1857 की क्रांति (UPPCS)

Total Questions: 50

31. ई. स. 1857 के विद्रोह के एक नेता कुंवर सिंह किस स्थान से संबंधित थे? [67th B.P.S.C. (Pre), 2021]

Correct Answer: (b) जगदीशपुर
Solution:1857 में जगदीशपुर में विद्रोह की अगुवाई करने वाले कुंवर सिंह बिहार के तत्कालीन शाहाबाद जिले के जगदीशपुर (वर्तमान भोजपुर जिले में स्थित) से संबंधित थे। प्रकृति ने उन्हें अदम्य शौर्य, वीरता और सेनानायक के आदर्श गुणों से मंडित किया था, इसी कारण उन्हें सही रूप में विद्रोह के दौरान 'बिहार का सिंह' माना जाता है। उन्होंने शाहाबाद एवं आरा क्षेत्र में अंग्रेजों की सत्ता का तख्तापलट दिया और अपनी सरकार स्थापित की। वह कानपुर पर संयुक्त आक्रमण के लिए नाना साहब की मदद हेतु काल्पी की ओर आगे बढ़े। वह विद्रोह की मशाल को रोहतास, मिर्जापुर, रीवा, बांदा और लखनऊ तक ले गए, जहां उनका अत्यंत सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया। अपनी अंतिम सफलता के रूप में उन्होंने अपने गृहनगर जगदीशपुर के निकट अंग्रेजों को बुरी तरह पराजित किया। इसी युद्ध के दौरान कुंवर सिंह बुरी तरह घायल हो गए और 26 अप्रैल, 1858 को उनकी मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु के बाद उनके भाई अमर सिंह ने दिसंबर, 1858 तक अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष जारी रखा।

32. कुंवर सिंह अंग्रेजों के खिलाफ 1857 के विद्रोह में किस जगह शामिल हुए? [64th B.P.S.C. (Pre) 2018]

Correct Answer: (a) आरा
Solution:1857 में जगदीशपुर में विद्रोह की अगुवाई करने वाले कुंवर सिंह बिहार के तत्कालीन शाहाबाद जिले के जगदीशपुर (वर्तमान भोजपुर जिले में स्थित) से संबंधित थे। प्रकृति ने उन्हें अदम्य शौर्य, वीरता और सेनानायक के आदर्श गुणों से मंडित किया था, इसी कारण उन्हें सही रूप में विद्रोह के दौरान 'बिहार का सिंह' माना जाता है। उन्होंने शाहाबाद एवं आरा क्षेत्र में अंग्रेजों की सत्ता का तख्तापलट दिया और अपनी सरकार स्थापित की। वह कानपुर पर संयुक्त आक्रमण के लिए नाना साहब की मदद हेतु काल्पी की ओर आगे बढ़े। वह विद्रोह की मशाल को रोहतास, मिर्जापुर, रीवा, बांदा और लखनऊ तक ले गए, जहां उनका अत्यंत सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया। अपनी अंतिम सफलता के रूप में उन्होंने अपने गृहनगर जगदीशपुर के निकट अंग्रेजों को बुरी तरह पराजित किया। इसी युद्ध के दौरान कुंवर सिंह बुरी तरह घायल हो गए और 26 अप्रैल, 1858 को उनकी मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु के बाद उनके भाई अमर सिंह ने दिसंबर, 1858 तक अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष जारी रखा।

33. 1857 की क्रांति के दौरान बिहार में क्रांतिकारियों का नेता कौन था? [B.P.C.S. (Pre.) 2016]

