HSSC Gram Sachiv Exam 09.01.2021 (Shift-I)

Total Questions: 86

81. पथगति पेखल मो राधा, तखनुक भाव परान भए।

पीड़ित रहल कुमुद निधि साधा।
उपर्युक्त पंक्तियाँ किस कवि की है?

Correct Answer: (2) विद्यापति
Solution:प्रस्तुत पक्तियाँ मैथिली कवि विद्यापति द्वारा रचित हैं। विद्यापति की प्रमुख कृतियाँ हैं-पदावली, कीर्तिलता, कीर्तिपताका आदि।

82. किसे आधुनिक हिन्दी साहित्य के निर्माता माना जाता है?

Correct Answer: (1) भारतेंदु हरिश्चंद्र
Solution:भारतेन्दु हरिश्चंद्र को आधुनिक हिन्दी साहित्य का निर्माता माना जाता है। हिंदी साहित्य में खड़ी बोली एवं नवजागरण का विकास इन्होंने किया। इनकी प्रमुख रचनाएँ हैं-भारत दुर्दशा, अंधेर नगरी, नील देवी आदि।

83. मूर्धन्य व्यंजन है

Correct Answer: (4) ट
Solution:'मूर्धन्य व्यंजन' मूर्धा से उच्चरित होने वाले व्यंजनों को कहा जाता है। जैसे- ट, ठ, डा

84. माधुर्य गुण को किसने 'उक्ति वैचित्र्य' कहा है?

Correct Answer: (1) वामन
Solution:'वामन' ने माधुर्य गुण को 'उक्ति वैचित्र्य' कहा है। विदित है कि किसी काव्य को पढ़ने या सुनने में हृदय में जहाँ मधुरता का संचार होता है, वहाँ 'मायुर्ध गुण' होता है। 'माधुर्य गुण' मुख्यतः श्रृंगार, शांत एवं करुण रस में पाया जाता है।

85. 'प्रगतिवाद' किसकी कृति है?

Correct Answer: (2) शिवदान सिंह चौहान
Solution:'प्रगतिवाद' शिवदान सिंह चौहान की कृति है। इसके अलावा शिवदान सिंह चौहान की 'रक्तरंजित स्पेन', 'साहित्य हैं। परख', 'कश्मीर देश एवं संस्कृति' आधुनिक संस्कृति के निर्माता आदि रचनाएं हैं।

86. गुलेरीजी द्वारा संपादित पत्र था

Correct Answer: (2) समालोचक
Solution:चंद्रधर शर्मा 'गुलेरी' भारतेन्दु मंडल में शामिल प्रमुख कथाकार, निबंधकार एवं लेखक थे। 'समालोचक' नामक पत्र का संपादन इन्होंने किया। गुलेरी जी द्वारा वर्ष 1915 में रचित 'उसने कहा था' नामक कहानी शब्दों की कारीगरी से पिरोयी एक अद्भुत प्रेम कहानी है।