता कौन था? [U.P. P.C.S. (Pre) 1998]

Correct Answer: (a) खान बहादुर
Solution:बरेली में रुहेलखंड के भूतपूर्व शासक के उत्तराधिकारी खान बहादुर ने 1857 के विद्रोह की रहनुमाई की। यद्यपि ब्रिटिश पेंशन पर गुजर-बसर कर रहे खान बहादुर ने शुरू में इसमें कोई दिलचस्पी नहीं ली थी; किंतु विद्रोह की लहर फैलते ही उन्होंने खुद प्रशासन संभाल लिया और करीब 40 हजार सैनिकों को संगठित कर अपनी मजबूत सेना बनाई और अंग्रेजों का कड़ा मुकाबला किया। मुगल सम्राट बहादुर शाह द्वितीय ने उन्हें वायसराय के पद पर नियुक्त किया था। इस पद पर अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने हिंदुओं और मुसलमानों के साथ समानता का व्यवहार किया और एक सुयोग्य राजनीतिज्ञ के गुणों का प्रदर्शन किया।

17. 1857 में बरेली, उत्तर प्रदेश में क्रांति का नेता कौन था? [U.P. P.C.S. (Pre) 2023]

Correct Answer: (b) खान बहादुर खान
Solution:बरेली में रुहेलखंड के भूतपूर्व शासक के उत्तराधिकारी खान बहादुर खान ने 1857 के विद्रोह की रहनुमाई की। यद्यपि ब्रिटिश पेंशन पर गुजर-बसर कर रहे खान बहादुर खान ने शुरू में इसमें कोई दिलचस्पी नहीं ली थी; किंतु विद्रोह की लहर फैलते ही उन्होंने खुद प्रशासन संभाल लिया और करीब 40 हजार सैनिकों को संगठित कर अपनी मजबूत सेना बनाई और अंग्रेजों का कड़ा मुकाबला किया। इस पद पर अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने हिंदुओं और मुसलमानों के साथ समानता। का व्यवहार किया और सुयोग्य राजनीतिज्ञ के गुणों का प्रदर्शन किया।

18. महारानी लक्ष्मीबाई की समाधि कहां स्थित है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (d) ग्वालियर
Solution:महारानी लक्ष्मीबाई का जन्म वाराणसी में, जबकि इनकी मृत्यु ग्वालियर में हुई थी। ग्वालियर में ही महारानी लक्ष्मीबाई की समाधि स्थित है।

19. झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की मृत्यु कहां पर हुई थी? [67th B.P.S.C. (Pre) (Re. Exam), 2021]

Correct Answer: (c) ग्वालियर
Solution:महारानी लक्ष्मीबाई का जन्म वाराणसी में, जबकि इनकी मृत्यु ग्वालियर में हुई थी। ग्वालियर में ही महारानी लक्ष्मीबाई की समाधि स्थित है।

20. रानी लक्ष्मीबाई को अंतिम युद्ध में सामना करना पड़ा- [M.P. P.C.S. (Pre) 1992]

Correct Answer: (a) ह्यूरोज
Solution:रानी लक्ष्मीबाई झांसी के अंतिम मराठा राजा गंगाधर राव की विधवा थीं। जब किसी उत्तराधिकारी के अभाव में राजा गंगाधर राव की मृत्यु हो गई, तो डलहौजी ने व्यपगत सिद्धांत के अंतर्गत 1854 ई. में झांसी का ब्रिटिश साम्राज्य में विलय कर लिया। झांसी में जून, 1857 में रानी लक्ष्मीबाई के नेतृत्व में विद्रोह का श्रीगणेश हुआ। झांसी के पतन के बाद रानी ग्वालियर की ओर प्रस्थान कर गईं, जहां तात्या टोपे के साथ अंग्रेजों को कई युद्धों में पराजित करने के बाद अंततः अंग्रेज जनरल ह्यूरोज से लड़ते हुए 18 जून, 1858 को वे वीरगति को प्राप्त हुईं। रानी की मृत्यु पर ह्यूरोज ने कहा था- "भारतीय विद्रोहियों में यहां सोयी हुई औरत अकेली मर्द है।"