Correct Answer: (b) बाबू कुंवर सिंह
Solution:1857 में जगदीशपुर में विद्रोह की अगुवाई करने वाले कुंवर सिंह बिहार के तत्कालीन शाहाबाद जिले के जगदीशपुर (वर्तमान भोजपुर जिले में स्थित) से संबंधित थे। प्रकृति ने उन्हें अदम्य शौर्य, वीरता और सेनानायक के आदर्श गुणों से मंडित किया था, इसी कारण उन्हें सही रूप में विद्रोह के दौरान 'बिहार का सिंह' माना जाता है। उन्होंने शाहाबाद एवं आरा क्षेत्र में अंग्रेजों की सत्ता का तख्तापलट दिया और अपनी सरकार स्थापित की। वह कानपुर पर संयुक्त आक्रमण के लिए नाना साहब की मदद हेतु काल्पी की ओर आगे बढ़े। वह विद्रोह की मशाल को रोहतास, मिर्जापुर, रीवा, बांदा और लखनऊ तक ले गए, जहां उनका अत्यंत सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया। अपनी अंतिम सफलता के रूप में उन्होंने अपने गृहनगर जगदीशपुर के निकट अंग्रेजों को बुरी तरह पराजित किया। इसी युद्ध के दौरान कुंवर सिंह बुरी तरह घायल हो गए और 26 अप्रैल, 1858 को उनकी मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु के बाद उनके भाई अमर सिंह ने दिसंबर, 1858 तक अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष जारी रखा।

34. बिहार में 1857 के विद्रोह का नेतृत्व किसने किया था? [65th B.P.S.C. (Pre) 2019]

Correct Answer: (c) कुंवर सिंह
Solution:1857 में जगदीशपुर में विद्रोह की अगुवाई करने वाले कुंवर सिंह बिहार के तत्कालीन शाहाबाद जिले के जगदीशपुर (वर्तमान भोजपुर जिले में स्थित) से संबंधित थे। प्रकृति ने उन्हें अदम्य शौर्य, वीरता और सेनानायक के आदर्श गुणों से मंडित किया था, इसी कारण उन्हें सही रूप में विद्रोह के दौरान 'बिहार का सिंह' माना जाता है। उन्होंने शाहाबाद एवं आरा क्षेत्र में अंग्रेजों की सत्ता का तख्तापलट दिया और अपनी सरकार स्थापित की। वह कानपुर पर संयुक्त आक्रमण के लिए नाना साहब की मदद हेतु काल्पी की ओर आगे बढ़े। वह विद्रोह की मशाल को रोहतास, मिर्जापुर, रीवा, बांदा और लखनऊ तक ले गए, जहां उनका अत्यंत सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया। अपनी अंतिम सफलता के रूप में उन्होंने अपने गृहनगर जगदीशपुर के निकट अंग्रेजों को बुरी तरह पराजित किया। इसी युद्ध के दौरान कुंवर सिंह बुरी तरह घायल हो गए और 26 अप्रैल, 1858 को उनकी मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु के बाद उनके भाई अमर सिंह ने दिसंबर, 1858 तक अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष जारी रखा।

35. कुंवर सिंह ने 1857 के विद्रोह का नेतृत्व किस प्रांत से किया? [45th B.P.S.C. (Pre) 2001]

Correct Answer: (c) बिहार
Solution:1857 में जगदीशपुर में विद्रोह की अगुवाई करने वाले कुंवर सिंह बिहार के तत्कालीन शाहाबाद जिले के जगदीशपुर (वर्तमान भोजपुर जिले में स्थित) से संबंधित थे। प्रकृति ने उन्हें अदम्य शौर्य, वीरता और सेनानायक के आदर्श गुणों से मंडित किया था, इसी कारण उन्हें सही रूप में विद्रोह के दौरान 'बिहार का सिंह' माना जाता है। उन्होंने शाहाबाद एवं आरा क्षेत्र में अंग्रेजों की सत्ता का तख्तापलट दिया और अपनी सरकार स्थापित की। वह कानपुर पर संयुक्त आक्रमण के लिए नाना साहब की मदद हेतु काल्पी की ओर आगे बढ़े। वह विद्रोह की मशाल को रोहतास, मिर्जापुर, रीवा, बांदा और लखनऊ तक ले गए, जहां उनका अत्यंत सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया। अपनी अंतिम सफलता के रूप में उन्होंने अपने गृहनगर जगदीशपुर के निकट अंग्रेजों को बुरी तरह पराजित किया। इसी युद्ध के दौरान कुंवर सिंह बुरी तरह घायल हो गए और 26 अप्रैल, 1858 को उनकी मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु के बाद उनके भाई अमर सिंह ने दिसंबर, 1858 तक अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष जारी रखा।

36. 1857 के विद्रोह का नेतृत्व बिहार में किसने किया ? [42nd B.P.S.C. (Pre) 1997 48th to 52nd B.P.S.C. (Pre) 2008]

Correct Answer: (b) कुंवर सिंह
Solution:1857 में जगदीशपुर में विद्रोह की अगुवाई करने वाले कुंवर सिंह बिहार के तत्कालीन शाहाबाद जिले के जगदीशपुर (वर्तमान भोजपुर जिले में स्थित) से संबंधित थे। प्रकृति ने उन्हें अदम्य शौर्य, वीरता और सेनानायक के आदर्श गुणों से मंडित किया था, इसी कारण उन्हें सही रूप में विद्रोह के दौरान 'बिहार का सिंह' माना जाता है। उन्होंने शाहाबाद एवं आरा क्षेत्र में अंग्रेजों की सत्ता का तख्तापलट दिया और अपनी सरकार स्थापित की। वह कानपुर पर संयुक्त आक्रमण के लिए नाना साहब की मदद हेतु काल्पी की ओर आगे बढ़े। वह विद्रोह की मशाल को रोहतास, मिर्जापुर, रीवा, बांदा और लखनऊ तक ले गए, जहां उनका अत्यंत सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया। अपनी अंतिम सफलता के रूप में उन्होंने अपने गृहनगर जगदीशपुर के निकट अंग्रेजों को बुरी तरह पराजित किया। इसी युद्ध के दौरान कुंवर सिंह बुरी तरह घायल हो गए और 26 अप्रैल, 1858 को उनकी मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु के बाद उनके भाई अमर सिंह ने दिसंबर, 1858 तक अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष जारी रखा।

37. बिहार में 1857 के विद्रोह का नेतृत्व किसने किया ? [66th B.P.S.C (Pre) 2020]

Correct Answer: (c) कुंवर सिंह
Solution:1857 में जगदीशपुर में विद्रोह की अगुवाई करने वाले कुंवर सिंह बिहार के तत्कालीन शाहाबाद जिले के जगदीशपुर (वर्तमान भोजपुर जिले में स्थित) से संबंधित थे। प्रकृति ने उन्हें अदम्य शौर्य, वीरता और सेनानायक के आदर्श गुणों से मंडित किया था, इसी कारण उन्हें सही रूप में विद्रोह के दौरान 'बिहार का सिंह' माना जाता है। उन्होंने शाहाबाद एवं आरा क्षेत्र में अंग्रेजों की सत्ता का तख्तापलट दिया और अपनी सरकार स्थापित की। वह कानपुर पर संयुक्त आक्रमण के लिए नाना साहब की मदद हेतु काल्पी की ओर आगे बढ़े। वह विद्रोह की मशाल को रोहतास, मिर्जापुर, रीवा, बांदा और लखनऊ तक ले गए, जहां उनका अत्यंत सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया। अपनी अंतिम सफलता के रूप में उन्होंने अपने गृहनगर जगदीशपुर के निकट अंग्रेजों को बुरी तरह पराजित किया। इसी युद्ध के दौरान कुंवर सिंह बुरी तरह घायल हो गए और 26 अप्रैल, 1858 को उनकी मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु के बाद उनके भाई अमर सिंह ने दिसंबर, 1858 तक अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष जारी रखा।

38. जगदीशपुर के किस व्यक्ति ने 1857 ई. के विप्लव में क्रांतिकारियों का नेतृत्व किया? [48th to 52nd B.P.S.C. (Pre) 2008]

Correct Answer: (a) कुंवर सिंह
Solution:1857 में जगदीशपुर में विद्रोह की अगुवाई करने वाले कुंवर सिंह बिहार के तत्कालीन शाहाबाद जिले के जगदीशपुर (वर्तमान भोजपुर जिले में स्थित) से संबंधित थे। प्रकृति ने उन्हें अदम्य शौर्य, वीरता और सेनानायक के आदर्श गुणों से मंडित किया था, इसी कारण उन्हें सही रूप में विद्रोह के दौरान 'बिहार का सिंह' माना जाता है। उन्होंने शाहाबाद एवं आरा क्षेत्र में अंग्रेजों की सत्ता का तख्तापलट दिया और अपनी सरकार स्थापित की। वह कानपुर पर संयुक्त आक्रमण के लिए नाना साहब की मदद हेतु काल्पी की ओर आगे बढ़े। वह विद्रोह की मशाल को रोहतास, मिर्जापुर, रीवा, बांदा और लखनऊ तक ले गए, जहां उनका अत्यंत सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया। अपनी अंतिम सफलता के रूप में उन्होंने अपने गृहनगर जगदीशपुर के निकट अंग्रेजों को बुरी तरह पराजित किया। इसी युद्ध के दौरान कुंवर सिंह बुरी तरह घायल हो गए और 26 अप्रैल, 1858 को उनकी मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु के बाद उनके भाई अमर सिंह ने दिसंबर, 1858 तक अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष जारी रखा।

39. जगदीशपुर के राजा थे- [43rd B.P.S.C. (Pre) 1999]

Correct Answer: (d) कुंवर सिंह
Solution:1857 में जगदीशपुर में विद्रोह की अगुवाई करने वाले कुंवर सिंह बिहार के तत्कालीन शाहाबाद जिले के जगदीशपुर (वर्तमान भोजपुर जिले में स्थित) से संबंधित थे। प्रकृति ने उन्हें अदम्य शौर्य, वीरता और सेनानायक के आदर्श गुणों से मंडित किया था, इसी कारण उन्हें सही रूप में विद्रोह के दौरान 'बिहार का सिंह' माना जाता है। उन्होंने शाहाबाद एवं आरा क्षेत्र में अंग्रेजों की सत्ता का तख्तापलट दिया और अपनी सरकार स्थापित की। वह कानपुर पर संयुक्त आक्रमण के लिए नाना साहब की मदद हेतु काल्पी की ओर आगे बढ़े। वह विद्रोह की मशाल को रोहतास, मिर्जापुर, रीवा, बांदा और लखनऊ तक ले गए, जहां उनका अत्यंत सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया। अपनी अंतिम सफलता के रूप में उन्होंने अपने गृहनगर जगदीशपुर के निकट अंग्रेजों को बुरी तरह पराजित किया। इसी युद्ध के दौरान कुंवर सिंह बुरी तरह घायल हो गए और 26 अप्रैल, 1858 को उनकी मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु के बाद उनके भाई अमर सिंह ने दिसंबर, 1858 तक अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष जारी रखा।

40. पटना के 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के नेता थे- [43rd B.P.S.C. (Pre) 1999]

Correct Answer: (b) राजपूत कुंवर सिंह
Solution:पटना (बिहार) के निकट जगदीशपुर के जमींदार कुंवर सिंह ने विद्रोह का नेतृत्व किया। उनकी जमींदारी कंपनी की नीतियों के कारण छिन गई थी, फलस्वरूप उन्होंने अपने रोष की अभिव्यक्ति विद्रोह में कर दी। पटना में पीर अली के नेतृत्व में विद्रोह हुआ था; परंतु अंग्रेजों द्वारा इसके दमन के बाद विद्रोही जगदीशपुर आ गए और कुंवर सिंह ने इनका नेतृत्व किया। हैदर अली खान एवं जियोधर सिंह ने गया में विद्रोहियों को संगठित किया था।